मेरठ: मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने अपने यहां भर्ती साध्वी प्राची को छुट्टी देने के फैसले को उनके समर्थकों के विरोध के चलते बदल दिया है। आज मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के के गुप्ता ने बताया कि साध्वी प्राची जब तक चाहेंगी, तब तक भर्ती रहेंगी। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने सोमवार को साध्वी प्राची की इच्छा पर ही उन्हें संस्थान से छुट्टी दे कर दिल्ली स्थित एम्स में उपचार कराने की सिफारिश की थी। लेकिन, बाद में समर्थकों से मिलने के बाद साध्वी प्राची ने अस्पताल से छुट्टी लेने से इंकार कर दिया। गुप्ता ने फिलहाल साध्वी प्राची की हालत में सुधार बताया है।
सोमवार को साध्वी को छुट्टी मिलने की खबर पाते ही क्षत्रिय महासभा के नेता कुलदीप तोमर और मेरठ कॉलेज छात्रसंघ के अध्यक्ष दुष्यन्त तोमर की अगुवाई में मेडिकल प्रशासन पर प्रदेश के केबिनेट मंत्री आजम खां के दबाव में साध्वी को छुट्टी देने और दिल्ली स्थित एम्स के लिए रेफर करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया गया था। इस बीच, संस्थान में भर्ती साध्वी प्राची ने संवाददाताओं से बातचीत में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी की आलोचना करते हुए कहा कि अगर वह अगले विधानसभा चुनाव तक प्रदेश अध्यक्ष रहते हैं तो भाजपा को 50 विधानसभा सीटें मिलना भी मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि बरेली में करीब 800 लड़कियों ने स्कूल जाना बंद कर दिया, किंतु प्रदेश भाजपा ने इस मामले पर कोई विरोध नहीं जताया। उल्लेखनीय है कि साध्वी प्राची इस प्रकरण का विरोध करने के दौरान घायल हुई थी। उन्होंने प्रदेश के एक केबिनेट मंत्री के इशारे पर पुलिस द्वारा उत्पीडऩ किए जाने का आरोप लगाया था। साध्वी प्राची ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी का नाम लिए बगैर कहा कि उनसे मेडिकल कॉलेज में मिलने आ रहे भाजपा नेताओं के पास धमकी भरे फोन आ रहे हैं। उधर, लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने साध्वी प्राची को भाजपाई मानने से इंकार करते हुए इस मामले में कुछ भी कहने से मना कर दिया। हालांकि साध्वी ने 2012 में मुजफ्फरनगर जिले की पुरकाजी सुरक्षित सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था।
सोमवार को साध्वी को छुट्टी मिलने की खबर पाते ही क्षत्रिय महासभा के नेता कुलदीप तोमर और मेरठ कॉलेज छात्रसंघ के अध्यक्ष दुष्यन्त तोमर की अगुवाई में मेडिकल प्रशासन पर प्रदेश के केबिनेट मंत्री आजम खां के दबाव में साध्वी को छुट्टी देने और दिल्ली स्थित एम्स के लिए रेफर करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया गया था। इस बीच, संस्थान में भर्ती साध्वी प्राची ने संवाददाताओं से बातचीत में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी की आलोचना करते हुए कहा कि अगर वह अगले विधानसभा चुनाव तक प्रदेश अध्यक्ष रहते हैं तो भाजपा को 50 विधानसभा सीटें मिलना भी मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि बरेली में करीब 800 लड़कियों ने स्कूल जाना बंद कर दिया, किंतु प्रदेश भाजपा ने इस मामले पर कोई विरोध नहीं जताया। उल्लेखनीय है कि साध्वी प्राची इस प्रकरण का विरोध करने के दौरान घायल हुई थी। उन्होंने प्रदेश के एक केबिनेट मंत्री के इशारे पर पुलिस द्वारा उत्पीडऩ किए जाने का आरोप लगाया था। साध्वी प्राची ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी का नाम लिए बगैर कहा कि उनसे मेडिकल कॉलेज में मिलने आ रहे भाजपा नेताओं के पास धमकी भरे फोन आ रहे हैं। उधर, लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने साध्वी प्राची को भाजपाई मानने से इंकार करते हुए इस मामले में कुछ भी कहने से मना कर दिया। हालांकि साध्वी ने 2012 में मुजफ्फरनगर जिले की पुरकाजी सुरक्षित सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था।
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