Wednesday 25 November 2015

हमेशा से वामपंथी रही है फिल्म नगरी : अनुराग बासु

पणजी: निर्देशक अनुराग बासु का मानना है कि फिल्म नगरी हमेशा से वामपंथी रही है और असहिष्णुता तथा कलाकारों के पुरस्कार वापसी पर जो चर्चा चल रही है उससे महज यही साबित होता है कि यह उद्योग हमेशा की तरह वामपंथी है। ‘बर्फी’ के निर्देशक ने कहा कि फिल्म नगरी के लोगों ने हमेशा से व्यवस्था के खिलाफ आवाज बुलंद की है।
बासु ने यहां कहा, फिल्मी बिरादरी का हिस्सा होने के कारण हमलोग थोड़े वामपंथी और हमेशा से व्यवस्था के खिलाफ रहे हैं। कलाकारों ने हमेशा से विरोध जताया है लेकिन इस पर चर्चा ज्यादा हो रही है । फिल्मकार ने कहा कि बढ़ता विरोध यह भी दिखाता है कि देश में अभिव्यक्ति की आजादी है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि वे इससे (विरोध जताने से) हिचकते नहीं हैं और इसका अर्थ है कि अभिव्यक्ति की आजादी है। जिस तरह से लोग पुरस्कार लौटा रहे हैं ऐसा आप किसी और देश में नहीं कर सकते हैं और तथ्य यह है कि हमलोग यह चर्चा कर पा रहे हैं जो अपने आप में बहुत सकारात्मक है। देश में बहुत अधिक सेंसरशिप होने पर अनुराग ने कहा कि सेंसर बोर्ड के साथ उन्हें ऐसा अनुभव नहीं हुआ। उन्होंने कहा, सच कहूं तो मैंने कभी ऐसा नहीं सुना है कि किसी ने मेरी या मेरे साथियों की आवाज दबाई हो। ना ही किसी ने हमसे कभी कहा है कि ऐसा मत करो क्योंकि फिल्म सेंसर इसे पसंद नहीं करेगा। फिल्म नगरी के दृष्टिकोण से देखें तो मुझे नहीं लगता कि हमें जवाब देना ही पड़ेगा क्योंकि अब तक कुछ नहीं हुआ है।

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