मुजफ्फरनगर : जिले की सबसे वरिष्ठ भाजपा नेता मालती शर्मा (88) नहीं रही। वे मुजफ्फरनगर की सबसे पुरानी नेताओं में से एक थी और संस्थापक सदस्यों में थी। उन्हें पूर्व पीएम वाजपेयी की नजदीकी माना जाता था। पूर्व राज्यसभा सदस्य और यूपी की पूर्व बेसिक शिक्षामंत्री मालती शर्मा का रविवार रात निधन हो गया। वे काफी समय से अस्वस्थ चल रही रही थीं। देर रात तक द्वारिकापुरी स्थित उनके आवास पर लोगों का तांता लगा हुआ था।
मालती शर्मा 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर विधायक बनीं। राजनीतिक प्रतिभा के चलते उन्हें बेसिक शिक्षा मंत्री की अहम जिम्मेदारी दी गई। कई बार भाजपा की जिलाध्यक्ष रहीं। राष्ट्रीय महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष भी रहीं। आपातकाल के दौरान वे 19 महीने नैनी सेंट्रल जेल में रहीं। वर्ष 1994 से 2000 तक वे भाजपा की राज्यसभा सदस्य भी रहीं। वे पांच बार विधानसभा चुनाव लड़ी। चार बार काफी कम अंतर से हारीं।
रविवार रात को उन्होंने सदर बाजार स्थित एक निजी नर्सिंग होम में अंतिम सांस ली। पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री और सांसद डा. संजीव बालियान, विधायक कपिल देव अग्रवाल, वरिष्ठ भाजपा नेता सुभाषचंद्र शर्मा, पूर्व विधायक अशोक कंसल, पूर्व मंत्री सुधीर बालियान, नितिन मलिक, ब्रिजेश शुक्ला, आशुतोष शर्मा, वैभव त्यागी, सुषमा पुंडीर, सुशीला अग्रवाल आदि ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
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