Friday 15 January 2016

सानिया-मार्टिना का विजय अभियान जारी, सिडनी में जीता खिताब

सिडनी: सानिया मिर्जा और मार्टिना हिंगिस ने अपना अजेय अभियान जारी रखते हुए आज यहां डब्ल्यूटीए एपिया इंटरनेशनल टेनिस टूर्नामेंट का खिताब जीता जो उनका इस सत्र में लगातार दूसरा खिताब है। इसके साथ ही इन दोनों ने लगातार 30 जीत दर्ज करने का नया रिकार्ड भी बनाया। 

सानिया और मार्टिना को हालांकि कारोलिन गर्सिया और क्रिस्टीना मालडेनोविच पर 1-6, 7-5,10-5 से जीत दर्ज करने के लिये काफी पसीना बहाना पड़ा। इस एक घंटे 13 मिनट तक चले मैच के शुरू में तो शीर्ष वरीयता टीम की स्थिति काफी खराब थी। विश्व की नंबर एक टीम एक समय 1-6, 1-4 से पीछे चल रही थी लेकिन उन्होंने खुद पर दबाव नहीं बनने दिया और शानदार वापसी करके स्कोर 5-5 से बराबरी पर ला दिया। इसके बाद वे मैच को टाईब्रेकर तक ले गयी। 

विंबलडन और यूएस ओपन चैंपियन टीम ने निर्णायक सुपर टाईब्रेकर में 8-3 से बढ़त बनायी और फिर आसानी से जीत दर्ज करके अपने अजेय अभियान को 30 मैच तक बढ़ा दिया। सानिया ने कहा, जब हम 6-1, 5-2 से पीछे थी तो हम एक दूसरे से यही कह सकती थी केवल एक ब्रेक से हम उम्मीद रख सकती है। इस तरह की स्थिति में आप केवल सकारात्मक सोच से ही आगे बढ़ सकते हो। हमने 5-3 पर अपनी सर्विस बचायी और फिर लय हासिल कर ली। हम वास्तव में एक और टूर्नामेंट जीतकर खुश हैं। हमने जिस तरह से वापसी की उससे हम बहुत खुश हैं। 

भारतीय स्टार सानिया और स्विट्जरलैंड की हिंगिस का यह एक साथ में 11वां खिताब है। उन्होंने 2015 में नौ खिताब जीते थे जिनमें दो ग्रैंडस्लैम और साल का आखिरी डब्ल्यूटीए फिनाले भी शामिल है। हिंगिस ने कहा कि यह उनके जज्बे की कड़ी परीक्षा थी। उन्होंने कहा, यह निश्चित तौर पर कड़ी परीक्षा थी और वह भी एक नयी अच्छी टीम के खिलाफ। हम पहली बार उनके खिलाफ खेल रहे थे और हमें आगे भी उनसे इस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद है। आपको अंधेरी गुफा में ज्यादा प्रकाश नहीं दिखायी देगा लेकिन एक दो मौके होते हैं और एक छोटे मौके से हम मैच का पासा पलटने में सफल रहे। सोमवार को जब नयी रैंकिंग जारी होगी तो हिंगिस भी सानिया के साथ डब्ल्यूटीए युगल रैंकिंग में संयुक्त पहले स्थान पर पहुंच जाएगी। वह 2000 के बाद पहली बार शीर्ष पर काबिज होंगी। 

हिंगिस ने कहा, यह मेरे करियर का एक और अध्याय है। सानिया जब चाल्र्सटन में नंबर एक बनी थी तो यह उसके लिये बड़ी उपलब्धि थी और अब मेरे लिये कि 16 साल बाद मुझे फिर से नंबर एक बनने का मौका मिला है। यह सपना था जो अब सच हो गया है। सानिया और हिंगिस ने पिछले सप्ताह ब्रिस्बेन इंटरनेशनल ट्राफी जीतकर 2016 की भी शानदार शुरूआत की थी।

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