Sunday 30 September 2018

मुजफ्फरनगर की सबसे बड़ी भाजपा नेता मालती शर्मा नहीं रही

मुजफ्फरनगर : जिले की सबसे वरिष्ठ भाजपा नेता मालती शर्मा (88) नहीं रही। वे मुजफ्फरनगर की सबसे पुरानी नेताओं में से एक थी और संस्थापक सदस्यों में थी। उन्हें पूर्व पीएम वाजपेयी की नजदीकी माना जाता था। पूर्व राज्यसभा सदस्य और यूपी की पूर्व बेसिक शिक्षामंत्री मालती शर्मा का रविवार रात निधन हो गया। वे काफी समय से अस्वस्थ चल रही रही थीं। देर रात तक द्वारिकापुरी स्थित उनके आवास पर लोगों का तांता लगा हुआ था।
मालती शर्मा 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर विधायक बनीं। राजनीतिक प्रतिभा के चलते उन्हें बेसिक शिक्षा मंत्री की अहम जिम्मेदारी दी गई। कई बार भाजपा की जिलाध्यक्ष रहीं। राष्ट्रीय महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष भी रहीं। आपातकाल के दौरान वे 19 महीने नैनी सेंट्रल जेल में रहीं। वर्ष 1994 से 2000 तक वे भाजपा की राज्यसभा सदस्य भी रहीं। वे पांच बार विधानसभा चुनाव लड़ी। चार बार काफी कम अंतर से हारीं।
रविवार रात को उन्होंने सदर बाजार स्थित एक निजी नर्सिंग होम में अंतिम सांस ली। पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री और सांसद डा. संजीव बालियान, विधायक कपिल देव अग्रवाल, वरिष्ठ भाजपा नेता सुभाषचंद्र शर्मा, पूर्व विधायक अशोक कंसल, पूर्व मंत्री सुधीर बालियान, नितिन मलिक, ब्रिजेश शुक्ला, आशुतोष शर्मा, वैभव त्यागी, सुषमा पुंडीर, सुशीला अग्रवाल आदि ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। 

सोमवार को नई मंडी श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। अटल बिहारी वाजपेयी की वे करीबी रहीं। वर्ष 1981-82 में टाउन हाल में हुई सभा में अटलजी आए थे। तब मालती शर्मा ने चंदे के रूप में उन्हें दो लाख रुपए की थैली भेंट कर सभी को चौंका दिया था। रामपुर तिराहा कांड के विरोध में मालती शर्मा महिलाओं के साथ दिल्ली में भूख हड़ताल पर बैठी तो अटलजी भी धरने पर बैठ गए थे। बताते हैं कि वर्ष 1964 की एक सुबह बगैर सूचना के अटलजी उनके आवास पर आ गए थे। बीते माह अटलजी की मौत का समाचार सुन उनकी आंखे में आंसू छलक गए थे। जिले में जब भी चुनाव होते थे तो टिकट आबंटन में उनकी अहम रोल हुआ करता था।

मालती जी अलविदाःअंतिम यात्रा- 

कंधा देते विधायक कपिल देव व उमेश मलिक। 

श्रद्धांजलि देते पूर्व सांसद सोहनवीर सिंह व पूर्व चेयरमैन सुभाष शर्मा। 

अंतिम यात्रा में कंधा देते सांसद संजीव बालियान। 

घर पर अंतिम दर्शन के समय संजीव बालियान व पूर्व विधायक अशोक कंसल।