नई दिल्लीः मध्य दिल्ली में स्थित
आईटीओ मेट्रो स्टेशन महीनों के इंतजार और देरी के बाद आज यात्रियों के लिए खोल
दिया गया। मेट्रो सेवा शुरू होने के साथ
ही इस स्टेशन के पूरे दिल्ली मेट्रो नेटवर्क के सबसे व्यस्त स्टेशनों में से एक
होने की संभावना है। इससे व्यस्त आईटीओ चौराहे पर यातायात का भार कम होने की भी
उम्मीद है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री
वेंकैया नायडू ने बदरपुर-मंडी हाउस खंड की मेट्रो सेवा के आईटीओ तक विस्तार की
शुरूआत की। केजरीवाल ने मौके का इस्तेमाल राजनीतिक संदर्भ में करते हुए कहा, दिल्ली
मेट्रो केंद्र-राज्य सहयोग का प्रतीक है और दोनों को इसी तरह हर क्षेत्र में काम करना
चाहिए।
एक ही लाइन वाला विस्तार दिल्ली मेट्रो के
इतिहास में पहला है और इसी कारण से इसमें देरी भी हुई क्योंकि मेट्रो रेलवे
सामान्य नियमों के तहत इसकी मंजूरी नहीं है। निर्माण कार्य जनवरी में ही पूरा हो
गया था। बाद में शहरी विकास मंत्रालय ने मेट्रो रेलवे सामान्य नियम, 2013 में संशोधन किए और जो भी बदलाव किए गए उन्हें अधिसूचित किया ताकि एक ही
लाइन वाले खंडों में परिचालन को मंजूरी मिल सके।
971 मीटर
लंबे इस मेट्रो खंड में ट्रेन सेवा से हर दिन 22,000 यात्रियों को फायदा मिलने की उम्मीद
है जबकि 2021 तक यात्रियों की संख्या 31,000 होने की संभावना है। इससे डीएमआरसी
के वार्षिक राजस्व में आठ करोड़ रपए की बढ़ोतरी होगी। वॉयलेट लाइन के इस स्टेशन से
व्यस्त आईटीओ चौराहे से वाहनों का भार कम होने की भी उम्मीद है जहां से हर दिन
अनुमानित रूप से 1.75 लाख वाहन गुजरते हैं।
आईटीओ मेट्रो स्टेशन पर उच्चतम न्यायालय से लेकर फिरोजशाह कोटला के अवशेषों
तक फैले आईटीओ इलाके के बहुस्तरीय इतिहास की झलक दिखाने के लिए एक स्थायी
प्रदर्शनी भी लगायी गयी है। 2016 के अंत
तक पूरी मंडी हाउस-कश्मीरी गेट लाइन चालू हो जाएगी। हेरीटेज कॉरिडोर के दूसरे
स्टेशनों में दिल्ली गेट, जामा मस्जिद,
लाल किला और कश्मीरी गेट शामिल हैं। उद्घाटन
समारोह में केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन, दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय, नयी
दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी और डीएमआरसी के प्रमुख मंगू सिंह भी शामिल हुए।
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