Thursday 26 October 2017

भावी आईएएस अफसरों से मोदी ने किया संवाद

मोदी ने मसूरी में प्रशासनिक अकादमी के कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया
देहरादूनः एक सप्ताह के अंदर अपने दूसरे उत्तराखंड दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यहां पहुंचे और मसूरी के लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में कई कार्यक्रमों में भाग लिया। भारतीय वायु सेना के विशेष विमान से अपराह्न यहां जौलीग्रांट हवाई अडडा पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री वहां से सीधे मसूरी के पोलो ग्राउंड हैलीपैड के लिये रवाना हो गये जहां से उन्हें सडक मार्ग से प्रशासनिक अकादमी पहुंचना था।             मोदी ने अपने दौरे की शुरूआत अकादमी में सरदार बल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके की जिसके बाद उन्होंने परिसर में पौधारोपण किया और प्रशिक्षु आइएएस अधिकारियों के साथ फोटो भी खिंचवाई। प्रधानमंत्री ने अकादमी में फैकल्टी सदस्यों से बातचीत करने के अलावा 92 वें फाउंडेशन कोर्स के प्रशिक्षु आइएएस अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत किये गये सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद भी लिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नालेज मैनेजमेंट पोर्टल का उद्घाटन भी किया। 


















Wednesday 25 October 2017

नगर पालिका अध्यक्षः वैश्य व पंजाबी के बीच में फंसी भाजपा

मुजफ्फरनगरः नगर पालिका चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। इस बार हर लिहाज से ऐतिहासिक साबित होने जा रहे चुनावों में प्रत्याशियों का चयन बहुत ही कठिन माना जा रहा है। मुजफ्फरनगर पालिका अध्यक्ष की सीट महिला के लिए रिजर्व हो गई है और सभी राजनीतिक दलों के पास अच्छी नेताओं का अभाव है। केवल भाजपा ही ऐसी पार्टी नजर आ रही है जो किसी महिला कार्यकर्ता को मैदान में उतारने में सक्षम है। बाकी दलों की स्थिति खराब है।
अहम बात यह है कि इस बार भाजपा के सामने यह चुनौती भी है कि वह इस पद के लिए किसी वैश्य प्रत्याशी को मैदान में उतारे या पंजाबी को। पंजाबी समाज हमेशा से यह मांग करता रहा है कि विधायक वैश्य होता है तो कम से कम चेयरमैन तो पंजाबी समाज से बने। इस बार भी यही चुनौती अहम रहेगी। 2012 में हुए नगर पालिका चुनावों में भाजपा के वैश्य प्रत्याशी संजय अग्रवाल को पंजाबी समाज ने बहिष्कार कर हरीश छाबड़ा को समर्थन को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में समर्थन दे दिया था। यही वजह थी कि कांग्रेस प्रत्याशी पंकज अग्रवाल जीत हासिल करने में सफल रहे थे। इस बार भी कुछ ऐसा हो सकता है। जब से सीधे जनता चेयरमैन चुनने लगी है तब से भाजपा के बैनर पर पंजाबी समाज से जगदीश भाटिया चेयरमैन बन चुके हैं। इसके अलावा ब्राह्मण नेता सुभाष शर्मा भी चेयरमैन रहे हैं। केवल एक बार कपिल देव अग्रवाल (अब विधायक) ही वैश्य चेयरमैन रहे हैं।

भाजपा के सामने सबसे ज्यादा कठिनाई यह है कि वह अगर वैश्य प्रत्याशी को नहीं उतारती है तो वैश्य वोट किसी अन्य दल के वैश्य प्रत्याशी के पाले में जा सकते हैं। कांग्रेस, सपा व रालोद भी वैश्य प्रत्याशी उतारने की कोशिश में हैं। कहा जा रहा है कि सपा से पूर्व विधायक स्व. चितरंजन स्वरूप के बेटे गौरव स्वरूप मैदान में उतर सकते हैं। रालोद के बैनर से पायल महेश्वरी (जेल में बंद संजीव जीवा की पत्नी) तैयारी कर रही हैं। पायल को विधानसभा चुनाव में 5640 वोट भई मिले थे।

इन हालात में भाजपा के सामने बड़ी चुनौती होगी प्रत्याशी का चुनाव करना। 

Friday 13 October 2017

पहली बार महिला बनेगी मुजफ्फरनगर की पालिकाध्यक्ष

मुजफ्फरनगरः मुजफ्फरनगर में पहली बार कोई महिला नगर पालिका की अध्यक्ष बनेगी। यूपी के नगर निकायों के अध्यक्ष पदों के लिए शासन द्वारा जारी आरक्षण सूची में जिले की खतौली पालिका अध्यक्ष की सीट भी महिला के लिए रिजर्व रहेगी। जब से चेयरमैन का चुनाव सीधे जनता करने लगी है तब से यह पहला मौका है जब मुजफ्फरनगर में कोई महिला इस पद पर विराजमान होगी। इससे पहले सुभाष शर्मा, जगदीश भाटिया, कपिल देव अग्रवाल व पंकज अग्रवाल चेयरमैन रहे हैं। बुढ़ाना नगर पालिका भी महिला के लिए आरक्षित की गई है।

इसके अलावा जिले की नगर पंचायतों के अध्यक्ष पद इस प्रकार रिजर्व रहेंगे-

भोकरहेड़ी अनुसूचित महिला

सिसौली पिछड़ी महिला

शाहपुर पिछड़ा वर्ग

जानसठ पिछड़ा वर्ग

मीरापुर महिला

पुरकाजी अनारक्षित

चरथावल अनारक्षित

शामलीः

पडोसी जिले शामली में शामली नगर पालिका अध्यक्ष सीट महिला के लिए आरक्षित की गई है तो कांधला को अनारक्षित रखा गया है। कैराना में चेयरमैन पिछड़े वर्ग से बनेगा।

शामली में नगर पंचायत जलालाबाद को पिछड़ा वर्ग, थानाभवन को महिला व बनत को अनारक्षित रखा गया है।

(जल्द पढ़ें- कौन होंगे दावेदार)