Saturday 5 December 2015

दिल्ली टेस्ट के तीसरे दिनः भारत को 403 रन की बढ़त

कप्तान विराट कोहली और रहाणे के अर्धशतक

नई दिल्ली: कप्तान विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे के अर्धशतक और दोनों के बीच श्रृंखला की पहली शतकीय साझेदारी से भारत ने विषम परिस्थितियों से उबरते हुए दूसरी पारी में चार विकेट पर 190 रन बनाकर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चौथे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन अपनी कुल बढ़त को 403 रन तक पहुंचाकर अपनी स्थिति बेहद मजबूत कर ली।

खराब रोशनी के कारण जब दिन का खेल नौ ओवर पहले खत्म किया गया उस समय कोहली 83 जबकि रहाणे 52 रन बनाकर खेल रहे थे। ये दोनों उस समय बल्लेबाजी करने उतरे जब भारत 57 रन पर चार विकेट गंवाने के बाद संकट में था। श्रृंखला में अपना पहला अर्धशतक जडऩे वाले कोहली ने 154 गेंद की अपनी पारी में 10 चौके जड़े हैं जबकि श्रृंखला के एकमात्र शतकवीर रहाणे ने 152 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके मारे।
भारत ने हालांकि आज काफी धीमी बल्लेबाजी की और पूरे दिन में 81 ओवर में 190 रन बने। पहले सत्र में टीम ने 26 ओवर में दो विकेट पर 51 रन जबकि दूसरे सत्र में 28 ओवर में दो विकेट पर 65 रन जुटाए। अंतिम सत्र में 27 ओवर में बिना कोई विकेट गिरे 74 रन बने। श्रृंखला में यह सत्र रहा जिसमें कोई विकेट नहीं गिरा। भारत ने पहली पारी में 334 रन बनाए थे जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 121 रन पर ढेर हो गई थी और मेजबान टीम को 213 रन की बड़ी बढ़त हासिल हुई थी लेकिन टीम इंडिया ने मेहमान टीम को फालोआन नहीं दिया।
श्रंखला में 2-0 से आगे चल रहे भारत की नजरें अब फिरोजशाह कोटला पर जीत के साथ 3-0 की जीत पर टिक गई है जो उसे आईसीसी टेस्ट टीम रैंकिंग में दुनिया की दूसरे नंबर की टीम भी बना देगी। भारत ने मोहाली में पहला टेस्ट 108 जबकि नागपुर में तीसरा टेस्ट 124 रन से जीता था। भारतीय टीम एक समय 57 रन पर चार विकेट गंवाने के बाद संकट में थी लेकिन कोहली और रहाणे ने सतर्कता के साथ बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया को संकट से बाहर निकाल दिया। दोनों बल्लेबाजों में कोहली ने आक्रामक रूख अपनाया जबकि रहाणे ने कप्तान का साथ देकर स्ट्राइक रोटेट करने को तरजीह दी। दोनों ने 48वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया।
पहली पारी की विशाल बढ़त के कारण कोहली बिना किसी दबाव के खेले। उन्होंने काइल एबोट पर कवर ड्राइव से चौका जड़ा और फिर मोर्कल पर भी चौका मारा। दूसरी तरफ रहाणे ने सतर्कता के साथ खेलने को तरजीह दी और कप्तान को आक्रामक होकर खेलने का पूरा मौका दिया। रहाणे ने मोर्कल पर चौका जड़ा। कोहली ने चाय के बाद आफ स्पिनर डेन पीट की पहली दो गेंदों पर चौके जड़कर अपने तेवर दिखाए। उन्होंने डीन एल्गर की गेंद को कवर्स में एक रन के लिए खेलकर 70 गेंद में श्रृंखला का अपना पहला और करियर का 12वां अर्धशतक पूरा किया। कोहली ने पीट पर चौके से रहाणे के साथ शतकीय साझेदारी भी पूरी की जो श्रृंखला की पहली शतकीय साझेदारी है। इन दोनों ने रहाणे और रविचंद्रन अश्विन की 98 रन की साझेदारी को पीछे छोड़ा जो इसी मैच की पहली पारी में बनी थी। रहाणे ने भी इसके बाद एबोट की गेंद पर दो रन के साथ 146 गेंद में टेस्ट क्रिकेट में अपना आठवां अर्धशतक पूरा किया।
