Thursday 31 December 2015

शर्मनाकः सिख और जैन में सबसे खराब लिंगानुपात

2011 की जनगणना के आंकड़ों में हुआ खुलासा
साक्षरता में जैन समुदाय ने सबसे बाजी मारी


नई दिल्ली : देश में सिखों और जैनियों का लिंगानुपात सबसे खराब है जबकि 1,000 लड़कों पर 958 लड़कियों के साथ ईसाइयों का लिंगानुपात सबसे अच्छा है। 2011 की जनगणना के अनुसार सिख समुदाय में 1,000 लड़कों की तुलना में 0-6 उम्र वर्ग में 828 लड़कियां है। जैनियों में इस उम्र वर्र्ग में 1,000 लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या 889 है।
देश की कुल आबादी में बाल लिंगानुपात 1,000 लड़कों की तुलना में 918 लड़कियां हैं। दूसरे समुदायों में 1,000 लड़कों की तुलना में ईसाइयों में लड़कियों की संख्या 958, हिन्दुओं में 913, मुसलमानों में 943 और बौद्ध में 933 हैं। 2001 की जनगणना के अनुसार बाल लिंग अनुपात 1,000 लड़कों की तुलना में 925 हिन्दू लड़कियां, 950 मुसलमान लड़कियां, 964 ईसाई लड़कियां, 786 सिख लड़कियां, 942 बौद्ध लड़कियां और 870 बौद्ध लड़कियां हैं। 1,000 पुरूषों की तुलना में 2011 की जनगणना में कुल आबादी में 943 महिलाएं हैं। हिन्दुओं में यह संख्या 939, मुसलमानों में 951, ईसाइयों में 1,023, सिखों में 903, बौद्ध में 965 औैर जैनियों में 954 है। 2011 की जनगणना के अनुसार सिख समुदाय की आबादी 2,08,33,116 है जिसमें पुरूषों की आबादी 52.55 और महिलाओं की 47.4 प्रतिशत है। ईसाई समुदाय की 2,78,19,588 की आबादी में यह प्रतिशत क्रमश: 50.5 और 49.4 है।
हिन्दुओं की 96,62,57,353 की कुल आबादी में 51.5 प्रतिशत पुरूष आबादी और 48.4 प्रतिशत महिला आबादी है। मुसलमानों की 17,22,45,156 की आबादी में यह क्रमश: 51.2 और 48.7 है। बौद्धों की 84,42,972 की आबादी में यह प्रतिशत क्रमश: 50.8 और 49.11 है। जैनियों की 44,51,753 की आबादी में यह 51.1 और 48.8 प्रतिशत है। जैन समुदाय 2011 की जनगणना में सबसे साक्षर समुदाय बनकर उभरा जबकि उनके बाद क्रमश: ईसाई और बौद्ध आते हैं। विभिन्न धर्म समूहों की साक्षरता दर (सात साल से अधिक उम्र) क्रमश: 73.3 प्रतिशत (हिन्दु), 68.5 प्रतिशत (मुसलमान), 84.5 प्रतिशत (ईसाई), 75.4 प्रतिशत (सिख), 81.3 प्रतिशत (बौद्ध) और 94.9 प्रतिशत (जैन) है। कुल आबादी के संबंध में यह आंकड़ा 73.0 प्रतिशत है।
कुल आबादी के लिए कामकाज में हिस्सेदारी की दर 39.8 प्रतिशत है। धर्म समूहों की लिहाज से यह आंकड़ा क्रमश: 41.0 (हिन्दू), 32.6 (मुसलमान), 41.9 (ईसाई), 36.3 (सिख), 43.1 (बौद्ध) और 35.5 प्रतिशत (जैन) है।

एक और ‘Aalia’ सनसनी फैलाने की तैयारी में

90 के दशक में तहलका मचाने वाली पूजा बेदी इन दिनों कालम लिखती हैं। कभी उनकी मां प्रोतिमा बेदी ने मुंबई के बीच पर नग्न अवस्था में दौड़कर तहलका मचाया था। बाद में पूजा ने ‘लुटेरे’ फिल्म में अपने बिकिनी अंदाज से सबको चौंकाया था। पूजा दो बच्चों की मां हैं लेकिन आज भी बेहद आकर्षक जीवन शैली से खुद को मेंटन रखती हैं। अब उनकी टीन एज बेटी आलिया बेदी भी उनके पदचिह्नों पर चल रही है। आलिया के ये इंस्टाग्राम पोस्ट संकेत देते हैं कि उनमें आने वाले समय में आलिया भट्ट की तरह तहलका मचाने वाले तमाम गुण मौजूद हैं। आलिया बेदी की खास बात ये है कि वे ब्लाग भी लिखती हैं। यानी मां के तमाम गुण उनमें हैं:-

















Bipasha Basu ने की Boyfriend के साथ गोवा में न्यू ईयर की मस्ती






FULL REPORT: मोदी ने किया दिल्ली-मेरठ 14 लेन एक्सप्रेस हाईवे का शिलान्यास

कांग्रेस पर निशाना- 60 साल सत्ता का सुख भोगा अब देश के विकास में नहीं कर रही सहयोग 

