नई दिल्ली: ग्रामीण इलाकों में मोबाइल फोन की पहुंच के मामले में उत्तर प्रदेश पूरे भारत में सबसे आगे है, जबकि नक्सली हिंसा प्रभावित छत्तीसगढ इस मामले में सबसे पीछे है। उत्तर प्रदेश में 86.63 प्रतिशत घरों में मोबाइल हैंडसेट हैं वहीं छत्तीसगढ़ में मात्र 28.47 प्रतिशत परिवारों के पास ही मोबाइल है। सामाजिक आर्थिक एवं जाति जनगणना 2011 के अनुसार देश में मोबाइल फोन 68.35 फीसद घरों में है। इस सूची में उत्तर प्रदेश के बाद उत्तराखंड का स्थान है। उत्तराखंड में 86.60 प्रतिशत घरों में मोबाइल है। वहीं सिक्किम में 84.90 प्रतिशत परिवार ऐसे हैं जिनके पास मोबाइल हैंडसेट हैं। मोबाइल पहुंच के मामले में ओडि़शा नीचे से दूसरे स्थान पर है। वहां सिर्फ 33.56 प्रतिशत परिवारों के पास ही मोबाइल हैंडसेट है।
सबसे ज्यादा फ्रिज गोवा के लोगों के पास
जहां तक बिजली के घरेलू सामान की बात है, तो ग्रामीण परिवारों में सिर्फ 11.04 प्रतिशत के पास ही रेफ्रिजरेटर है। इस सूची में गोवा 69.37 प्रतिशत के साथ सबसे आगे है। पंजाब में 66.43 प्रतिशत परिवारों के पास फ्रिज है। वहीं बिहार में सिर्फ 2.61 प्रतिशत परिवारों के पास फ्रिज है। छत्तीसगढ़ में 3.30 प्रतिशत परिवारों के पास ही फ्रिज है। वाहनों के मामले में जनगणना के अनुसार देश में 20.69 प्रतिशत परिवार ऐसे थे जिनके पास कोई न कोई वाहन था। गोवा में 65.85 प्रतिशत परिवारों के पास वाहन है। पंजाब में 51.16 प्रतिशत व अरणाचल प्रदेश में 41.46 प्रतिशत परिवारों के पास वाहन है।
पंजाब में सबसे ज्यादा एससी आबादी
सामाजिक आर्थिक एवं जाति जनगणना 2011 के मुताबिक करीब 30 प्रतिशत ग्रामीण परिवार अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदाय से हैं। जनगणना के मुताबिक देश भर में 29. 43 प्रतिशत परिवार एससी और एसटी श्रेणी से हैं। पंजाब सर्वाधिक एससी आबादी (36.74 प्रतिशत) के साथ राज्यों में सबसे ऊपर है जिसके बाद पश्चिम बंगाल (28.45 प्रतिशत), तमिलनाडु (25.55 प्रतिशत) और हिमाचल प्रदेश (23.97 प्रतिशत) का स्थान है। जहां तक एसटी आबादी का सवाल है मिजोरम में सर्वाधिक (98.79 प्रतिशत) है जिसके बाद लक्षद्वीप (96.59 प्रतिशत), नगालैंड (93.91 प्रतिशत) और मेघालय (90.36 प्रतिशत) है। एससी और एसटी श्रेणी का औसत प्रतिशत क्रमश: 18.46 और 10.97 है। इस श्रेणी से संबंध नहीं रखने वाले अन्य परिवारों के बारे में जनगणना में खुलासा किया गया है कि केरल 86.16 प्रतिशत के साथ सबसे आगे है जिसके बाद दमन दीव (81.27 प्रतिशत) है। तीसरे स्थान पर बिहार (81.19) है। चंडीगढ़ 80.45 प्रतिशत के साथ चौथे स्थान पर है जिसके बाद 78.16 प्रतिशत के साथ दिल्ली है। इस श्रेणी में अखिल भारतीय औसत 68.52 प्रतिशत है। गैर जाति एवं जनजातीय परिवार के मामले में जनगणना ने भारत का औसत प्रतिशत 2.04 बताया है। अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में ऐसे परिवार सर्वाधिक (36.99) हैं जिसके बाद असम में (35.52) प्रतिशत हैं। गोवा 30.67 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर है जिसके बाद दमन दीव (10.39) का स्थान है।
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