पाकिस्तान की जेल में मर गए भारतीय की जीवनी पर आधारित फिल्म “सरबजीत” का पहला पोस्टर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने लांच किया। फिल्म में ऐश्वर्या राय बच्चन, रणदीप हुड्डा,रिचा चड्ढा मुख्य भूमिकाओं में है। फिल्म 19 मई को रिलीज हो रही है। पोस्टर लांच के मौके पर टी सीरीज के मालिक भूषण कुमार, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, निर्देशक ओमांग कुमार, निर्माता वासु भगनानी आदि भी मौजूद रहेः-
इंटरनेट का अखबार: खबरों को देखने-लिखने का नया अंदाज | Contact (for news and PR) : newswave.in@gmail.com |
Monday, 29 February 2016
Newswave Comment- कृषि राज्य मंत्री संजीव बालयान ने कहा- किसानों के लिए बेहतरीन है ये बजट
कृषि बजट 2016-17 में लगभग दोगुना, नौ लाख करोड़ रुपए करने का लक्ष्य
कृषि पहलों के वित्तपोषण के लिए सरकार ने 0.5 प्रतिशत कृषि कल्याण उपकर भी लगाया है जो हर करयोग्य सेवा पर जून से लागू होगा। जेटली ने कहा कि सरकार की 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की योजना के मद्देनजर मार्च 2017 तक सभी 14 करोड़ किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड मुहैया कराए जाएंगे और 14 अप्रैल को एकीकृत ई-कृषि बाजार पेश किया जाएगा। कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि यह प्रगतिशील और किसानोन्मुख बजट है क्योंकि 2016-17 के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत आवंटन में बढ़ोतरी भी की गई है। उन्होंने कहा, यह इतना अच्छा बजट है कि विपक्ष को भी इसकी आलोचना करने में मुश्किल हो रही है।ÓÓ
कृषि पर अल्पवृष्टि के असर के बीच वित्त मंत्री ने सशक्त सिंचाई सुविधाएं तैयार करने पर बजट में बड़ा बल दिया है और 20,000 करोड़ रपए के शुरआती कोष से दीर्घकालिक सिंचाई कोष की स्थापना की योजना की घोषणा की है।
जेटली ने अपने बजट भाषण में कहा, हमें अपने किसानों का आभारी होना चाहिए जो देश की खाद्य सुरक्षा की रीढ़ हैं। हमें खाद्य सुरक्षा से परे सोचने और किसानों को आय सुरक्षा के लिहाज से वापस करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, सरकार कृषि और गैर कृषि क्षेत्र में अपने हस्तक्षेप पर नए सिरे से ध्यान दिया जाएगा ताकि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो सके। जेटली ने कहा, कृषि और किसानों के कल्याण के लिए हमारा कुल आवंटन 35,984 करोड़ रपए है। वित्त मंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया है कि किसानों को पर्याप्त और समय पर रिण मिले। उन्होंने कहा, वित्त वर्ष 2015-16 में 8.5 लाख करोड़ रपए के लक्ष्य के मुकाबले 2016-17 में कृषि रिण का लक्ष्य नौ लाख करोड़ रपए होगा जो आज तक का उच्चतम स्तर है। किसानों के रिण भुगतान का बोझ कम करने के लिए उन्होंने कहा कि ब्याज छूट के लिए 2016-17 बजट में 15,000 करोड़ रपए का प्रावधान किया गया है।
नई दिल्ली: लगातार दो साल से खराब मानसून के कारण कृषि संकट में बढ़ोतरी के बीच बजट में कृषि क्षेत्र पर जोर देने की घोषणा की और बजट को लगभग दोगुना कर 44.485 करोड़ रपए कर दिया और रिण लक्ष्य बढ़ाकर रिकार्ड नौ लाख करोड़ रपए कर दिया गया। वित्त वर्ष 2016-17 के बजट आवंटन के संबंध में वित्त मंत्री अरण जेटली ने कृषि रिण पर ब्याज छूट के लिए 15,000 करोड़ रपए का आवंटन किया जबकि नयी फस्ल बीमा योजना के लिए 5,500 करोड़ रपए और दलहन उत्पादन को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए 500 करोड़ रपए का आवंटन किया। कृषि राज्य मंत्री संजीव बालियान ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ज्यादा आवंटन और फसल बीमा योजना तथा ई-विपणन से कृषि संकट कम करने में मदद मिलेगी। सिंचाई सुविधा का मौसम की अनिश्चितताओं के मद्देनजर किसानों की समस्या के समाधान में दूरगामी असर होगा। बालियान ने कहा कि अच्छा मानसून रहा तो इस बजट से कृषि को अगले वित्त वर्ष में चार प्रतिशत की दर से वृद्धि दर्ज करने में मदद मिलेगी।