नोएडा: संसद में कामकाज बाधित होने के संदर्भ में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज इस विपक्षी दल से नये वर्ष में यह संकल्प लेने को कहा कि वह देश के विकास की खातिर संसद में कामकाज चलने देगी । प्रधानमंत्री ने कहा कि छह दशक तक सत्ता का सुख भोगने के बाद उसे राजनीतिक कारणों से संसद में कामकाज नहीं होने देने और देश के विकास को रोकने का कोई अधिकार नहीं है।
मोदी ने कहा, कल एक जनवरी है । जब आप नववर्ष मनाने जा रहे हैं, आपको संसद को चलने देने और कामकाज होने देने और देश के विकास के मार्ग में कोई बाधा खड़ी नहीं करने का संकल्प लेना चाहिए । प्रधानमंत्री दिल्ली और मेरठ को जोडऩे वाले 14 लेन के एक्सप्रेस हाइवे के शिलान्यास समारोह के दौरान एक रैली को संबोधित कर रहे थे । 



कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, यह भारत का दुर्भाग्य है कि संसद में जो कानून बनाने का स्थान है, वहां कामकाज नहीं होने दिया जा रहा है। जिन लोगों को जनता ने खारिज कर दिया है, वे कामकाज नहीं होने दे रहे हैं। मोदी ने कहा, वे संसद को चलने नहीं दे रहे हैं। मैं इन राजनीतिक दलों से कहूंगा कि वे ऐसा न करें । चूंकि मुझे लोकसभा में बोलने का मौका नहीं मिला, इसलिए मैं जनसभा में अपनी बात रख रहा हूं । जनता ने हमें संसद में चर्चा, बहस और निर्णय करने के लिए भेजा है।



 प्रधानमंत्री ने कहा कि संसद में कामकाज सुचारू रूप से होना सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी कांग्रेस की अधिक है क्योंकि उन्होंने छह दशक से अधिक समय तक सत्ता का सुख भोगा है। उन्होंने कहा, यह हमारी जिम्मेदारी है कि लोगों ने जो काम हमें सौंपा है, उसे पूरा किया जाए । यह जिम्मेदारी उन लोगों की अधिक है जिन्होंने 60 वर्षो तक देश पर शासन किया । वे जानते हैं कि संसद की जिम्मेदारी क्या होती है। मोदी ने कहा, यह विशेष तौर पर उनकी जिम्मेदारी है कि वे सुनिश्चित करें कि उनके राजनीतिक कारणों से देश का विकास अवरूद्ध न हो । उनकी अधिक जिम्मेदारी है क्योंकि जनता ने उन्हें छह दशक तक देश को चलाने का अवसर दिया । उन्होंने कहा, मैं उन लोगों की नाराजगी को समझ सकता हूं जिन्हें देश चलाने का मौका नहीं मिला । लेकिन जिन्होंने 60 वर्षो तक सभी तरह का सत्ता का सुख भोगा, उन्हें संसद को बाधित करने और कामकाज नहीं होने देने का कोई अधिकार नहीं है।


 प्रधानमंत्री की ओर से संसद में कामकाज नहीं होने के मुद्दे पर कांग्रेस पर निशाना ऐसे समय में साधा गया है जब हाल में संपन्न संसद के शीतकालीन सत्र में जीएसटी समेत कुछ महत्वपूर्ण सरकारी विधेयक विपक्षी पार्टी के साथ गतिरोध के कारण पारित नहीं हो सके। 

प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर बताया कि उनकी सरकार ने तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के लिए कर्मचारियों की भर्ती में साक्षात्कार को समाप्त करने का निर्णय किया है और अब नियुक्ति केवल मेरिट के आधार पर होगी । उन्होंने कहा कि सरकार इसे नववर्ष के तोहफे के तौर पर एक जनवरी से लागू कर रही है। प्रधानमंत्री ने राज्य सरकारों से भी ऐसा ही करने का आग्रह किया । मोदी ने कहा कि यह गरीबों को अवसर प्रदान करने का एक प्रयास है जिसमें भ्रष्टाचार की कोई गुंजाइश नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश के एक सांसद ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी राज्य में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी की नौकरियों में साक्षात्कार समाप्त करने का आग्रह किया है ताकि युवाओं को मेरिट के आधार पर नौकरी मिल सके । 

