खुशी जताते सोमदेव |
इसके बाद सोमदेव ने डीएलटीए में अपने शानदार रिकार्ड को बरकरार रखते हुए विश्व में 40वें नंबर के खिलाफ वेस्ले को सीधे सेटों में 7-6, 6-4, 6-3 से पराजित किया। इससे उन्होंने फिर से दिखा दिया कि डेविस कप मैचों में रैकिंग बहुत मायन नहीं रखती है। सोमदेव ने 2010 से यहां एक भी एकल मैच नहीं गंवाया है और वेस्ले डेविस कप में कभी जीवंत मुकाबला नहीं जीत पाये हैं और यह स्थिति आज बरकरार रही।
सोमदेव के लिये 2015 का सत्र अच्छा नहीं रहा और उन्हें चैलेंजर सर्किट पर 402वीं रैंकिंग के खिलाड़ी एमिलियो गोमेज तक से हार का सामना करना पड़ा लेकिन जब देश की बात आती है तो इस भारतीय ने जीत दर्ज की। जैसी उम्मीद थी मौसम उतना गर्म और उमस भरा नहीं था। रूक रूक कर चल रही हवा और बादल छाये रहने के कारण तापमान 31 से 34 डिग्री के बीच रहा और मौसम की परिस्थितियां अनुकूल थी।
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