हैदराबाद जेल से बीवी से की फोन पर 27 बार बातचीत
सीरिया का आतंकी संगठन आईएस की मदद की बात कही
नई दिल्ली: इंडियन मुजाहिदीन का जेल में बंद आतंकी यासीन भटकल जेल से फरार होने की फिराक में है। सुरक्षा एजैंसियों ने हैदराबाद की जेल में बंद इस आतंकी की पत्नी जाहिदा से हुई बातचीत को पकड़ा है, जिससे ख़ुलासा हुआ है कि यासिन भटकल जेल से भागने की तैयारी में है और इसमें उसकी मदद दमिश्क (सीरिया) का आईएस (आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट) करेगा। चौंकाने वाली बात ये है कि इस खूंखार आतंकवादी ने मोबाइल से अपनी पत्नी व मां से एक-दो बार नहीं बल्कि 27 बार बातचीत की है और उसके सभी कॉल्स को रिकॉर्ड किया गया है, जिसका विश्लेषण किया जा रहा है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने भटकल की बातचीत को इंटरसेप्ट करने की बात कही है।रिकार्ड की गई आवाज में फोन पर भटकल ने अपनी पत्नी से कहा वो जल्द ही जेल से बाहर आ जाएगा। साथ ही उसने इशारे में कहा इसमें दमिश्क का आईएस उसकी मदद करेगा। यासीन भटकल ने दिल्ली के जामिया नगर में रह रही अपनी पत्नी जाहिदा को फोन किया। हालांकि हैदराबाद जेल प्रशासन का कहना है कि इतनी सुरक्षित जेल में फोन का इस्तेमाल हो ही नहीं सकता है। उनका कहना है कि नियमों के मुताबिक कैदियों को सरकारी फोन से हफ्ते में दो बार परिजनों से बात करने की छूट है, जिसमें यह बात की गई होगी।
वहीं सूत्रों की मानें तो दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और सुरक्षा एजेंसियों ने इस मामले की जानकारी गृह मंत्रालय और हैदराबाद जेल प्रशासन को दे दी है। पुलिस उपमहानिरीक्षक (कारा) नरसिम्हा ने कहा कि इस साल फरवरी में न्यायालय के निर्देश पर भटकल को अपने परिजनों से बातचीत करने की सुविधा मिली थी, जिसके मुताबिक वह एक सप्ताह में दो बार पांच मिनट तक बात कर सकता था। अधिकारी ने कहा कि सभी कैदियों को अपने परिजनों से जेल के लैंडलाइन फोन पर बातचीत करने की इजाजत है।
अधिकारी ने यह बात मीडिया के एक धड़े में आ रही उन रिपोर्टों पर कही जिसके मुताबिक, भटकल ने अपनी पत्नी से कहा है कि वह दमिश्क की मदद से जल्द ही जेल से बाहर निकल जाएगा, जिससे इस आशंका को बल मिलता है कि जेल से भागने के लिए वह इस्लामिक स्टेट (आईएस) की मदद ले सकता है। पुलिस उप महानिरीक्षक ने कहा कि उन्हें एनआईए से कोई सूचना नहीं मिली है, लेकिन ऐहतियातन सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी कर दी गई है।
यासीन भटकल का काला इतिहास
इंडियन मुजाहिदीन के मुखिया यासीन भटकल को सितंबर 2013 में नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया था। एक साल दिल्ली की तिहाड़ जेल में रहने के बाद एनआईए ने उसे हैदराबाद की चेरलापल्ली जेल में शिफ्ट करने का फैसला किया था। दरअसल 2008 में हुए दिल्ली के बटला हाउस एनकाउंटर के बाद कई आतंकी भारत से भाग गए थे। जिनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने यहां से भागने के बाद अल-कायदा और तालिबान से हाथ मिला लिया। इन्होंने अफगानिस्तान-पाकिस्तान बॉर्डर पर मोर्चा खोला। सुरक्षा एजैंसियों की मानें तो बड़ा साजि़द जैसे ऐसे आतंकी हैं जो इस्लामिक स्टेट के लिए लड़ते हुए मारे गए। इसलिए आईएस इनकी मदद कर रहा है। कई आतंकवादी वारदातों में आरोपी भटकल हैदराबाद के दिलसुखनगर बम विस्फोट कांड में भी आरोपी है और फिलहाल चेरलापल्ली जेल में कैद है।
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