एक्सप्रेस वे परियोजना को विकास का हाइवे करार देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह एक्सप्रेस वे से लगे कई क्षेत्रों में सप्ताहांत पर्यटन को बढ़ावा देगा और साथ ही कई सेटेलाइट शहरों के विकास को प्रोत्साहित करेगा । मोदी ने कहा, हम केवल सड़कों का ही निर्माण नहीं कर रहे हैं बल्कि यह विकास का हाइवे है। उन्होंने राष्ट्र को सड़कों से जोडऩे के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की दृष्टि को याद किया । उन्होंने कहा,' वाजपेयीजी ने स्वर्ण चतुर्भुज परियोजना के जरिये भारत को जोडऩे की दिशा में काम किया । ग्रामीण भारत को जोडऩे के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना पेश की । रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने बेहतर सड़क सम्पर्क और बदलती परिस्थितियों के अनुरूप आधारभूत संरचना के विकास की जरूरत पर जोर दिया । उन्होंने प्रस्तावित एक्सप्रेस वे की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह दिल्ली से मेरठ की दूरी 45 मिनट में तय हो सकेगी । उन्होंने कहा कि इस हाइवे परियोजना पर 7500 करोड़ रूपये की लागत आयेगी और इससे प्रदूषण मुक्त भविष्य का मार्ग प्रशस्त किया जा सकेगा । 
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब यह तय है कि आने वाले दिनों में स्पीड तेज होने वाली है तब आधारभूत संरचना का विकास भी इसी तर्ज पर होना चाहिए । मेरी सरकार संकट को अवसर में परिवर्तित करने में विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि तीन दशक पहले गांव में लोग साधारण सड़कों से ही संतुष्ट थे लेकिन अब वे समझने लगे हैं कि अगर वे विकास चाहते हैं तब त्वरित एक्सप्रेस वे को गांव से जोड़ा जाना जरूरी है। हाइवे परियोजना को पश्चिमी उत्तरप्रदेश के आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त करने वाला करार देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वर्णिम चतुर्भुज एक्सप्रेस हाइवे पूर्वी..पश्चिमी..उत्तरी..दक्षिणी क्षेत्रों को जोडऩे का काम करेगा और भारत को विकसित देशों के समकक्ष लायेगा। मोदी ने कहा कि एक्सप्रेस वे से देहरादून को लाभ होगा क्योंकि एनएच 24 बिना किसी रूकावट के त्वरित कनेक्टिविटी से जुड़ जायेगा । सरकार हरिद्वार, रिषीकेश, बद्रीनाथ, केदारनाथ और यमुनोत्री को मजबूत सड़कों से जोड़ेगी । 

पश्चिमी उत्तरप्रदेश के इस शहर से जुड़े ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरठ की 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि मध्यम वर्ग और उच्च मध्यम वर्ग के कई परिवार अब सप्ताहांत बाहर निकलते हैं। दिल्ली और इसके आसपास अच्छी सड़कों का नेटवर्क इनके लिए फायदेमंद रहेगा और क्षेत्र में पर्यटन एवं रोजगार को बढ़ावा देगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार नदियों को जोडऩे की दिशा में काम कर रही है जिससे किसानों को सूखे के दौरान मदद मिलेगी और पश्चिमी उत्तरप्रदेश में गन्ना किसानों को लाभ होगा ।

Wednesday 30 December 2015

विद्या बालन अस्पताल में भर्ती, गुर्दे में पथरी की आशंका

नए साल व जन्मदिन का कार्यक्रम कैंसिल किया 

मुंबई:
अभिनेत्री विद्या बालन को गुर्दे में पथरी होने की आशंका के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। विद्या के प्रवक्ता ने आज एक बयान में कहा, विद्या फिलहाल हिन्दुजा अस्पताल में विशेषज्ञों की देखरेख में हैं और जल्दी ही स्वस्थ हो जाएंगी। बयान के अनुसार, विद्या को उनके पति सिद्धार्थ रॉय कपूर ने कल अस्पताल में भर्ती कराया। अबू धाबी से अपने गंतव्य के लिए रवाना होने से पहले विद्या की पीठ में भयंकर दर्द होने के बाद अभिनेत्री को अस्पताल ले जाया गया।दंपत्ति नववर्ष और एक जनवरी को विद्या का जन्मदिन मनाने के लिए किसी गोपनीय जगह जा रहा था। बयान के अनुसार, दर्द बहुत ज्यादा था और डॉक्टरों को विमान में ही बुलाना पड़ा जिसके बाद विद्या और सिद्धार्थ को विमान से उतरना पड़ा। उन्हें हवाई अड्डे पर बने क्लिनिक में जांच के लिए ले जाया गया। बयान के मुताबिक, विद्या को अचानक तेज बुखार हो गया, जिसके लिए उन्हें दवा दी गयी। उसके तुरंत बाद वे विमान से मुंबई आ गए। वापस आकर सिद्धार्थ ने विद्या को खार हिन्दुजा अस्पताल में भर्ती कराया। कुछ जांच के बाद लगता है कि गुर्दें में पथरी की समस्या है।



‘बॉबी’ की रिलीज से पहले ही प्रेगनेंट हो चुकी थी डिंपल कपाड़िया

ट्विंकल को बधाई देने वाले ट्वीट पर विवाद के बाद ऋषि कपूर ने किया खुलासा

मुंबई:
70 के दशक के चाकलेटी हीरो ऋषि कपूर ने साफ कर दिया है कि जिस समय वे ‘बॉबी’ फिल्म की शूटिंग कर रहे थे उस समय डिंपल कपाड़िया गर्भवती हो चुकी थी। ऋषि ने बुधवार शाम को किए गए ट्वीट में बताया- काकाजी और डिंपल ने मार्च 1973 में शादी की थी और ‘बॉबी’ 28 सितंबर 1973 को रिलीज हुई थी। जिस समय वे डिंपल के साथ ‘अक्सर कोई लड़का’ गाने की शूटिंग कर रहे थे उस समय डिंपल तीन महीने की गर्भवती थी। डिंपल ने 29 दिसंबर 1973 को ट्विंकल खन्ना को जन्म दिया था।