कोहली ने दिन के 81वें ओवर में मोर्कल पर थर्डमैन पर चौके के साथ भारत की बढ़त को 400 रन के पार पहुंचाया। लेकिन इसके बाद अंपायरों ने खराब रोशनी के कारण दिन का खेल समाप्त कर दिया। आज दूसरी पारी शुरू करने उतरे भारत की दिन की शुरूआत खराब रही। मोर्कल ने सातवें ओवर तक मुरली विजय (3) और रोहित (0) को पवेलियन भेजकर भारत का स्कोर दो विकेट पर आठ रन कर दिया था। भारत ने पांचवें ओवर की अंतिम गेंद पर विजय का विकेट गंवाया जो मोर्कल की बाउंसर पर विकेटकीपर डेन विलास को कैच दे बैठे। रीप्ले में हालांकि लगा कि गेंद शायद उनके आर्मगार्ड से लगकर विकेटकीपर के पास पहुंची थी। टीम प्रबंधन ने रोहित को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने का मौका दिया लेकिन मुंबई के इस बल्लेबाज ने एक बार फिर निराश किया और मोर्कल की सीधी गेंद ने उनका आफ स्टंप उखाड़ दिया।
कल हाथ में चोट लगने के कारण क्षेत्ररक्षण नहीं करने वाले पुजारा सतर्कता के साथ खेले। पुजारा को एबोट का सामना करने में कुछ परेशानी हुई लेकिन धवन इस तेज गेंदबाज के खिलाफ आत्मविश्वास के साथ खेले और उनकी गेंद पर आफ ड्राइव के साथ चौके लगाए। पुजारा और धवन ने 26वें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया। दोनों ने 45 रन जोड़े।
लंच के बाद पुजारा और धवन हालांकि जल्द ही पवेलियन लौट गए। दूसरे सत्र के तीसरे ओवर में ही मोर्कल ने शानदार यार्कर पर धवन को बोल्ड कर दिया। धवन ने 86 गेंद में दो चौकों की मदद से 21 रन बनाए। पुजारा भी इसके बाद इमरान ताहिर की सीधी गेंद को पूरी तरह से चूककर बोल्ड हो गए। पुजारा ने 79 गेंद का सामना करते हुए तीन चौकों की मदद से 28 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका की ओर से मोर्कल ने धारदार गेंदबाजी करते हुए 17 ओवर में 29 रन देकर तीन विकेट हासिल किए।
कोहली ने पीट पर चौके से रहाणे के साथ शतकीय साझेदारी भी पूरी की जो श्रृंखला की पहली शतकीय साझेदारी है। इन दोनों ने रहाणे और रविचंद्रन अश्विन की 98 रन की साझेदारी को पीछे छोड़ा जो इसी मैच की पहली पारी में बनी थी। रहाणे ने भी इसके बाद एबोट की गेंद पर दो रन के साथ 146 गेंद में टेस्ट क्रिकेट में अपना आठवां अर्धशतक पूरा किया। कोहली ने दिन के 81वें ओवर में मोर्कल पर थर्डमैन पर चौके के साथ भारत की बढ़त को 400 रन के पार पहुंचाया। लेकिन इसके बाद अंपायरों ने खराब रोशनी के कारण दिन का खेल समाप्त कर दिया। आज दूसरी पारी शुरू करने उतरे भारत की दिन की शुरूआत खराब रही। मोर्कल ने सातवें ओवर तक मुरली विजय (3) और रोहित (0) को पवेलियन भेजकर भारत का स्कोर दो विकेट पर आठ रन कर दिया था। भारत ने पांचवें ओवर की अंतिम गेंद पर विजय का विकेट गंवाया जो मोर्कल की बाउंसर पर विकेटकीपर डेन विलास को कैच दे बैठे। रीप्ले में हालांकि लगा कि गेंद शायद उनके आर्मगार्ड से लगकर विकेटकीपर के पास पहुंची थी। टीम प्रबंधन ने रोहित को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने का मौका दिया लेकिन मुंबई के इस बल्लेबाज ने एक बार फिर निराश किया और मोर्कल की सीधी गेंद ने उनका आफ स्टंप उखाड़ दिया। कल हाथ में चोट लगने के कारण क्षेत्ररक्षण नहीं करने वाले पुजारा सतर्कता के साथ खेले। पुजारा को एबोट का सामना करने में कुछ परेशानी हुई लेकिन धवन इस तेज गेंदबाज के खिलाफ आत्मविश्वास के साथ खेले और उनकी गेंद पर आफ ड्राइव के साथ चौके लगाए। पुजारा और धवन ने 26वें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया। दोनों ने 45 रन जोड़े।
लंच के बाद पुजारा और धवन हालांकि जल्द ही पवेलियन लौट गए। दूसरे सत्र के तीसरे ओवर में ही मोर्कल ने शानदार यार्कर पर धवन को बोल्ड कर दिया। धवन ने 86 गेंद में दो चौकों की मदद से 21 रन बनाए। पुजारा भी इसके बाद इमरान ताहिर की सीधी गेंद को पूरी तरह से चूककर बोल्ड हो गए। पुजारा ने 79 गेंद का सामना करते हुए तीन चौकों की मदद से 28 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका की ओर से मोर्कल ने धारदार गेंदबाजी करते हुए 17 ओवर में 29 रन देकर तीन विकेट हासिल किए।

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