Thursday 13 August 2015

राहुल गांधी ने पीएम को दी ललित मोदी को वापस लाने की चुनौती

नई दिल्ली: संसद में अपने परिवार पर भाजपा के आक्रामक रूख से अविचलित राहुल गांधी ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सीधे निशाने पर लेते हुए कहा कि उनमें साहस की कमी है और उन्हें राजनीतिक व्यवस्था तथा कालेधन के बीच की सबसे बड़ी कड़ी आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी को भारत वापस लाने की चुनौती दी।
ललित मोदी को ब्रिटेन से यात्रा दस्तावेज दिलवाने में मदद करने के लिए सुषमा स्वराज पर दबाव बनाए रखते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि इस संबंध में विदेश मंत्री ने कल लोकसभा में लंबा बयान दिया लेकिन इस बात का जवाब नहीं दिया कि उन्होंने भारत के उस भगोड़े की सहायता क्यों की जिसकी प्रवर्तन निदेशालय को तलाश है। ललित मोदी की मदद के लिए कांग्रेस द्वारा इस्तीफा मांगे जाने के बाद कल सुषमा स्वराज ने लोकसभा में पलटवार करते हुए अपने बयान में राहुल से कहा था कि वह अपनी ममा से पूछें कि बोफोर्स के आरोपी ओत्तावियो क्वात्रोच्चि से उन्हें कितने पैसे मिले। उन्होंने यह आरोप भी लगाया था कि भोपाल गैस मामले में आरोपी वारेन एंडरसन को भारत से भगाने में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने मदद की थी।
अपने पिता राजीव गांधी के खिलाफ लगाए गए सुषमा स्वराज के आरोपों का जवाब देते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि देश की न्यायिक प्रणाली से पूर्व प्रधानमंत्री निर्दोष साबित हुए हैं। उन्होंने दावा किया कि दूसरी ओर सुषमा और वित्त मंत्री अरूण जेटली कल संसद में कालेधन के नेटवर्क का बचाव कर रहे थे। उन्होंने विदेश मंत्री से सवाल किया अगर ललित मोदी को मदद करना पूरी तरह से मानवीय दृष्टिकोण का भी मामला था, जैसा कि वह दावा कर रही हैं, तो उन्होंने जो कुछ किया, उसे आखिर छिपाया क्यों।
प्रधानमंत्री पर प्रहार करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि कई लोग सोचते हैं कि मोदी जी में साहस है, कुछ लोग मानते हैं कि उनमें ऐसा नहीं है। अगर आप ललित मोदी को वापस नहीं लाते हैं, तब आप ऐसे लोगों को ललित मोदी का बचाव करने का मौका देते हैं जैसे सुषमाजी ने किया। हम समझते हैं कि प्रधानमंत्री भयभीत हो गए हैं। सुषमा द्वारा गांधी परिवार को निशाना बनाए जाने पर राहुल ने कहा कि इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। मैं यहां देश को आरएसएस और मोदी से बचाने के लिए आया हूं।
उन्होंने कहा कि ललित मोदी का नेटवर्क बंद दरवाजों के पीछे से चलता है और यह नेटवर्क भ्रष्टाचार और राजनीतिक नेताओं का है। ललित मोदी राजनीतिक व्यवस्था और कालाधन के बीच की सबसे बड़ी कड़ी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सुषमा, जेटली और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इस नेटवर्क का बचाव कर रहे हैं। राहुल ने कहा कि पहले उन्हें लगता था कि नरेन्द्र मोदी में कुछ साहस है लेकिन आज महसूस होता है कि इस व्यक्ति में कोई साहस नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कई चीजों का वादा किया था। उन्होंने 15 लाख रूपये का वादा किया था। उन्होंने वादा किया था कि न खाऊंगा, न खाने दूंगा। लेकिन दुखद बात यह है कि वह सदन में ही नहीं आए। मुझे लगता था कि इस व्यक्ति में कुछ दम है। लेकिन आज मैं महसूस कर रहा हूं कि इस आदमी में कोई दम नहीं है।

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