दरअसल ट्विंकल को जन्मदिन की बधाई देते हुए चिंटू ने ट्वीट किया था- 
Happy Birthday dear one! You were in your mums tummy when I was serenading her in Bobby"Aksar koi Ladka" In 1973 lol 
(जन्मदिन मुबारक डियर वन! जब बॉबी 1973 में 'अक्सर कोई लड़का' के जरिए मैं तुम्हारी मम्मी को रिझाने की कोशिश कर रहा था, उस समय तुम उनके पेट में थीं...हा) 

उनका ट्विंकल खन्ना को जन्म दिन की बधाई देने का तरीका बेहूदा माना जा रहा था और सोशल नेटवर्किंग साइट्स में उन्हें भला बुरा कहा जा रहा था। इसका जवाब बुधवार को चिंटू ने देते हुए सब कुछ साफ कर दिया और कहा कि जिन लोगों को दिक्कत हुई है होती रहे। वे अपनी जगह सही हैं। कुछ लोगों ने ऋषि के बधाई देने के अंदाज को सराहा भी है।









Tuesday 29 December 2015

प्रधानमंत्री 31 दिसंबर को रखेगें दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे की आधारशिला

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 दिसंबर को महत्वकांक्षी दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे परियोजना का शिलान्यास रखेंगे। इस परियोजना का उद्देश्य राष्ट्रीय राजधानी में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाना है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि 'हम दिल्ली में यातायात की समस्या को दूर करने के लिये प्रतिबद्ध हैं और कुछ कदम उठा रहे हैं। दिल्ली में भीड़-भाड़ कम करने के लिये एक और महत्वपूर्ण परियोजना दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे होगी। इसके लिये प्रधानमंत्री 31 दिसंबर को आधारशिला रखेंगे। मंत्री ने कहा कि फिलहाल दिल्ली और मेरठ के बीच एक मात्र रास्ता एनएच 58 है और इस राजमार्ग पर कई जगह यातायात जाम की समस्या होती है। इससे दिल्ली और मेरठ के बीच यात्रा करने वाले लोगों को असुविधा होती है। गडकरी ने कहा, दिल्ली और मेरठ के बीच तेज एवं सुरक्षित यात्रा के लिये एक्सप्रेसवे की तत्काल जरूरत है और उसी के अनुसार परियोजना तैयार की गयी है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का निर्माण निजामुद्दीन पुल से शुरू होगा और मौजूदा एनएच-24 पर डासना तक (30.38 किलोमीटर) तक होगा। उन्होंने कहा,'डासना से मेरठ तक पूरी तरह नया मार्ग बनेगा। यह मार्ग इनर रिंग रोड मेरठ बाईपास के पास समाप्त होगा। यह परियोजना चार पैकेज में तैयार होगा। पहले तीन हिस्से -निजामुद्दीन पुल से उत्तर प्रदेश बार्डर, उ.प्र. बार्डर से डासना और डासना से हापुड़- परियोजना की लागत 2,809.6 करोड़ रपये होगी। चौथा पैकेज दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर डासना से मेरठ तक नया संपर्क मार्ग बनाना होगा जो कि छह लेन का होगा।

