Friday 21 August 2015

मीडिया यूपी की छवि को कर रहा है खराबः अखिलेश यादव

मांझी के निर्देशक केतन मेहता व अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ अखिलेश 

लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कानून-व्यवस्था के मुददे पर विपक्षी दलों के आरोपों को खारिज करते हुए अनुरोध किया कि मीडिया में आने वाली खबरों के आधार पर आरोप ना लगाएं और प्रदेश को बदनामी से बचाएं ताकि, राज्य का विकास हो सके। मुख्यमंत्री ने आज विधानसभा में कानून-व्यवस्था पर हुई दो घंटे की चर्चा का जवाब देते हुए कहा, कानून-व्यवस्था की जो स्थिति टीवी पर दिखाई जा रही है, हम उससे परेशान हैं।
घटनाओं के उल्लेख पर, उन्होंने कहा, पुलिस अ'छा काम कर रही है और सिर्फ एक घटना से पूरी पुलिस खराब नहीं हो जाती। उन्होंने कहा, प्रेस की बात पर मत जाओ। अखिलेश ने मीडिया पर निशाना साधते हुए कहा, मध्यप्रदेश और अन्य राज्यों में कितनी घटनाएं होती हैं, लेकिन टीवी पर मुख्यमंत्री की तस्वीर नहीं दिखती। लेकिन यहां एक घटना हो जाए तो तीन-तीन तस्वीरें दिखाई जाती हैं। प्रतिपक्षी दलों द्वारा उन्हें कभी ‘भोला’ तो कभी ‘कमजोर’ कहे जाने पर, अखिलेश ने हंसते हुए कहा, ना वह मजबूर हैं, ना कमजोर हैं, और नाहीं भोले हैं, मगर नेता प्रतिपक्ष हमें बताये कि हमारी अ'छी बात खबरों में कैसे आये।
उन्होंने आपराधिक घटनाओं के पीछे 'जर, जमीन जोरू’ होने की कहावत का जिक्र करते हुए कहा कि 92 प्रतिशत घटनाएं इन्हीं वजहों से होती हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चर्चा के दौरान विपक्षी दलों के आरोपों को कुंद करने की नीयत से कहा कि विभिन्न सरकारों के कार्यकाल में हुई घटनाओं के आंकडे मंगवा कर देख लें बहुत कुछ साफ हो जायेगा। पुलिस के काम को अच्छा बताते हुए, अखिलेश ने कहा, हालांकि अभी और काम करने की जरूरत है, और सरकार इस दिशा में काम कर रही है।
उन्होंने कहा, सरकार का प्रयास है कि पुलिस का 'रिस्पान्स टाइम’ कम हो। जिस तरह 108 एम्बुलेंस सेवा के तहत एम्बुलेंस जल्दी पहुंच जाती है, उसी तरह डायल 100 के तहत पुलिस भी घटना स्थल पर जल्दी पहुंचे। अखिलेश ने कहा, हमारी कोशिश है कि पुलिस घटनास्थल पर 10 मिनट में पहुंच जाये। मुख्यमंत्री ने महिलाओं को सुरक्षा देने में 1090 सेवा के योगदान का उल्लेख करते हुए, अपराधों के प्रकार में आ रहे बदलाव के मद्देनजर पुलिस बल को प्रशिक्षित किये जाने की भी जरूरत बतायी और कहा कि इस दिशा में कोशिश हो रही है। अखिलेश के जवाब पर बसपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने असंतोष जताया और विरोध स्वरूप अपने दल के सदस्यों साथ बहिर्गमन किया।
इससे पूर्व सदन में बसपा और प्रतिपक्ष के नेता मौर्य ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर चर्चा के दौरान प्रदेश में अपराधियों और माफियाओं के निरंकुश हो जाने का आरोप लगाया। उन्होंने विगत कुछ महीनों में चर्चित आपराधिक घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार का इकबाल होता तो ऐसी घटनाएं नहीं होतीं।
यूपी की हालत कर कमेंट करता कार्टूनिस्ट कुरील का ये कार्टून। 

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