Saturday 26 May 2018

टैक्स चोरी में मुजफ्फरनगर के सपा जिलाध्यक्ष रहे हिरासत में

कर चोरी की सूचना के बाद हो रही छापेमारी से जिले में हड़कंप मचा

मुजफ्फरनगरः भाजपा हो या सपा। सारे नेता सरकार को चूना लगा रहे हैं। जिले में हाल ही में टैक्स चोरी की जानकारी मिलने के बाद हुई छापेमारी में यह खुलासा हो गया है। पहले भाजपा नेता व नई मंडी के पूर्व सभासद विकल्प जैन के यहां फर्जी कागजात तैयार करने का भंडाफोड़ हुआ और वहां से जिन फैक्ट्रियों के कागजात मिले उनके खिलाफ लगातार वाणिज्य कर विभाग के छापे पड़ रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिले की लोहा इस्पात इंडस्ट्री में सरिये के निर्माण और बिक्री में हो रही कर चोरी को लेकर डायरेक्टरेट जनरल ऑफ गुड्स एंड सेल्स टैक्स इंटेलीजेंस (डीजीजीएसटीआई) ने भारी छापेमारी की है। डीजीजीएसटीआई ने शुक्रवार को फिर से चार फैक्ट्रियों में छापे की कार्रवाई की। श्रीबालाजी स्टील्स पर छापे के दौरान टीम ने फैक्ट्री के डायरेक्टर सपा जिलाध्यक्ष एवं उद्यमी गौरव स्वरुप और उनके पार्टनर आकाश को 12 घंटे तक हिरासत में रखा। देर रात केंद्रीय उत्पाद शुल्क के शाकुंतलम स्थित कार्यालय पर दोनों से पूछताछ चलती रही। सूचना पर शहर में समस्त उद्यमी शाकुंतलम पहुंच गये। उद्यमियों ने टीम द्वारा दोनों को अवैध रुप से हिरासत में रखने का विरोध किया। देर रात करीब ग्यारह बजे उन्हें छोड़ा गया। 

टिहरी स्टील, श्री राधे स्टील और श्रीजी स्टील पर देर रात तक विभाग की छापेमारी चलती रही ।डीजीजीएसटीआई की नोएडा और मेरठ से आई चार टीमों ने शुक्रवार को जिले की चार फैक्ट्रियों गौरव स्वरुप की श्रीबालाजी स्टील्स, सतीश गोयल की टिहरी स्टील, वैभव जैन की श्री राधे स्टील और अजीत की श्रीजी स्टील्स पर एक साथ छापेमारी की। प्रत्येक टीम में लगभग 20 अधिकारी शामिल रहे। टीम ने तीन फैक्ट्रियों टिहरी स्टील, श्री राधे स्टील और श्रीजी स्टील से कंप्यूटर की हार्ड डिस्क, समस्त रिकार्ड अपने कब्जे में ले लिया। कंपनियों के डायरेक्टर से रात तक उनकी फैक्ट्रियों में ही पूछताछ होती रही। सबसे बड़ा हंगामा श्रीबालाजी फैक्ट्री को लेकर हुआ। तीन दिन पहले वाणिज्यकर विभाग की जीएसटी की टीम ने यहां छापा मारा था और समस्त रिकार्ड जांच के लिए आने साथ ले गए थे। इस कारण फैक्ट्री में डिप्टी कमिश्नर शशांक यादव के नेतृत्व में पहुंची टीम को कुछ नहीं मिला। टीम के अधिकारियों ने कंपनी के डायरेक्टर आकाश और सपा जिलाध्यक्ष गौरव स्वरुप पर दबाव बनाया कि वह उनके साथ मेरठ चले और छापे के बाद भरे जाने वाले पंचनामा पर वहीं पर हस्ताक्षर करें। इस पर गौरव स्वरुप और आकाश टीम के साथ मेरठ चल दिए। लेकिन खतौली के पास व्यापारियों ने विरोध किया और मेरठ जाने से इंकार कर दिया। बाद में तय हुआ कि मुजफ्फरनगर के शाकुंतलम स्थित दफ्तर पर ही पूछताछ व अन्य कार्रवाई हो। बहस के बाद टीम इन दोनो उद्यमियों को शाकुंतलम स्थित केंद्रीय उत्पाद शुल्क के ऑफिस ने आई। यहां दोनों उद्यमियों पर टीम ने दबाव बनाया कि ट्रेडर्स विकल्प जैन के यहां मिले रिकार्ड के अनुसार अपने यहां बड़ी टैक्स चोरी को स्वीकार करें। अफसरों को इस दबाव को उद्यमियों ने स्वीकार नहीं किया। देर रात तक शहर के समस्त उद्यमी शाकुंतलम में एकत्र हो गए। आईआईए अध्यक्ष कुशपुरी, विपुल भटनागर आदि उद्यमियों ने शाम छह बजे के बाद किसी भी उद्यमी को हिरासत में रखने को गैर कानूनी बताया। देर रात्रि करीब 11 बजे टीम ने दोनों को छोड़ा। कार्यालय से बाहर आए गौरव स्वरुप ने कहा कि तीन दिन पहले हमारे यहां छापा लग चुका सारा रिकार्ड वाणिज्यकर वालों के पास है। 
बता दें, डीजीजीएसटीआई की टीम ने 18 मई में भी दो फैक्ट्रियों अंबा स्टील्स और सर्वोत्तम स्टील पर छापेमारी की थी। अंबा स्टील्स से टीम ने करीब बीस करोड़ की कर चोरी पकड़ी थी तथा मौके पर पांच करोड़ रुपये जमा कराए थे। आठ दिन बाद ही यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है।

इस छापेमारी की कार्रवाई की स्थानीय अखबारों अमर उजाल, जागरण व हिंदुस्तान में प्रकाशित खबरें-- 







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