Monday 28 December 2015

काम की खबरः 10 लाख आमदनी वालों को गैस सब्सिडी नहींं

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने रसोई गैस की सब्सिडी के बारे में एक अहम फैसला लेते हुए ऐलान किया है कि अब 10 लाख से अधिक सालाना सैलरी वाले उपभोक्ताओं को सब्सिडी नहीं मिलेगी। फिलहाल सभी परिवारों को एक साल में 14.2 किलोग्राम के 12 रसोई गैस सिलेंडर सब्सिडी पर मिलते हैं। इससे ज्यादा उपयोग करने पर ग्राहकों को बाजार मूल्य पर सिलेंडर मिलते हैं। दिल्ली में फिलहाल सब्सिडी वाले एक एलपीजी सिलेंडर का दाम 417.82 रुपये, वहीं बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर का दाम 606.50 रुपये पड़ता है। सरकार इन सिलेंडरों पर सब्सिडी के पैसे सीधे उपभोक्ताओं के बैंक खाते में ट्रांसफर करती है, जिससे कि वे बाजार दरों पर सिलेंडर खरीदते हैं। पेट्रोलियम मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सरकार ने संपन्न लोगों से स्वैच्छिक रूप से सब्सिडी वाली एलपीजी छोड़ने तथा बाजार मूल्य पर सिलेंडर खरीदने को कहा था। अभी तक 15 करोड़ एलपीजी उपभोक्ताओं में से 57.5 लाख ने सब्सिडी वाला सिलेंडर छोड़ा है। बयान में कहा गया है कि जहां कई उपभोक्ताओं ने स्वैच्छिक रूप से सब्सिडी छोड़ी है, वहीं यह जरूरत महसूस की जा रही है कि उच्च आय वर्ग के लोगों को एलपीजी सिलेंडर बाजार कीमत पर मिलना चाहिए।
सरकार ने कहा है कि यदि पति या पत्नी की सालाना कर योग्य आय पिछले वित्त वर्ष में 10 लाख रुपये से अधिक रही है, तो उनको एलपीजी सब्सिडी का लाभ नहीं मिलेगा। इस आय की गणना आयकर कानून, 1961 के तहत की जाएगी। हालांकि, शुरुआत में इस योजना को जनवरी में सिलेंडर की बुकिंग कराते समय स्वघोषणा के आधार पर लागू किया जाएगा। सब्सिडी बिल में कटौती तथा राजकोषीय घाटे को कम करने के लिए पूर्ववर्ती यूपीए सरकार ने सितंबर, 2012 में प्रत्येक परिवार के लिए सब्सिडी वाले सिलेंडरों की संख्या सालाना छह कर दी थी। बाद में इसे संशोधित कर नौ किया गया था। जनवरी, 2014 में इसे 1 अप्रैल से सालाना 12 सिलेंडर किया गया था। सालाना 12 सिलेंडरों की सब्सिडी सीधे उपभोक्ता के बैंक खाते में डाली जाती है, जिसके जरिये वे बाजार मूल्य पर सिलेंडर खरीदते हैं। वित्त वर्ष 2014-15 में एलपीजी के लिए 40,551 करोड़ रुपये की सब्सिडी का भुगतान किया गया। इस वित्त वर्ष में यह आधी से भी कम रहेगी, क्योंकि तेल कीमतें छह साल के निचले स्तर पर आ गई हैं। अप्रैल-सितंबर के दौरान सब्सिडी खर्च 8,814 करोड़ रुपये रहा है। इस बारे में कोई अनुमान नहीं है कि कितने एलपीजी उपभोक्ताओं की सालाना कर योग्य आय 10 लाख रुपये या अधिक है।
फिलहाल देश में 16.35 करोड़ एलपीजी उपभोक्ता हैं। एलपीजी के लिए प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटीएल) योजना शुरू होने के बाद यह आंकड़ा घटकर 14.78 करोड़ रह गया, क्योंकि इससे डुप्लिकेट और निष्क्रिय उपभोक्ता बाहर हो गए हैं। बयान में कहा गया है कि इस योजना का मकसद यह है कि सब्सिडी लाभ लक्षित समूह तक पहुंचे। सरकार ने संपन्न लोगों से स्वैच्छिक रूप से सब्सिडी छोड़ने का आह्वान किया था। प्रधानमंत्री के इस आह्वान के बाद 57.50 लाख लोगों ने एलपीजी सब्सिडी छोड़ी है। सरकार के ‘गिव इट अप’ अभियान से बचने वाली सब्सिडी का इस्तेमाल 'गिव बैक' अभियान के जरिये गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के परिवारों को नए कनेक्शन देने के लिए किया जा रहा है।

फेसबुक की Free Basics का फिर बचाव किया जुकरबर्ग ने

नई दिल्ली: फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने कंपनी की विवादास्पद फ्री बेसिक्स इंटरनेट सेवा का आज एक बार फिर बचाव करते हुए कहा कि यह पहल नेट निरपेक्षता की रक्षा करती है। जुकरबर्ग ने फ्री बेसिक्स को व्यक्तिगत स्तर पर बढावा देने के लिए एक वीडियो जारी किया है। इसके अलावा उन्होंने एक प्रमुख अखबार में व्यक्तिगत अपील भी लिखी है।
फेसबुक की प्रस्तावित फ्री बेसिक्स योजना में उपयोक्ता शिक्षा, हेल्थकेयर व रोजगार जैसी सेवाएं अपने मोबाइल फोन पर उस एप्प के जरिए नि:शुल्क (बिना किसी डेटा योजना के) हासिल कर सकते हैं जोकि इस प्लेटफार्म के लिए विशेष रूप से बनाया गया है। यानी फ्री बेसिक्स में उपयोक्ता कुछ वेबसाइटें नि:शुल्क खोल सकते हैं लेकिन इसके साथ ही यह पहल यूट्यूब, जीमेल, गूगल या ट्विटर आदि बाकी वेबसाइटों की अनुमति नहीं देती। आलोचकों ने कंपनी की इस पहल को नेट निरपेक्षता के सिद्धांत का कथित उल्लंघन बताया है। वीडियो पोस्ट में जुकरबर्ग ने कहा है, हमारा मानना है कि कनेक्टिविटी एक मानवाधिकार है और दुनिया के लिए कनेक्टिविटी हासिल करना हमारी पीढी के लिए बुनियादी चुनौतियां। लोग जब कनेक्टेड होंगे तो हम कुछ बहुत अच्छी चीजें कर सकते हैं।
उन्होंने कहा हे कि कनेक्टिविटी कुछ धनी और सक्षम लोगों का विशेषाधिकार नहीं बना रह सकता है और इसे ऐसा होना चाहिए कि सभी इसका फायदा उठाएं और यह सभी के लिए अवसर हो। वहीं एक दैनिक में अपने आलेख में जुकरबर्ग ने फ्री बेसिक्स की तुलना एक पुस्तकालय से की है जिसमें हेल्थकेयर व शिक्षा सहित कुछ ही विषय की किताबें हैं। इसमें उन्होंने लिखा है, सभी उन सूचनाओं व टूल्स तक पहुंचने की पात्रता रखते हैं जो कि उन्हें उन अन्य सार्वजनिक सेवाओं तक पहुंचने में मददगार हो सकते हैं। हर कोई फ्री बेसिक्स इंटरनेट सेवाओं का फायदा उठाने की पात्रता रखता है। उल्लेखनीय है कि दूरसंचार नियामक ट्राई ने रिलांयस कम्युनिकेशंस से इस सेवा (फ्री बेसिक्स) को अस्थाई तौर पर स्थगित रखने को कहा है। रिलायंस कम्युनिकेशंस भारत में फेसबुक की फ्री बेसिक्स पहल की भागीदार है।

