ज्वाला-अश्विनी जीत की खुशी मनाती हुई |
पीवी सिंधु |
ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों की रजत पदक विजेता ज्वाला और अश्विनी ने आठवीं वरीयता प्राप्त जापान की रेइका काकिवा और मियुकी माएडा को 21 . 15, 18 . 21, 21 . 19 से हराया । अब उनका सामना दुनिया की 17वें नंबर की जापानी जोड़ी नाओको फुकुमैन और कुरूमी योनाओ से होगा । ज्वाला ने कहा , यह रोमांचक और महत्वपूर्ण जीत थी । मुझे खुशी है कि मैं इस तरह से प्रदर्शन कर सकी । जापानियों को हराना आसान नहीं है चूंकि उनका डिफेंस बेहतरीन होता है । हम आज उन पर भारी पड़े ।
पुरूष एकल में हालांकि दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत और 12वें नंबर के एच एस प्रणय अपने अपने मुकाबले हार गए । तीसरी वरीयता प्राप्त श्रीकांत को हांगकांग के 13वीं वरीयता प्राप्त हू युन ने 14 . 21, 21 . 17, 23 . 21 से हराया । वहीं प्रणय सातवीं वरीयता प्राप्त डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन से 16 . 21, 21 . 19, 18 . 21 से हार गए । सिंधू ने इस सत्र में अपना अधिकतर समय चोटों से उबरने में बिताया। इस बीच उनकी फार्म भी अच्छी नहीं रही लेकिन आज उन्होंने अपने पिछले प्रदर्शन की झलक दिखायी।
उसने शुरू से ही अपने इरादे जतला दिये थे। उन्होंने पहले गेम में 5-1 की बढ़त बनायी और किसी भी समय अपनी प्रतिद्वंद्वी को बराबरी पर पहुंचने का मौका नहीं दिया। चीनी खिलाड़ी केवल एक बार 16-17 के स्कोर पर सिंधु के करीब पहुंची थी लेकिन इसके बाद भारतीय खिलाड़ी ने लगातार तीन अंक बनाकर स्कोर 20-16 कर दिया और आखिर में 21-17 से पहला गेम अपने नाम किया।
शूरूइ ने हालांकि दूसरा गेम जीतकर वापसी की। उन्होंने शुरू से दबदबा बनाये रखा और यह गेम आसानी से जीतकर मैच को निर्णायक मुकाबले तक खींच दिया। तीसरे गेम में स्कोर एक समय 3-3 से बराबर था लेकिन ब्रेक के समय सिंधु 11-6 से आगे थी। चीनी खिलाड़ी ने हालांकि जल्द ही स्कोर 13-13 से बराबर कर दिया। इसके बाद स्कोर 14-14 हुआ लेकिन सिंधु ने फिर लगातार चार अंक बनाये और 18-14 की बढ़त हासिल की। इसके बाद उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी पर दबाव बनाये रखा और मैच अपने नाम किया।
साइना नेहवाल |
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