Wednesday 25 November 2015

भतीजी की सिफारिश करके फंसे कृषि राज्य मंत्री संजीव बालियान

नई दिल्ली/मुजफ्फरनगर: वेस्ट यूपी के मुजफ्फरनगर से सांसद व मोदी सरकार में कृषि राज्य मंत्री और भाजपा नेता संजीव बालियान पर अपने पद का इस्तेमाल करते हुए अपनी भतीजी मोनिका की सहायता के लिए कुछ निजी कंपनियों को ईमेल भेजने का आरोप लगा है। हालांकि बालियान ने ये कहकर खंडन किया है कि ये मेल उनके कहने पर नहीं भेजा गया है लेकिन ये स्वीकार किया है कि ये ईमेल इनके सरकारी ईमेल एकाउंट से ही भेजा गया। इंडियन एक्सप्रेस ने खबर छापी तो उन्होंने सभी कंपनियों को ईमेल करके इसे अनदेखा करने के लिए मेल कराया।
अंग्रेजी के अखबार इंडियन एक्सप्रेस में पहले पेज पर छपी खबर के मुताबिक बालियान के कार्यालय से कुछ कंपनियों को एक पत्र जारी किया गया है। इस पत्र में मोनिका बालियान (जिसे इनकी भतीजी कहा गया है) के जल्द लांच होने वाले एक मोबाइल ऐप के लिए फंड जुटाने की बात कही गई है। बालियान के कार्यालय से जारी हुए इस मेल में उन कंपनियों से इस ऐप के लिए फंड एकत्रित करने के लिए मीटिंग करने को कहा गया है। इसके लिए उन कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात का समय मांगा गया है। इन कंपनियों को यह मेल भारत सरकार के केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कार्यालय के ऑफिशियल मेल से भेजा गया है। इन कंपनियों को भेजे गए मेल में कहा गया कि मोनिका बालियान जो कि संजीव बालियान की भतीजी हैं तो वह एक ऐप लांच करना चाहती हैं। इस ऐप को लांच के लिए कुछ फंड की जरूरत होगी। मोनिका चाहती हैं कि इस बारे में आप सब से बातचीत की जाए। मेल में उन कंपनियों की प्रतिनिधियों से मोनिका से मिलने का अनुरोध किया गया था।

यह मेल केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री के कार्यालय से संदीप अरोरा द्वारा भेजा गया। संदीप ही इस ऑफिस के लिए भेजे जाने वाले मेल के लिए अधिकृत हैं। जब अरोरा से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह सभी मेल आदेशों के तहत ही भेजते हैं लेकिन उन्होंने इस तरह का कोई मेल नहीं किया है। जरूर कहीं पर कुछ मिस कम्युनिकेशन हुआ है। इस बारे में जब इंडियन एक्सप्रेस ने संजीव बालियान से उनका पक्ष जाना तो उन्होंने कहा कि वह पिछले तीन दिनों से दिल्ली में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वह मोनिका बालियान को भी जानते हैं और उनके पिता को भी लेकिन मोनिका उनकी भतीजी नहीं हैं और न ही उन्होंने अपने ऑफिस से इस तरह कोई मेल करने के लिए किसी को आदेश दिया है। संजीव बालियान ने यह भी कहा कि मोनिका उनसे किसी भी तरह से संबंधित नहीं है और उन्होंने उसको लाभ दिलाने के लिए कुछ भी नहीं किया। बालियान ने कहा कि जो भी कहा जा रहा है यह पूरी तरह से झूठ है। मोदी के मंत्री ने कहा कि यह जरूर है मोनिका बालियान नाम की लड़की ने खुद को उनकी भतीजी बताते हुए उनके ऐप के लिए फंड जुटाने का अनुरोध किया था लेकिन मेरे ऑफिस से ऐसा कोई मेल इन कंपनियों को नहीं किया गया। उधर इस बारे में मोनिका से पक्ष जानने के लिए जब इंडियन एक्सप्रेस ने उनको मेल किया तो उन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया।

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