रिलायंस की जियो 4जीः जल्द ही पूरे भारत में लांच होगी

मुंबई: अरबपति मुकेश अंबानी के दूरसंचार उपक्रम रिलायंस जियो को आगामी सप्ताहों में व्यावसायिक रूप में पेश किया जाएगा। कल रिलायंस जियो ने अपने कर्मचारियों के लिए जियो ब्रांड नाम से 4जी सेवाएं शुरू की हैं। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में पहली बार अंबानी के जुड़वा बच्चे आकाश और इशा एक साथ दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि जियो क्यों? क्योंकि जीवन डिजिटल हो रहा है। उन्होंने पहले साल में 10 करोड़ ग्राहक बनाने का लक्ष्य रखा है। इस कार्यक्रम में रिलायंस जियो के ब्रांड एम्बैसडर बालीवुड अभिनेता शाहरूख खान के अलावा संगीत निर्देशक ए आर रहमान ने जलवे बिखेरे।
मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी ने कहा कि जियो सिर्फ 4जी नहीं है। यह एक ऐसी प्रणाली है जो भविष्य की पीढ़ी को विश्व के लिए तैयार करेगी। आकाश अंबानी ने कहा कि जब मैंने और इशा ने अमेरिका से वापस लौटने का फैसला किया, तो हम सिर्फ अपने पिता के पदचिन्हों पर ही चल रहे थे जो अमेरिका से लौटे थे। हमारे दादा एडन से लौटे थे। जब शाहरूख ने इशा से पूछा कि जियो क्या है तो उनका जवाब था यह वह सब कुछ है जो डिजिटल बनाता है। इस पर बालीवुड सुपरस्टार ने कहा कि मैं फौजी से 4जी पर पहुंच गया। रहमान ने कहा कि मुझे शांति के लिए प्रौद्योगिकी चाहिए।

Friday 25 December 2015

रेडियो एसडी पर जनता के सवालों से जूझे चेयरमैन पंकज अग्रवाल

कहा- चार दिन की छुट्टी तो महीने में हर किसी का हक
शहर की शक्ल सुधारने में मांगा लोगों से सहयोग
शहर में ई-रिक्शाओं पर लगेगी लगाम, तय होंगे सबके रूट
मुजफ्फरनगरः अपने कैरियर के शुरूआती दौर में आलोचनाओं का शिकार होने वाले चेयरमैन पंकज अग्रवाल अब एक विकास पुरुष की इमेज बना रहे हैं। शहर में तमाम ऐसी सड़कें नगर पालिका ने बनवाई हैं जो कभी नहीं बनी। कहने के लिए पूर्व चेयरमैन कपिल देव अग्रवाल ये दावा करते रहे कि उनके समय में सबसे ज्यादा काम हुआ लेकिन शहर ने जो शक्ल पिछले दो साल में लेनी शुरू की है वो कमाल की है। शहर की चौड़ी गली जो बरसों से नहीं बनी थी अब शहर की सबसे शानदार सड़क बन गई है। हालांकि अभी काफी काम बाकी है लेकिन राजनीतिक हलकों में पंकज अग्रवाल को गंभीरता से लिया जाने लगा है। 
शनिवार की सुबह पंकज अग्रवाल जिले के पहले रेडियो एफएम चैनल ‘90.8 रेडियो एसडी’ पर लाइव थे लोगों को सवालों के जवाब देने के लिए। उन्होंने न केवल शानदार तरीके से सवालों के जवाब दिए बल्कि अपनी भविष्य की योजनाओं का भी खुलासा किया। पंकज अग्रवाल ने एक सवाल के जवाब में बताया कि शहर में बढ़ती ई-रिक्शाओं की भीड़ को काबू में लाने के लिए जल्द ही एक प्लान बनाया जा रहा है। इसके तहत प्रशासन से सहयोग लेकर ये तय किया जाएगा कि इनका रजिस्ट्रेशन आदि कैसे कराया जाए। इसके अलावा ये भी तय किया जाएगा कि ये लोग किस रूट पर चलेंगे। पूरे शहर में भीड बढ़ाने के बजाए ये तय किया जाएगा कि ये लोग निर्धारित रूट पर चलें जिससे लोगों को परेशानी न हो।
पंकज अग्रवाल ने कहा कि शहर में लगने वाले होर्डिंग्स राजनीतिक दबाव की वजह से हटवा पाना मुश्किल होता है लेकिन फिर भी वे योजना बना रहे हैं कि ये सब निर्धारित स्थानों पर ही लगें और किसी प्रकार दिक्कत पैदा न करें। शुरू से ही एक सवाल पंकज अग्रवाल के बारे में उठता रहा है कि वे विदेश बहुत जाते हैं और शहर में कम रहते हैं। इस सवाल को पूछा गया तो पंकज ने जवाब हंसकर दिया। पंकज ने कहा कि मैं एक कारोबरी भी हूं और सामाजिक व्यक्ति भी हूं। अक्सर मुझे पेपर इंडस्ट्री की मीटिंग आदि के लिए विदेश जाना होता है। मैं प्रदूषण खत्म करने वाली तकनीकों के बारे में भी बहुत सोचता हूं और उन्हें लागू करता हूं। ऐसे में विदेश जाना होता है। इसके अलावा कुछ संस्थान मुझे लेक्चर आदि के लिए बुलाते हैं तो वहां भी जाता हूं। पंकज ने बताया कि वे कभी भी महीने में चार दिन से ज्यादा बाहर नहीं रहते और चार दिन की छुट्टी को सभी लोग महीने में चाहते ही हैं।
पंकज अग्रवाल ने जनकपुरी, रामपुरी आदि की सड़कों के बारे में भी जवाब दिए और नागरिकों को संतुष्ट किया। पंकज ने शहर के लोगों से अपील की कि वे साफ-सफाई में सहयोग करें और कोई भी समस्या हो तो सीधे उन्हें लिखे।

