Wednesday, 1 July 2015

डबल्स बैडमिंटन को बचाने के लिए सरकार आगे आएः ज्वाला

कनाडा ओपन चैंपियन ने कहा, सरकार के सहयोग बिना कुछ संभव नहीं
खेल मंत्रालय के नहीं लगा सकती हैं चक्कर

हैदराबाद: अपनी पार्टनर अश्विनी पोनप्पा के साथ मिलकर कनाडा ओपन का खिताब जीतने वाली स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने आज सरकार से आग्रह किया कि वह अगले साल रियो में ओलंपिक पदक हासिल करने की कवायद में इस विशेषज्ञ युगल जोड़ी की मदद करे। तेज तर्रार ज्वाला ने कहा कि वे खेल मंत्रालय के अफसरों के चक्कर नहीं लगा सकती। अगर सरकार ने उनकी ओर ध्यान नहीं दिया तो भारत में डबल्स टीम खत्म हो जाएंगी। उनका कहना था कि मिक्सड डबल में अब टीम खत्म हो रही है और उनकी जोड़ी के बाद वीमेन डबल्स में भी कोई नहीं नजर आ रहा। 
ज्वाला ने कालगरी से लौटने के बाद यहां मीडिया से बातचीत में कहा कि टॉप खिलाडिय़ों को जिस तरह के सहयोग की जरूरत होती है हमें भी उसकी जरूरत है। मेरा मानना है कि एकल खिलाडिय़ों को जो सुविधाएं मिल रही हैं यदि उसी तरह का सहयोग हमें भी मिलता है तो मैं और अश्विनी ओलंपिक में पदक जीत सकती हैं। यह बहुत अच्छा होगा। कम से कम अब तो उन लोगों को जाग जाना चाहिए जो इसके लिये जिम्मेदार है। मैं वास्तव में बहुत खुशी होगी। उन्होंने कहा कि मैं नहीं जानती कि वास्तव में क्या करना है। मुझे उम्मीद है कि वे कम से कम अब तो इस पर विचार कर रहे होंगे। खिलाड़ी होने के नाते मैं अभ्यास कर सकती हूं। मैं केवल अपने खेल के बारे में सोच सकती हूं कि मुझे क्या सुधार करना हे और मुझे किन कमियों को दूर करना है।
ज्वाला ने कहा कि इसके बजाय यदि मैं दिल्ली जाऊं, वहां एक, दो या तीन दिन बिताकर उनके पीछे भागूं। ऐसा नहीं होना चाहिए। ओलंपिक के लिये हम युगल में सबसे बड़े दावेदार हैं और हमें हर तरह का सहयोग मिलना चाहिए। कम से कम कनाडा ओपन के बाद मुझे उम्मीद है कि खेल मंत्रालय गौर करेगा और हमारा सहयोग करेगा। हमें इसकी जरूरत है। ज्वाला ने कहा कि बैडमिंटन खिलाडिय़ों के लिये सरकार का सहयोग महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि सिंगल्स सहित कई खिलाड़ी यदि अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो इसका कारण सरकार से मिलने वाला सहयोग है। यदि सरकार उनकी मदद नहीं करे तो कई खिलाडिय़ों को हार का सामना करना पड़ेगा। हम वास्तव में सरकार की मदद पर बहुत अधिक निर्भर हैं। ज्वाला ने कहा कि सरकार की तरफ से पर्याप्त सहयोग नहीं मिलने के कारण युवा खिलाडिय़ों के लिये युगल से जुडऩा मुश्किल हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से सरकारी सहयोग के बिना खिलाडिय़ों के लिये डबल्स में आना मुश्किल होगा। अश्विनी और मेरे बाद मुझे नहीं लगता कि कोई युगल टीम आ रही है। आप इसे देख सकते हैं। मैंने मिक्सड युगल खेलना बंद कर दिया है और मिश्रित युगल में कोई परिणाम नहीं आ रहे हैं। मैं विश्व में नंबर छह पर थी। लोग मेरे बारे में और मेरे प्रदर्शन के बारे में बात करते हैं और मेरे करियर और उपलब्धियों पर सवाल उठाते हैं तो फिर मिश्रित युगल में अगली जोड़ी कहां है? कृपा करके मुझे बताएं। मैं जानना चाहती हूं? कनाडा ओपन में अपनी जीत के बारे में ज्वाला ने कहा कि मैं बहुत खुश और उत्साहित हूं। यह मेरे लिये काफी मायने रखता है। ओलंपिक वर्ष में खिताब जीतना आसान नहीं होता है। इससे बड़ी राहत मिली है।

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