Wednesday 2 December 2015

दिल्ली टेस्टः हम टीम में कोई बदलाव नहीं करेंगे : कोहली

नई दिल्ली: भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि मेजबान टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट मैच में भी 'निर्मम’ बनी रहेगी और साफ किया कि टीम अभी उस दौर में नहीं पहुंची है कि अंतिम एकादश में प्रयोग किये जा सकें। भारत श्रृंखला जीत चुका है और इसलिए कोहली से पूछा गया कि क्या वे अंतिम एकादश में कुछ बदलाव करने की सोच रहे हैं और उन्होंने कहा कि यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है प्रयोग के लिये ऐसा नहीं किया जाएगा।
कोहली ने कहा, टीम में बदलाव जीत या हार के आधार पर नहीं बल्कि परिस्थितियों पर निर्भर करते हैं। हमारी मानसिकता निर्मम बने रहने की है और हम 3-0 से श्रृंखला जीतने की कोशिश करेंगे। हमारे बदलाव परिस्थितियों पर निर्भर करेगा, इसलिए नहीं कि हमें किसी को मौका देना है। अभी हम ऐसी स्थिति में हैं कि प्रयोग नहीं कर सकते हैं। जब टीम और मजबूती हासिल कर लेगी तब इस बारे में सोचेंगे। कप्तान ने स्वीकार किया कि आफ स्टंप से बाहर जाती गेंद को खेलने पर उन्होंने कुछ गलतियां की। उनसे पूछा गया कि क्या यह अच्छी गेंद थी या गलती, उन्होंने कहा, नहीं यह गलती थी। मैं यहां बहाने बनाने के लिये नहीं बैठा हूं। हम फ्लिक शाट खेलने के प्रयास में आउट हुए लेकिन हम इसे खेलना बंद नहीं कर सकते हैं। हम कवर ड्राइव करते हुए आउट हुए और हम निश्चित तौर पर इसे खेलना भी बंद नहीं कर सकते। जब मैं बल्लेबाजी के लिये जाता हूं तो मैं निश्चित तौर पर इस तरह की मानसिकता में विश्वास करता हूं। कोहली ने कहा, इंग्लैंड (जब वह बाहर जाती गेंदों पर आउट हुए) वह दौर था जबकि मैं मानसिक रूप से इस स्थिति में नहीं था। यह किसी के साथ भी हो सकता है। अभी मैं अपने खेल को लेकर बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि यदि मैं अच्छा नहीं खेल रहा होता तो 15 गेंद तक भी नहीं टिक पाता। मैं 60 से 70 गेंद खेल रहा हूं। यह मसला अधिक एकाग्रता बनाये रखने से जुड़ा है। लोग कई बातें करते हैं, महत्वपूर्ण यह है कि मैं कैसे महसूस कर रहा हूं। कोहली को यह भी पसंद नहीं है कि बल्लेबाजों की असफलता को इस तरह से बढ़ा चढ़ाकर पेश किया जाए। उन्होंने कहा, हम किसी भी तरह की चुनौती का सामना करने के लिये तैयार है। मेरी समझ में नहीं आ रहा है कि इस बात पर चर्चा क्यों नहीं हो रही है कि हम श्रृंखला में 2-0 से आगे है। इसके बजाय हमारी आलोचना हो रही है। हम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं और हम इससे खुद को नहीं बचा रहे हैं लेकिन यदि हमसे संवाददाता सम्मेलनों में लगातार यही सवाल किये जाएंगे तो फिर मुझे इनका जवाब देने का कोई कारण नजर नहीं आता है। टीम ने अब तक जो किया उसकी तारीफ करो और उसी दिशा में आगे बढ़ो। लेकिन वह इससे सहमत थे कि बल्लेबाजी एक इकाई के रूप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पायी है।
कोहली ने कहा, मैं बल्लेबाजी इकाई के बारे में बात कर सकता हूं। हम टिककर नहीं खेल पाये। 75 रन की साझेदारी 140 रन में तब्दील होनी चाहिए। इससे हम 200 और 350 रन का स्कोर भी खड़ा कर सकते हैं। ऐसा केवल दो टेस्ट मैचों (मोहाली और नागपुर) में हुआ। गाले के बाद हमने अच्छी वापसी की। बल्लेबाजों को सुनिश्चित करना होगा कि वे चार सत्र तक बल्लेबाजी करें। यह हमारी कमजोरी है जिसमें हमें सुधार करना है।

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