Thursday 3 December 2015

सहवाग ने सबको शुक्रिया कहा लेकिन धोनी को नहीं

फिरोजशाह कोटला में टेस्ट से पहले किया गया पूर्व क्रिकेटर का सम्मान

नई दिल्ली: क्रिकेट को अलविदा कह चुके वीरेंद्र सहवाग ने आज पूर्व कप्तान सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और अनिल कुंबले के साथ चैम्पियन बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर में उनके मार्गदर्शन के लिये धन्यवाद दिया । सहवाग ने हालांकि महेंद्र सिंह धोनी का नाम नहीं लिया जिसकी कप्तानी में उन्होंने करीब छह साल तक भारत के लिये खेला । बीसीसीआई ने आज भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चौथे और आखिरी टेस्ट की शुरूआत से पहले सहवाग को सम्मानित किया । बोर्ड सचिव अनुराग ठाकुर ने उनकी उपलब्धियों के लिये उन्हें चमचमाती ट्राफी भेंट की । सहवाग के साथ उनकी मां कृष्णा सहवाग, पत्नी आरती और बेटे आर्यवीर तथा वेदांत मौजूद थे ।

सहवाग ने अपने विदाई भाषण में बीसीसीआई, डीडीसीए, अपने पहले कोच ए एन शर्मा और दिल्ली अंडर 19 टीम में उन्हें चुनने वाले सतीश शर्मा को धन्यवाद दिया । उन्होंने कहा , मैं अपने पिता को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मुझे क्रिकेट खेलने की अनुमति दी । मैं अपने सारे कोचों खासकर ए एन शर्मा को धन्यवाद दूंगा जिन्होंने मुझे ऐसा क्रिकेटर बनाया । सहवाग ने अपने करीबी दोस्तों को भी धन्यवाद दिया जिसमें दिल्ली के अंडर 19 कोच राजू शर्मा शामिल हैं । कप्तानों के बारे में उन्होंने कहा , मैं अपने पहले कप्तान अजय जडेजा और बाकी कप्तानों सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और अनिल कुंबले को भी धन्यवाद देता हूं । मैं सचिन तेंदुलकर को भी धन्यवाद देना चाहता हूं । उन्होंने धोनी का नाम नहीं लिया । उन्होंने अपने 14 साल के कैरियर में फिजियो और ट्रेनर के योगदान का भी जिक्र किया । आखिरी में उन्होंने क्रिकेटप्रेमियों को धन्यवाद दिया । उन्होंने कहा , मैं अपने सारे प्रशंसकों को धन्यवाद देना चाहता हूं जो अच्छे बुरे दौर में मेरे साथ रहे । डीडीसीए ने अभी तक किसी स्टैंड या दीर्घा का उनके नाम पर नामकरण नहीं किया है लेकिन बीसीसीआई ने अंबेडकर स्टेडियम छोर की आखिरी दीर्घा को सहवाग के सर्वोच्च टेस्ट स्कोर के नाम पर 'वीरू 319’ का अस्थायी नाम दिया ।






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