Sunday 16 August 2015

पहले गेम में काफी गलतियां की: साइना

विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में हार से निराशा
जकार्ता: भारत की दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने आज स्वीकार किया कि उनके अंदर धैर्य की कमी थी और उन्होंने काफी गलतियां की जिससे यहां विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने का उनका सपना टूट गया। दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी साइना को दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी और गत चैम्पियन स्पेन की कैरोलिना मारिन के खिलाफ 16-21, 19-21 से शिकस्त का सामना करना पड़ा।


खिताबी मुकाबले में आल इंग्लैंड चैम्पियन के खिलाफ शिकस्त के बाद साइना ने कहा, आज मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ खेल नहीं दिखाया, मैं इससे बेहतर कर सकती थी। दूसरे गेम में मुझे बढ़त हासिल थी लेकिन अंक काफी तेजी से बने और काफी जल्दी उसने बराबरी हासिल कर ली। उन्होंने कहा, उन चार से पांच अंक के दौरान मैं अधिक धैर्य दिखा सकती थी। फिटनेस के साथ कोई समस्या नहीं है। फाइनल शारीरिक से ज्यादा मानसिक मामला होता है। दूसरे गेम में अहम मौके पर मैंने एक बेवकूफाना गलती की। साइना ने कहा, दूसरे सेट में मैंने रैली करने की कोशिश की लेकिन अंक काफी तेजी से बने। साइना का मानना है कि फाइनल में खेलने के अनुभव से गत चैम्पियन मारिन को मदद मिली क्योंकि वह अधिक स्वतंत्र होकर खेल रही थी। उन्होंने कहा, जब आपको विश्व कप फाइनल में खेलने का अनुभव होता है तो यह आसान हो जाता है। वह स्वतंत्र होकर खेल रही थी और हारने या जीतने के बारे में नहीं सोच रही थी। मारिन ने कहा, मैं पिछली बार की तुलना में अधिक खुश हूं। यह अधिक कड़ा था। पिछले महीने मेरे पैर में चोट लगी, मुझे लगा कि मैं नहंी खेल पाउंगी। मैंने दो हफ्ते पहले खेलना शुरू किया, सिर्फ टूर्नामेंट का लुत्फ उठाना चाहती थी। उन्होंने कहा, दूसरे गेम में जब पिछड़ी रही थी तो गलतियां नहीं करना चाहती थी। वह मुझसे ज्यादा थकी हुई थी। मैं सिर्फ प्रत्येक अंक के बारे में सोच रही थी, सिर्फ फाइनल और दर्शकों का लुत्फ उठाना चाहती थी। मारिन ने साथ ही उत्साह बढ़ाने के लिए अपने समर्थकों को भी धन्यवाद दिया।

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