कृषि पहलों के वित्तपोषण के लिए सरकार ने 0.5 प्रतिशत कृषि कल्याण उपकर भी लगाया है जो हर करयोग्य सेवा पर जून से लागू होगा। जेटली ने कहा कि सरकार की 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की योजना के मद्देनजर मार्च 2017 तक सभी 14 करोड़ किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड मुहैया कराए जाएंगे और 14 अप्रैल को एकीकृत ई-कृषि बाजार पेश किया जाएगा। कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि यह प्रगतिशील और किसानोन्मुख बजट है क्योंकि 2016-17 के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत आवंटन में बढ़ोतरी भी की गई है। उन्होंने कहा, यह इतना अच्छा बजट है कि विपक्ष को भी इसकी आलोचना करने में मुश्किल हो रही है।ÓÓ
कृषि पर अल्पवृष्टि के असर के बीच वित्त मंत्री ने सशक्त सिंचाई सुविधाएं तैयार करने पर बजट में बड़ा बल दिया है और 20,000 करोड़ रपए के शुरआती कोष से दीर्घकालिक सिंचाई कोष की स्थापना की योजना की घोषणा की है।
जेटली ने अपने बजट भाषण में कहा, हमें अपने किसानों का आभारी होना चाहिए जो देश की खाद्य सुरक्षा की रीढ़ हैं। हमें खाद्य सुरक्षा से परे सोचने और किसानों को आय सुरक्षा के लिहाज से वापस करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, सरकार कृषि और गैर कृषि क्षेत्र में अपने हस्तक्षेप पर नए सिरे से ध्यान दिया जाएगा ताकि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो सके। जेटली ने कहा, कृषि और किसानों के कल्याण के लिए हमारा कुल आवंटन 35,984 करोड़ रपए है। वित्त मंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया है कि किसानों को पर्याप्त और समय पर रिण मिले। उन्होंने कहा, वित्त वर्ष 2015-16 में 8.5 लाख करोड़ रपए के लक्ष्य के मुकाबले 2016-17 में कृषि रिण का लक्ष्य नौ लाख करोड़ रपए होगा जो आज तक का उच्चतम स्तर है। किसानों के रिण भुगतान का बोझ कम करने के लिए उन्होंने कहा कि ब्याज छूट के लिए 2016-17 बजट में 15,000 करोड़ रपए का प्रावधान किया गया है।
Sunday, 28 February 2016
बोर्ड का एग्जाम देने वाले छात्रों के लिए मोदी का ये खास संदेश
मन की बात में पीएम ने किया छात्रों का उत्साहवर्धन
नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने इस बार मन की बात बोर्ड की परीक्षा में बैठने जा रहे लाखों छात्रों के नाम समर्पित की। एक मोटिवेशन गुरु की तरह एक नया प्रयोग करते हुए मोदी ने न केवल अपने मन की बात कही बल्कि कई नामचीन हस्तियों के संदेश इसमें शामिल कर छात्रों को उत्साहित करने का कोशिश की। इस वजह से इस बार की मन की बात विशिष्ट बन गई। मन की बात की शुरूआत मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से हुई और उन्होंने छात्रों को टिप्स दिए।
मोदी ने मन की बात इस बार पूरी तरह से विद्यार्थियों को समर्पित रखी। मोदी ने खुद अपने संस्मरण सुनाते हुए कुछ मजेदार बातें कही। उन्होंने कहा कि छात्रों के लिए परीक्षा के समय में पर्याप्त नींद लेना भी जरूरी है। फिर उन्होंने मजाक भी किया कि कहीं सोते ही मत रह जाना और मम्मी नाराज हो तो तुम कह दो कि मोदी जी ने ऐसा करने को कहा था। मोदी बात भी कहते रहे और बीच-बीच में खास लोगों के संदेश भी छात्रों को सुनवाते रहे। सचिन तेंदुलकर के बाद मोदी ने शतरंज के गैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद, आध्यात्मिक गुरू मोरारी बापू, प्रसिद्ध वैज्ञानिक भारत रत्न सी एन आर राव का संदेश भी छात्रों के लिए सुनवाया। सभी के संदेश सुनवाने के बाद मोदी ने इन महान हस्तियों के मैसेज पर अपनी टिप्पणी भी की। सी एन आर राव के संदेश के बाद तो मोदी ने ये भी कहा कि देखिये एक वैज्ञानिक ने अपनी बात कितनी आसानी से चंद पंक्तियों में कह दी जबकि वे खुद इतनी देर से ये बात नहीं समझा पा रहे हैं।
छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अनुशासन सफलता को मजबूत बनाने की आधारशिला है इसलिए छात्रों को दूसरों से स्पर्धा करने की बजाय खुद से स्पर्धा करनी चाहिए और आशाओं के बोझ के नीचे दबने की बजाए अपना लक्ष्य खुद निर्धारित करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये बात सही है। प्रतिस्पर्धा क्यों? अनुस्पर्धा क्यों नहीं। हम दूसरों से स्पर्धा करने में अपना समय क्यों बर्बाद करें। हम खुद से ही स्पर्धा क्यों न करें। हम अपने ही पहले के सारे रिकॉर्ड क्यों न तोड़ें । आप देखिये, आपको आगे बढऩे से कोई रोक नहीं पायेगा और अपने ही पिछले रिकॉर्ड को जब तोड़ोगे, तब आपको खुशी के लिए, संतोष के लिए किसी और से अपेक्षा भी नहीं रहेगी। एक भीतर से संतोष प्रकट होगा। उन्होंने नरेन्द्र मोदी एप पर कुछ छात्रों द्वारा भेजे गए संदेश भी पढ़कर सुनाए। प्रधानमंत्री ने रविवार को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर प्रसिद्ध वैज्ञानिक एवं नोबेल पुरस्कार विजेता सी वी रमण को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
