Tuesday 20 October 2015

शांत हुआ विस्फोटक वीरू का बल्ला, अब पाकिस्तान को आएगा चैन

वीरेंद्र सहवाग ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा

नई दिल्ली: दुनिया के सबसे आक्रामक बल्लेबाजों में शुमार वीरेंद्र सहवाग ने आज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और इंडियन प्रीमियर लीग को अलविदा कह दिया जिससे उनके एक दशक के सुनहरे कैरियर का भी अंत हो गया। वीरू भारत की ओर से 82 से भी ज्यादा की औसत से रन बनाने वाले टेस्ट क्रिकेट के इकलौते बल्लेबाज हैं। उनकी रिटायरमेंट से सबसे ज्यादा सुकून पाकिस्तान का मिला होगा। वीरू जब भी पाकिस्तान के खिलाफ खेलते थे तो बेहद विस्फोटक हो जाते थे। किसी भारतीय द्वारा लगाया गया एकमात्र तिहरा शतक वीरू ने पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में लगाया था। शाहरुख खान ने ट्वीट करते हुए कहा है- वीरू हम तुम्हें फील्ड में मिस करेंगे। आज तक मेरे जीवन में आए तुम सबसे जैंटल, कूलेस्ट और ब्रेवेस्ट स्पोर्ट्समैन हो। लव यू हेल्थ टू यू।
 
आज अपना 37वां जन्मदिन मना रहे सहवाग कल दुबई में एक समारोह के दौरान ही संन्यास के संकेत दे चुके थे और कुछ घंटे बाद ही उन्होंने इसकी औपचारिक घोषणा कर दी । सहवाग ने ट्वीट किया, मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के हर प्रारूप और इंडियन प्रीमियर लीग को अलविदा कह रहा हूं । सहवाग ने यह फैसला अगले साल मास्टर्स चैम्पियंस लीग 2020 खेलने के लिये करार करने के बाद लिया। इस लीग में सिर्फ रिटायर्ड क्रिकेटर ही खेल सकते हैं। कुछ दिन पहले ही तेज गेंदबाज जहीर खान ने संन्यास लेने की घोषणा की थी । सहवाग 2013 से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं है ।बारह बरस के अपने सुनहरे अंतरराष्ट्रीय कैरियर में सहवाग ने 104 टेस्ट खेलकर 8586 रन बनाये जिसमें 23 शतक और 32 अर्धशतक शामिल हैं । टेस्ट में तिहरा शतक जडऩे वाले वह अकेले भारतीय हैं । उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान टेस्ट में 319 रन बनाये थे जो भारतीय रिकार्ड है । उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी 309 रन बनाये और दो तिहरे शतक जमाने वाले बिरले बल्लेबाजों में वह शामिल हैं ।सहवाग ने 251 वनडे में 35 . 05 की औसत से 8273 रन बनाये जिसमें 15 शतक और 38 अर्धशतक शामिल हैं । वहीं 19 टी20 मैचों में उन्होंने 394 रन बनाये । वह महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका में 2007 विश्व कप और भारत में आईसीसी वनडे विश्व कप जीतने वाली टीम के सदस्य थे ।




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