बैडमिंटन डबल्स पार्टनरों ने लगाया था पक्षपात का आरोप
नई दिल्ली: भारत के मुख्य बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा द्वारा उन पर लगाये गए आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि भारत की इस महिला युगल जोड़ी को बाइ, साइ और सरकार से पूरा सहयोग मिलता रहा है ।
कनाडा ओपन खिताब जीतने के बाद ज्वाला और अश्विनी ने गोपीचंद से सभी खिलाडिय़ों के साथ समान व्यवहार करने या राष्ट्रीय कोच के पद से इस्तीफा देने का आग्रह किया था । उन्होंने टारगेट ओलंपिक पोडियम (टीओपी) योजना से उन्हें बाहर रखने का भी हवाला दिया था । गोपीचंद ने इन आरोपों के बारे में कहा कि वे इस बारे में काफी बोल चुकी हैं । उन्हें साफ तौर पर बताना होगा कि उनके मसले या समस्यायें क्या है । इस तरह से दूसरों पर बिना किसी आधार के आरोप नहीं लगाने चाहिये । उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तरह की बातें हो रही है । हमें इन सब बातों को छोड़कर अपना खेल बेहतर बनाने के लिये मिलकर काम करना चाहिये । कोच ने कहा कि जिस भी टूर्नामेंट में उन्होंने खेला है, उन्हें साइ , बाइ और भारत सरकार का पूरा सहयोग मिला है । हमने दो विशेष कोचिंग शिविरों का भी आयोजन किया जिसमें इंडोनेशियाई विदेशी कोच और युगल विशेषज्ञ कोच हैं । उन्हें पिछले कुछ साल में पूरा सहयोग मिला है ।
ज्वाला पिछले कुछ महीने से टीओपी योजना से बाहर रखे जाने पर अपनी नाराजगी जताती आई है । अश्विनी ने भी हाल ही में कहा था कि टीओपी योजना को लेकर खेल मंत्रालय को सही सलाह नहीं मिल रही है । इसके बाद भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक इंजेती श्रीनिवास ने गोपीचंद का समर्थन करते हुए कहा था कि राष्ट्रीय कोच, साइ या मंत्रालय ने किसी खिलाड़ी के साथ भेदभाव नहीं किया है ।
टीओपी योजना के मसले पर गोपीचंद ने टाइम्स न्यूज चैनल से कहा कि टीओपी योजना में एक प्रतिभा तलाश समिति है और इसमें कई लोग शामिल है। साइ ने भी मीडिया से इस बारे में बात की है । टीओपी योजना में उनके नाम शामिल नहीं है लेकिन उन्हें हरसंभव मदद मिल रही है । गोपीचंद ने कहा कि हमने हमेशा खिलाडिय़ों का पूरा समर्थन किया है और ये दोनों खिलाड़ी कोचिंग शिविर का हिस्सा थे । बेंगलूर में हमारे पास एक विदेशी कोच भी है और एक मलेशियाई कोच भी जल्दी ही आयेगा।
ज्वाला पिछले कुछ महीने से टीओपी योजना से बाहर रखे जाने पर अपनी नाराजगी जताती आई है । अश्विनी ने भी हाल ही में कहा था कि टीओपी योजना को लेकर खेल मंत्रालय को सही सलाह नहीं मिल रही है । इसके बाद भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक इंजेती श्रीनिवास ने गोपीचंद का समर्थन करते हुए कहा था कि राष्ट्रीय कोच, साइ या मंत्रालय ने किसी खिलाड़ी के साथ भेदभाव नहीं किया है ।
टीओपी योजना के मसले पर गोपीचंद ने टाइम्स न्यूज चैनल से कहा कि टीओपी योजना में एक प्रतिभा तलाश समिति है और इसमें कई लोग शामिल है। साइ ने भी मीडिया से इस बारे में बात की है । टीओपी योजना में उनके नाम शामिल नहीं है लेकिन उन्हें हरसंभव मदद मिल रही है । गोपीचंद ने कहा कि हमने हमेशा खिलाडिय़ों का पूरा समर्थन किया है और ये दोनों खिलाड़ी कोचिंग शिविर का हिस्सा थे । बेंगलूर में हमारे पास एक विदेशी कोच भी है और एक मलेशियाई कोच भी जल्दी ही आयेगा।
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