Wednesday 23 December 2015

इस हफ्ते भी "बाजीराव मस्तानी": नहीं देखी तो देखिये, देख चुके हैं तो दोबारा देखें

सुपर स्टार अमिताभ बच्चन हुए फिल्म के कायल, कई ट्वीट किए

'दिलवाले' पिछड़ी, इस हफ्ते भी 'बाजीराव मस्तानी' की धूम मची रहने के आसार 
नई दिल्लीः
इस शुक्रवार को कोई नई फिल्म नहीं रिलीज हो रही है लेकिन क्रिसमस की वजह से ये वीकेंड बड़ा धमाकेदार होने जा रहा है। ऐसे में अगर आप फैमली के साथ आउटिंग की योजना बना रहे हैं तो फिर ‘बाजीराव मस्तानी’ देखने से बेहतर और कुछ नहीं हो सकता। अगर आप देख चुके हैं तो फिर एक बार देख लीजिए। क्योंकि जिन लोगों ने इस फिल्म को दोबारा देखा है वे इसके कायल हो गए हैं। पहली बार में जो चीजें समझ में नहीं आई वे और स्पष्ट हो जाती हैं। मेगा स्टार अमिताभ बच्चन ने मंगलवार को ‘बाजीराव मस्तानी’ देखी और ट्विटर पर इसकी जमकर तारीफ की। बच्चन ने लिखा कि वे घर पर आ गए हैं लेकिन फिल्म का जादूई असर उन पर अभी भी छाया हुआ है। इतना ही नहीं बुधवार की सुबह उन्होंने रणवीर सिंह के साथ अपने कुछ फोटो शेयर करते हुए लिखा- ‘इसका नशा उतर नहीं रहा बाजीराव।‘ अब इससे बेहतर और किसी फिल्म के बारे में क्या लिखा जा सकता है।

मंगलवार को ही सदाबहार अभिनेता ऋषि कपूर ने भी ‘बाजीराव मस्तानी’ देखी और इसकी जमकर तारीफ की। वे इतने बेताब थे कि फिल्म के इंटरवल से पहले ही उन्होंने ट्वीट कर दिया कि फिल्म का जवाब नहीं। इसके अलावा तमाम फिल्म इंडस्ट्री व खास लोग इसकी तारीफ कर रहे हैं।
बैडमिंटन स्टार सानिया नेहवाल ने शनिवार को फेसबुक पर लिखा कि वे इस समय फिल्म देखने जा रही हैं। सबने अनुमान लगाया कि वे शायद ‘दिलवाले’ देखेंगी क्योंकि शाहरुख खान उनके पसंदीदा कलाकार हैं लेकिन बाद में उन्होंने लिखा कि ‘बाजीराव मस्तानी’ का जवाब नहीं। ये इतना बताने के लिए काफी है कि इस फिल्म को लेकर लोगों में कितनी उत्सुकता है। यही वजह है कि शुरू के दो-तीन के बाद जैसे ही शाहरुख-काजोल की जोड़ी का खुमार लोगों पर से उतरा वैसे ही ‘बाजीराव मस्तानी’ दिलो दिमाग पर छा गई।
फिल्म के वितरक भी मान रहे हैं कि जिस तरह से मीडिया ने ‘बाजीराव मस्तानी’ की तारीफ की है उसने फिल्म के लिए बहुत बड़ा काम किया है। जो लोग ‘दिलवाले’ देख चुके हैं वे ‘बाजीराव मस्तानी’ भी जरूर देख रहे हैं। अलबत्ता ये तय नहीं है कि ‘बाजीराव मस्तानी’ देखने के बाद ‘दिलवाले’ को लोग कितना देख रहे हैं।

