Friday 18 March 2016

मुजफ्फरनगर में सांप्रदायिक तनाव, अखिलेश सरकार की जान फिर मुश्किल में फंसी

छात्रा से छेड़छाड़ के मामले में हिंसा व लाठीचार्ज के बाद भाजपाइयों ने दी स्कूल बंद कराने की चेतावनी
शुक्रवार को पीड़ित पक्ष की महिलाओं से मिलते संजीव बालियान। 

पीडि़ता के घर पर संजीव बालियान। 

लाठीचार्ज में घायल महिला। 

मुजफ्फरनगर: 2013 में दंगों के लिए खबरों में रहे मुजफ्फरनगर में फिर से सांप्रदायिक तनाव व्याप्त है। मामला फिर छेड़छाड़ का है और इससे अखिलेश यादव सरकार कठिनाई में फंस सकती है। 2013 में सपा सरकार की पक्षपातपूर्ण कार्रवाई की वजह से मुजफ्फरनगर में जबर्दस्त दंगा हुआ था और 63 लोग मारे गए थे। इसकी वजह से मतों का भारी ध्रुवीकरण हुआ था और 2014 के आम चुनाव में सपा को करारी हार का सामना करना पड़ा था और भाजपा को भारी जीत हासिल हुई थी। अखिलेश के सामने यही मुश्किल है कि अगर फिर से सांप्रदायिक तनाव बढ़ा तो अगले साल होने वाले यूपी के विधानसभा चुनाव में उनके सामने दिक्कत पेश आ सकती है।
मुजफ्फरनगर में एक युवती से अल्पसंख्यक समुदाय के युवक द्वारा छेडख़ानी किए जाने के प्रकरण के बाद वीरवार की रात शहर में जमकर बवाल हुआ। पथराव कर रही भीड़ पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और कई युवकों को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले को लेकर शुक्रवार को भी सारे शहर में तनाव रहा। मुजफ्फरनगर सांसद व केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि यदि लड़कियों से छेड़छाड़ की घटनाओं पर प्रशासन लगाम नहीं लगा पाया तो नगर के सभी स्कूल बंद करा दिए जाएंगे और विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
हुआ ये कि शहर के नया बांस इलाके में एक छात्रा से छेड़छाड़ के विवाद में गुरुवार सुबह एक संप्रदाय के लोगों ने छात्रा के ही भाई की पिटाई कर दी। इस पर दौरान दोनों संप्रदायों के लोग आमने-सामने आ गए। देर रात ढाल वाले इलाके में जमकर पथराव हुआ। पुलिस मौके पर पहुंच गई और लाठीचार्ज कर दिया। इसमें पीडि़त पक्ष की महिलाओं पर ही पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाई जिसका वीडियो भी इंटरनेट पर वायरल हो गया। इस घटना के विरोध में नगर विधायक कपिल देव अग्रवाल ने शिव चौक पर धरना शुरू कर दिया। उनका कहना था कि पीडि़त पक्ष के युवकों को ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि हमलावरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी तक धरना जारी रहेगा और शुक्रवार को बंद का ऐलान भी कर दिया गया। इससे प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस अधिकारियों ने मामले से लखनऊ में सीएम कार्यालय को भी अवगत कराया। बताया जाता है कि इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई के संकेत मिल जाने के बाद पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी युवक, जो लड़की से छेड़छाड़ करता था, को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। भाजपा विधायक कपिल देव देर रात ढाई बजे तक धरना देते रहे। उनकी मांग थी कि युवती के भाई समेत जिन 5 युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उन्हें रिहा किया जाए। मामला लखनऊ तक पहुंच गया तो एसएसपी के बी सिंह ने युवकों को रिहा करने के आदेश दे दिए। इसके बाद बंद का ऐलान वापस ले लिया गया।
शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री बालियान पीडि़ता के घर पहुंचे और उन्हें आश्वासन दिया कि मां-बहनों की सुरक्षा को लेकर वे चिंतित हैं और किसी को भी उंगली नहीं उठाने दी जाएगी। शुक्रवार को मेरठ रेंज के डीआईजी भी मुजफ्फरनगर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से भी डाक बंगले पर मुलाकात की। संजीव बालियान ने मांग की कि लाठीचार्ज के दोषी एसपी सिटी व शहर कोतवाल को तुरंत हटाया जाए। शुक्रवार को शहर में शांति रही।





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