Wednesday 12 August 2015

क्रिकेट माफिया से जुड़े राजनेता कर रहे हैं मेरे खिलाफ साजिशः ललित मोदी


नई दिल्ली: आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी का कहना है कि वे किसी हालत में भारत आने को तैयार नहीं हैं। अगर पीएम नरेंद्र मोदी कहें तब भी नहीं। ललित का कहना है कि उनके खिलाफ कोई मामला बनता ही नहीं है और न ही उन्हें ईडी की ओर से कोई रेड कार्नर नोटिस मिला है। ललित मोदी ने आरोप लगाया कि राजनीति में सक्रिय वे लोग, जिनका क्रिकेट से जुड़ाव रहा है, ही उनके पीछे पड़े हुए हैं। उन्होंने नाम लेते हुए कहा कि अरुण जेतली, राजीव शुक्ला और अनुराग ठाकुर क्रिकेट माफिया हैं।
लंदन में अपने घर पर ललित मोदी ने आज तक चैनल के लिए राजदीप सरदेसाई से ताजा बातचीत में ये बातें कही। इंटरव्यू में ललित मोदी ने खुलकर लोगों के नाम लिए और आरोप लगाए। रेड कार्नर नोटिस पर उनका कहना था कि मेरे खिलाफ कोई मामला बनता ही नहीं है तो रेड कार्नर किस बात का इश्यू किया जाएगा। उन्होंने चुनौती दी कि अगर हिम्मत है तो उनके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करके दिखाएं। ललित का कहना है कि उनके खिलाफ सम्मन सिर्फ इस बात के लिए आया है कि मैं व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश नहीं हो रहा हूं, जबकि मेरे वकील 15 बार पेश हो चुके हैं तो मेरे पेश होने का कोई मतलब नहीं होता है। ललित ने साफ कहा कि अंडरवल्र्ड डॉन रवि पुजारी ने मेरे वकील को भी धमकी दी है और वे भारत आकर किसी प्रकार का रिस्क नहीं उठाना चाहते हैं। संसद में चल रहे गतिरोध को लेकर ललित का कहना था कि बीसीसीआई के पूर्व प्रमुख श्रीनिवासन ने इतना भ्रष्टाचार किया है उन्हें लेकर तो संसद ठप नहीं कर रहा कोई। सुप्रीम कोर्ट में मामला चल रहा है और 5-5 बार बीसीसीआई के घोटालों की जांच के लिए कमेटी बनाई जा चुकी हैं, इस बात को कोई नहीं देख रहा।
ललित मोदी ने कहा कि सब मिले हुए हैं। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल का बेटा श्रीनिवासन का वकील है तो कोई मेरी क्यों सुनेगा? सारी सूचनाएं राजीव शुक्ला ही लीक कर रहे हैं। पूर्व आईपीएल कमिश्नर ने कहा कि मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले फिक्सिंग हैं और इसमें सब मिले हुए हैं। अदालत में जो मामला है उसमें वे सारे कागजात समय-समय पर पेश करते रहते हैं फिर उनके भारत आने व कोर्ट में पेश होने का कोई तुक नहीं बनता। उन्होंने कहा कि जो भी बातें राहुल गांधी राजनीति से प्रेरित होकर कर रहे हैं वे ये बातें उनके सामने कहने की हिम्मत तो जुटाएं। उन्होंने इस पूरे प्रकरण में वरूण गांधी की ओर से मध्यस्थता की पेशकश दिए जाने की भी बात कही लेकिन ललित ने कहा कि मैंने ये आफर ठुकरा दी थी। ललित ने जोर देकर कहा कि उन्हें गिरफ्तार किया ही नहीं जा सकता क्योंकि वे किसी मामले में अभी तक दोषी ही साबित नहीं हुए हैं।





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