मशहूर लेखिका तस्लीमा नसरीन ने मंगलवार को दिल्ली में ‘बाजीराव मस्तानी’ देखी और जमकर तारीफ की। नसरीन ने ट्वीट किया- एक हिंदू पुरुष का एक मुस्लिम महिला के प्रति प्यार देखने वाला है। सच्चा प्यार, जिसका कोई धर्म नहीं।

रवीना टंडन ने ट्वीट किया- रणवीर तुमने कमाल का काम किया है। तुम्हारी मेहनत का फल है। तुम्हारे लिए खुश हूं, सफलता के लिए शुभकामनाएं।

अमिताभ बच्चन ने एक ट्वीट में लिखा- मैं शुक्रगुजार हूं कि मैं ‘बाजीराव मस्तानी’ के दौरे में हूं। कैमरे के पीछे एक मास्टर की रचना और कैमरे के सामने अद्भुत प्रतिभाशाली कलाकार।

‘बाम्बे टाइम्स’ की एडिटर प्रिया गुप्ता ने एक सर्वे किया जिसमें पूछा कि दोनों फिल्मों में से कौन सी आपको ज्यादा पसंद आई तो 60 प्रतिशत ने ‘बाजीराव मस्तानी’ को कहा।

प्रसिद्ध लेखिका शोभा डे ने ट्वीट किया- दीपिका तुमने ‘रामलीला’ का अपनी ही मादक व उत्तेजक भूमिका और पार कर दिया। रणवीर की मस्तानी के रूप में तुमने कमाल कर दिया। शोभा डे ने इसे ‘देवदास’ से भी बेहतर फिल्म बताया। मशहूर पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार ने भी कई ट्वीट फिल्म की तारीफ में किए हैं।



Tuesday 22 December 2015

निर्भया मामले में आरोपी की रिहाई से खुश नहीः प्रियंका चोपड़ा

'जय गंगाजल’ के पहले ट्रेलर पर प्रियंका चोपड़ा का जलवा
मुंबई:
बालीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने 16 दिसंबर के सामूहिक बलात्कार मामले में दोषी किशोर की रिहाई का विरोध किया। उन्होंने इस घटना को जघन्य और अक्षम्य बताया। प्रियंका अपनी आगामी फिल्म ‘जय गंगाजल’ के ट्रेलर के लांच के मौके पर यहां मौजूद थीं। संवाददाताओं ने बीते रविवार को हुई किशोर की रिहाई के बारे में उनसे सवाल पूछा। प्रियंका ने यहां संवाददाताओं से कहा, मैं इससे सहमत नहीं हूं। यह बहुत जघन्य अपराध है, यह अक्षम्य है। मैं कानून का पालन करने वाली नागरिक हूं इसलिए जो कानून फैसला करेगा मैं उसका अनुसरण करूंगी लेकिन यह अपराध बहुत जघन्य है। इस मामले के दोषी को 20 दिसंबर को रिहा किया गया। उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली महिला आयोग द्वारा दायर विशेष अनुमति याचिका पर किशोर अपराधी की रिहाई पर रोक लगाने से इंकार किया था।
'जय गंगाजल’ के निर्देशक प्रकाश झा ने इस मौके पर कहा कि किशोर अपराध की दर कम करने का समाधान शिक्षा है। इंटरनेशनल स्टार बन चुकी बालीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा की नई फिल्म 'जय गंगाजल: द एंड गेम’ के पहले ट्रेलर में पुलिस अधीक्षक आभा माथुर के किरदार में सटीक और शानदार लग रही है। 33 साल की अभिनेत्री फिल्म में एक भ्रष्ट राजनेता और उसके शार्गिदों के प्रभुत्व वाले बांकेपुर जिले की पहली महिला पुलिस अधीक्षक का किरदार निभा रही है। प्रियंका ने ट्विटर पर फिल्म का पहला ट्रेलर साझा किया। उन्होंने लिखा, उस फिल्म का ट्रेलर जिसकी शूटिंग मैंने सबसे कम समय में पूरी की। पेश कर रही हूं आभा माथुर को उस भूमिका में एवं उस फिल्म में, जिसपर मुझे बहुत गर्व है। फिल्म के साथ झा खुद अभिनय जगत में पर्दापण कर रहे हैं। दो मिनट 48 सेकेंड के ट्रेलर में वह एक भ्रष्ट पुलिस अधिकारी बी एन सिंह के किरदार में दिख रहे हैं। फिल्म अगले साल चार मार्च को रिलीज होगी।

International Celebrity beauty PARIS HILTON at her HOTTEST best