Friday 25 November 2016

मुजफ्फरनगर, सर्वे -2: विस चुनाव- कहां किसे टिकट, किसमें कितना दम

न्यूजवेव-स्पेक्ट्रम मीडिया सर्वे 2 में इस बार हम दे रहे हैं मुजफ्फरनगर जिले की सभी विधानसभा से घोषित व अघोषित प्रत्याशियों का विवरण। इसमें हमारी टीम ने यह जानने का प्रयास किया है कि किस सीट पर किस पार्टी से कौन मैदान में उतर सकता है। बसपा सभी छह सीटों पर नाम घोषित कर चुकी है। कुछ पर सपा ने भी टिकट घोषित किए हुए हैं। भाजपा से टिकट मांगने के लिए कई-कई लोग लाइन में हैं लेकिन हमने केवल वे ही नाम चुने हैं जिनके नामों पर पार्टी में गंभीरता से विचार किया जा रहा है। हमने ये भी बताने का प्रयास किया है कि किस सीट पर फिलहाल माहौल के हिसाब से कौन पार्टी नंबर वन है। 

मुजफ्फरनगर
बसपा- राकेश शर्मा
सपा- अघोषित
संभावित नामगौरव स्वरूप
भाजपा- कपिल देव अग्रवाल (वर्तमान विधायक)
वर्तमान विधायक कपिल देव उपचुनाव में जीते हैं लेकिन उनका टिकट भी कटने की चर्चाएं लगातार गर्म रहती हैं। यहां से दर्जनों लोग टिकट मांग रहे हैं। कपिल की स्थिति थोड़ी कमजोर भी हुई है। गौरव ने उपचुनाव लड़ा था लेकिन हार गए थे। फिलहाल उनके नाम का विधिवत ऐलान नहीं हुआ है। 

पार्टी नंबर 1- भाजपा


बुढ़ाना-
बसपा- सैय्यदा राणा पत्नी कादिर राणा (पूर्व बसपा सांसद)
सपा- अघोषित
भाजपा- अघोषित
संभावित नाम- जीतेंद्र त्यागी (चेयरमैन बुढाना नगर पंचायत), उमेश मलिक, नितिन मलिक, धर्मवीर बालियान, गौरव टिकैत
इस सीट पर केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान की नजर है और माना जा रहा है कि जिसे वह चाहेंगे उसी को टिकट मिलेगा। फिलहाल उन्होंने किसी को भी आश्वासन नहीं दिया है। ॉ
पार्टी नंबर 1- भाजपा 

खतौली-
बसपा- शिवान सैनी (पुत्र राजपाल सैनी, पूर्व राज्यसभा सांसद बसपा)
सपा- श्यामलाल बच्ची सैनी
रालोद- अभिषेक चौधरी 
भाजपा- अघोषित
संभावित नाम- यशपाल पंवार, विक्रम सैनी
खतौली में भाजपा के टिकट पर नगर पालिका अध्यक्ष बने पारस जैन भी टिकट मांग रहे हैं और खूब पैसा खर्च कर रहे हैं लेकिन उनके समर्थन में जातीय समीकरण नहीं हैं। पारस ने पूरे विस क्षेत्र में अपना नाम पीले रंग की दीवारों पर लाल रंग से लिखवा दिया है। उनका इरादा साफ है कि यदि भाजपा ने टिकट नहीं दिया तो वे किसी भी पार्टी से टिकट ले सकते हैं। उनका इरादा मनीगेम चलने का है। अखबारों में बड़े-बड़े एड देकर वे अपने पक्ष में माहौल बना रह हैं लेकिन पार्टी में उनकी इमेज अच्छी नहीं बताई जाती।
पार्टी नंबर 1- बसपा 

चरथावल-
बसपा- नूरसलीम राणा (वर्तमान विधायक)
सपा- मुकेश चौधरी
भाजपा- अघोषित
संभावित नाम- विजय कश्यप
भाजपा के टिकट पर पिछली बार भी विजय कश्यप ल़ड़े थे और कांटे के मुकाबले में कम वोटों से हारे थे। फिलहाल उन्हीं का नाम जोर शोर से चल रहा है। पार्टी जिले में एक पिछड़े को टिकट तो देगी ही। मुस्लिम वोट बटेंगे तो भाजपा को फायदा होगा।  
पार्टी नंबर 1- भाजपा

पुरकाजी (सु)-
बसपा- अनिल कुमार (वर्तमान विधायक)
सपा- उमाकिरण
भाजपा- अघोषित
संभावित नाम- मोनिका पत्नी युधिष्ठिर पहलवान
भाजपा का ये नाम बड़ा दिलचस्प है। केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के करीबी माने जाने वाले युधिष्ठिर पहलवान (जाट) ने अपनी उम्र के 5वें पड़ाव में एक दलित अध्यापिका मोनिका से विवाह किया है। मोनिका जानसठ में एक कालेज में पढ़ाती हैं। कहा जा रहा है कि सुरक्षित सीट होने के कारण पहलवान ने पत्नी को टिकट दिलवाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। 2012 में यहां से भाजपा ने साध्वी प्राची आर्य को टिकट दिया था लेकिन वह तीसरे स्थान पर रही थी। बाद में विवादों के कारण प्राची का भाजपा से नाता टूट गया। 
पार्टी नंबर 1- भाजपा   


मीरापुर-
बसपा- नवाजिश आलम (वर्तमान सपा विधायक बुढ़ाना)
सपा- शाहनवाज राणा (पूर्व विधायक बिजनौर)
भाजपा- अघोषित
संभावित नाम- वीरेंद्र सिंह प्रमुख, अनुराधा चौधरी, मुखिया गुर्जर, डॉ. वीरपाल निर्वाल
भाजपा से यहां जातीय समीकरण अस्पष्ट होने के कारण किसी का भी टिकट हो सकता है। पिछली बार निर्वाल लड़े थे। भले आदमी हैं और सभी के साथ उनके संबंध अच्छे हैं। दो साल पहले भाजपा में आई पूर्व मंत्री अनुराधा चौधरी पहले बिजनौर से टिकट मांग रही थी लेकिन वहां भाजपा सांसद भरतेंद्र सिंह के विरोध के कारण उनकी बात नहीं बन सकी। वैसे मीरापुर में भी उनकी उम्मीद कमजोर ही है क्योंकि केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान उनके पक्ष में नहीं बताए जाते। वैसे दो प्रमुख पार्टियों से मुस्लिम प्रत्याशी मैदान में होने के कारण यहां भाजपा के पक्ष में माहौल बन सकता है। 
पार्टी नंबर 1- भाजपा



 (यह सर्वे 1 नवंबर से 15 नवंबर के बीच में किया गया)


No comments:

Post a Comment