तनावमुक्त होकर पॉजिटिव रहें: सचिन
मोदी ने मन की बात इस बार पूरी तरह से विद्यार्थियों को समर्पित रखी। मोदी ने खुद अपने संस्मरण सुनाते हुए कुछ मजेदार बातें कही। उन्होंने कहा कि छात्रों के लिए परीक्षा के समय में पर्याप्त नींद लेना भी जरूरी है। फिर उन्होंने मजाक भी किया कि कहीं सोते ही मत रह जाना और मम्मी नाराज हो तो तुम कह दो कि मोदी जी ने ऐसा करने को कहा था। मोदी बात भी कहते रहे और बीच-बीच में खास लोगों के संदेश भी छात्रों को सुनवाते रहे। सचिन तेंदुलकर के बाद मोदी ने शतरंज के गैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद, आध्यात्मिक गुरू मोरारी बापू, प्रसिद्ध वैज्ञानिक भारत रत्न सी एन आर राव का संदेश भी छात्रों के लिए सुनवाया। सभी के संदेश सुनवाने के बाद मोदी ने इन महान हस्तियों के मैसेज पर अपनी टिप्पणी भी की। सी एन आर राव के संदेश के बाद तो मोदी ने ये भी कहा कि देखिये एक वैज्ञानिक ने अपनी बात कितनी आसानी से चंद पंक्तियों में कह दी जबकि वे खुद इतनी देर से ये बात नहीं समझा पा रहे हैं।
छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अनुशासन सफलता को मजबूत बनाने की आधारशिला है इसलिए छात्रों को दूसरों से स्पर्धा करने की बजाय खुद से स्पर्धा करनी चाहिए और आशाओं के बोझ के नीचे दबने की बजाए अपना लक्ष्य खुद निर्धारित करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये बात सही है। प्रतिस्पर्धा क्यों? अनुस्पर्धा क्यों नहीं। हम दूसरों से स्पर्धा करने में अपना समय क्यों बर्बाद करें। हम खुद से ही स्पर्धा क्यों न करें। हम अपने ही पहले के सारे रिकॉर्ड क्यों न तोड़ें । आप देखिये, आपको आगे बढऩे से कोई रोक नहीं पायेगा और अपने ही पिछले रिकॉर्ड को जब तोड़ोगे, तब आपको खुशी के लिए, संतोष के लिए किसी और से अपेक्षा भी नहीं रहेगी। एक भीतर से संतोष प्रकट होगा। उन्होंने नरेन्द्र मोदी एप पर कुछ छात्रों द्वारा भेजे गए संदेश भी पढ़कर सुनाए। प्रधानमंत्री ने रविवार को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर प्रसिद्ध वैज्ञानिक एवं नोबेल पुरस्कार विजेता सी वी रमण को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
तनावमुक्त होकर पॉजिटिव रहें: सचिन
क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने अपने संदेश में कहा कि मुझे पता है कि परीक्षा कुछ ही दिनों में शुरू होने वाली हैं। आप में से कई लोग तनाव में भी रहेंगे। मेरा एक ही संदेश है आपको कि आप खुद अपने लिए कुछ लक्ष्य निर्धारित कीजियेगा, किसी और की उम्मीदों के दबाव में मत आइयेगा। आप मेहनत जरूर कीजियेगा, मगर वास्तविक, हासिल करने योग्य लक्ष्य खुद के लिए तय कीजिये और वह लक्ष्य हासिल करने के लिए कोशिश कीजिए। विश्वनाथ आनंद ने कहा कि परीक्षा से पहले आप अच्छी तरह से आराम करें, रात को अच्छी नींद लें, पेट भर खाना खाएं और शांत चित से परीक्षा दें। शतरंज में भी यही बातें लागू होती हैं।
चिंता ने करें अपना बेस्ट दें: राव
चिंता ने करें अपना बेस्ट दें: राव
प्रसिद्ध वैज्ञानिक सी एन आर राव ने कहा कि चिंता न करें, अपना सर्वश्रेष्ठ दें। परीक्षा के दौरान तनाव की बात को समझ सकता हूं। इस बात को याद रखें कि देश में काफी अवसर हैं। आप तय करें कि आप जीवन में क्या करना चाहते हैं। निराश न हो, आप सफल होंगे, आप यह न भूलें कि आप इस ब्रह्मांड के बच्चे हैं, जैसे पेड़ पौधे, पर्वत आदि हैं। आप प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ काम करें, इन्हीं गुणों के आधार पर आप सफल होंगे। मोरारी बापू ने छात्रों से कहा कि वे परीक्षा के समय कोई बोझ न रखें , चित्त शांत रखें, खुश रहें,सफलता मिलेगी।
Subscribe to:
Posts (Atom)