Tuesday 8 December 2015

अमेरिका में मुस्लिमों का प्रवेश प्रतिबंधित करने की मांग

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार बनने के प्रबल दावेदार डोनॉल्ड ट्रम्प ने उठाई मांग

वाशिंगटन: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार बनने के प्रबल दावेदार डोनॉल्ड ट्रम्प ने अपनी प्रचार मुहिम के दौरान अब तक का सबसे विभाजनकारी बयान देते हुए कैलिफोर्निया नरसंहार के बाद अमेरिका में मुसलमानों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगाने की आज मांग की जिसकी उनके प्रतिद्वंद्वियों और व्हाइट हाउस ने निंदा की है। ट्रम्प की प्रचार मुहिम द्वारा जारी बयान के अनुसार उन्होंने आह्वान किया, 'जब तक हमारे देश के प्रतिनिधि यह पता नहीं लगा लेते कि क्या कुछ चल रहा है, तब तक अमेरिका में मुसलमानों का प्रवेश पूरी तरह से रोक दिया जाए। उनका यह भड़काउ बयान ऐसे समय में आया है जब महज एक ही दिन पहले ही अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने देश में प्रवेश के लिए धार्मिक जांचों को खारिज करने की बात कही थी और ट्रम्प ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार के अन्य प्रमुख दावेदारों के साथ मिलकर कट्टपंथी इस्लाम को मुख्य खतरे के रूप में चिह्नित नहीं करने पर ओबामा की आलोचना की थी।

कारोबारी दिग्गज से राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी का उम्मीदवार बनने के दावेदार बने 69 वर्षीय ट्रम्प का यह बयान कैलिफोर्निया में गोलीबारी के बाद राष्ट्रपति पद के किसी प्रत्याशी द्वारा दिया गया अब तक का संभवत: सबसे नाटकीय बयान है। कैलिफोर्निया में पिछले सप्ताह एक पाकिस्तानी दंपति ने गोलीबारी की थी जिनके बारे में एफबीआई ने कहा था कि वे, कुछ समय से कंट्टरपंथी विचारों से प्रभावित थे। ट्रम्प ने दक्षिण कैरोलीना में एक रैली में अपने संकल्प को दोहराते हुए उत्साहित भीड़ से कहा, हमारे पास कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कड़े कदम नहीं उठाए जाने पर 11 सितंबर 2001 में हुए हमलों की शैली में और हमले होने के संबंध में चेताया।
राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार बनने की प्रबल दावेदार हिलेरी क्लिंटन ने ट्रम्प के बयान की आलोचना करते हुए इसे निंदनीय, पक्षपातपूर्ण और विभाजनकारी बताया। हिलेरी ने कहा, आप इसे नहीं समझते। यह हमें कम सुरक्षित बनाता है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन अर्नेस्ट ने कहा, मुझे लगता है कि मिस्टर ट्रम्प कुछ ऐसी चीज कर रहे हैं जो वह अपने पूरे प्रचार के दौरान यह कार्य करते आ रहे हैं, जो लोगों के डर से खेलना है ताकि उनके प्रचार के लिए समर्थन जुट सकें। अर्नेस्ट ने एमएसएनबीसी से कहा, मुझे लगता है कि वह जो कुछ कर रहे हैं, उससे वह अमेरिका को सचमुच में स्वार्थी तरीके से बांट रहे हैं। यह पूरी तरह से उन मूल्यों से असंगत है जो इस देश की स्थापना के केंद्र में था। काउंसिल ऑन अमेरिकन इस्लामिक रिलेशंस (सीएआईआर) ने भी ट्रम्प की इस नीति की आलोचना की। सीएआईआर के कार्यकारी निदेशक निहाद अवाद ने कहा, यह बिना सोचे समझे दिया गया और गैर अमेरिकी बयान है। 
डोनाल्ड ट्रम्प हमारे जैसे एक महान देश के बजाए ऐसी भीड़ के नेता लग रह हैं जो लोगों को मारना चाहती है। सोशल मीडिया ने नस्लवाद, फासीवाद और धर्मांध जैसे हैशटैग के साथ इस बयान पर प्रतिक्रियाएं दीं। कुछ मस्जिदों को बंद कर देने और अमेरिका में मुसलमानों पर नजर रखने की सलाह देने के बाद आलोचना का शिकार हुए ट्रम्प ने एक बयान में कहा कि हर किसी के लिए जाहिर है कि यह नफरत समझ से परे है। यह नफरत कहां से आती है और हमें क्यों इसे निर्धारित करने की आवश्यकता है? उन्होंने कहा, हम जब तक इस समस्या और इससे पैदा होने वाले खतरे को निर्धारित नहीं कर लेते और समझ नहीं लेते , तब तक हमारे देश को उन लोगों के भीषण हमलों का शिकार बनने नहीं दिया जा सकता जो केवल जिहाद में यकीन रखते हैं और जिनमें कोई तर्क शक्ति या मानव जीवन के लिए कोई सम्मान नहीं है। ट्रम्प के बयान में प्यू रिसर्च और अन्य का जिक्र करते हुए कहा गया कि मुस्लिम आबादी का एक बड़ा वर्ग अमेरिकियों से बहुत नफरत करता है। सेंटर फोर सिक्योरिटी पॉलिसी के हाल में जारी एक सर्वेक्षण के आंकड़ों के अनुसार सर्वेक्षण में भाग लेने वाले 25 प्रतिशत लोगों ने माना कि अमेरिका में अमेरिकियों के खिलाफ हिंसा वैश्विक जिहाद के तहत है। और सर्वेक्षण में भाग लेने वाले 51 प्रतिशत लोग इस बात पर राजी हुए कि अमेरिका में मुसलमानों के पास शरीयत के अनुसार शासित किए जाने का विकल्प होना चाहिए। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के दावेदार बर्नी सैंडर्स ने ट्रम्प की उनके बयान के लिए आलोचना की और कहा, हमारे संपूर्ण इतिहास में जन भावनाओं को भड़काकर फायदा उठाने वाले ने हमें नस्ल, लिंग या देश के मूल के आधार पर बांटने की कोशिश की है।

No comments:

Post a Comment