Thursday 27 August 2015

स्मार्ट सिटी परियोजना के लिए 98 शहरों की सूची जारी

यूपी के 12 शहर शामिल, एक का नाम अभी तय नहीं
वेस्ट यूपी में मुजफ्फरनगर के बजाय सहारनपुर को तरजीह
नई दिल्ली: केंद्र ने मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी स्मार्ट सिटी परियोजना के लिए चुने गए 98 शहरों के नामों का ऐलान किया है लेकिन इस सूची में मुंबई, बेंगलूर और पटना को शामिल नहीं किया गया है । करीब 48,000 करोड़ रूपए की स्मार्ट सिटी परियोजना के लिए चुने गए शहरों के नाम आज केंद्र सरकार की ओर से जारी किए गए । इस परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से एक-एक शहर का नाम अभी तय नहीं किया जा सका है । उत्तर प्रदेश में अब तक जिन 12 शहरों को इस परियोजना के लिए चुना गया है उनमें लखनऊ, वाराणसी, आगरा, बरेली, अलीगढ़, झांसी, सहारनपुर भी शामिल हैं ।
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 जून को सिटी चैलेंज प्रतियोगिता के जरिए चुने जाने वाले 100 स्मार्ट शहरों के लिए मानदंड एवं दिशानिर्देश की घोषणा के साथ परियोजना की शुरूआत की थी । जम्मू-कश्मीर को जहां एक शहर चुनना है, वहीं उत्तर प्रदेश इस परियोजना के लिए अपने 13 शहरों के नाम तय कर सकता है, जिसमें 12 के नाम वह तय कर चुका है जबकि एक का नाम तय करना बाकी है । शहरी जनसंख्या एवं अधिसूचित इलाकों की संख्या के आधार पर स्मार्ट सिटी के लिए शहरों का चुनाव किया जाना है ।
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू ने सूची जारी करने के बाद यहां कहा, जम्मू-कश्मीर की सरकार ने अपनी पसंद तय करने के लिए और वक्त मांगा । उत्तर प्रदेश सरकार ने 13वीं स्मार्ट सिटी के लिए और सूचना मांगी है। शहरी विकास मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर सरकार जम्मू और श्रीनगर दोनों शहरों को स्मार्ट सिटी के तौर पर विकसित करना चाहती है । हालांकि, राज्य को इस परियोजना के लिए सिर्फ एक शहर चुनने को कहा गया है ।
उत्तर प्रदेश में सिटी चैलेंज प्रतियोगिता में मेरठ और रायबरेली दोनों को बराबर अंक मिले थे। लिहाजा, अब राज्य सरकार को तय करना है कि वह किस शहर को चुनना चाहती है । यह पूछे जाने पर कि शेष दो शहरों के नाम कब चुने जाएंगे, इस पर नायडू ने कहा कि जल्द ही इस पर फैसला हो जाना चाहिए । बहरहाल, पटना, बेंगलूर और मुंबई इस सूची में शामिल नहीं हैं । नायडू ने कहा, राज्यों ने ही परियोजना में शामिल किए जाने वाले शहरों के नाम भेजे हैं । पटना और बेंगलूर के नाम संबंधित राज्यों ने प्रस्तावित नहीं किए थे । जहां तक मुंबई की बात है, महाराष्ट्र ने इस उद्देश्य के लिए नवी मुंबई के नाम का प्रस्ताव भेजा था । इस परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश के 13, तमिलनाडु के 12 और महाराष्ट्र के 10, मध्य प्रदेश के सात, कर्नाटक और गुजरात के छह-छह, बिहार और आंध्र प्रदेश के तीन-तीन जबकि शेष राज्यों के एक या दो शहरों को चुना गया है ।
राजनीतिक लिहाज से सहारनपुर भारी पड़ा मुजफ्फरनगर पर 
वेस्ट यूपी के कई शहरों में से मुजफ्फरनगर भी प्रमुख है। पिछले दिनों इसे एनसीआर में शामिल किया गया था। यहां के सांसद व केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री संजीव बालयान ने दावा किया था कि उन्होंने मुजफ्फरनगर को एनसीआर में शामिल कराया है, लेकिन स्मार्ट सिटी योजना में मुजफ्फरनगर नहीं आ सका है। मेरठ के अभी चांस हैं। हालांकि शहरों का चुनाव राज्यों को करना था लेकिन इसके लिए प्रयास किए जा सकते थे। सहारनपुर के भाजपा सांसद राघव लखनपाल को इस मामले में तरजीह मिलती दिखाई दी है। इसके अलावा यूपी की अखिलेश सरकार को भी लगता है कि मुजफ्फरनगर के मुकाबले उसके लिए सहारनपुर ज्यादा मजबूत जिला है। जबकि मुजफ्फरनगर के विधायक स्व. चितरंजन स्वरूप प्रदेश सरकार में मंत्री थे। इसके बावजूद राजनीतिक लिहाज से सहारनपुर जिला मुजफ्फरनगर पर भारी पड़ा।

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