Thursday 6 August 2015

तिरूपति बाला जी में दान किए जा सकेंगे शेयर भी, देश के सबसे अमीर मंदिर ने खुलवाया डीमेट एकाउंट

हैदराबाद (आंध्र प्रदेश): देश में नरेंद्र मोदी सरकार के गठन के समय से ही ये बात चल रही है कि धार्मिक संस्थानों में जमा सोना व संपत्ति को देश के विकास कार्यों में कैसे प्रयोग किया जाए। लगता है इसी दिशा में शुरूआत हो रही है। देश के सबसे अमीर मंदिर माने जाने वाले तिरुपति बालाजी मंदिर में अब शेयर भी दान किए जा सकेंगे। तिरुमला के इस मंदिर का सोमवार को डीमैट अकाउंट ओपन कर दिया गया है। किसी मंदिर को दान के रूप में शेयर देने का दुनिया में शायद यह पहला उदाहरण होगा। 

सेंट्रल डिपोजिटरीज सर्विस लिमिटेड के अधिकारियों ने सोमवार को तिरुपति जाकर तिरुमला तिरुपति देवसंस्थानम (टीटीडी) के एग्जीक्युटिव अफसर डी. संभाशिव से मुलाकात कर उन्हें डीमेट अकाउंट के पेपर्स सौंपे। टीटीडी का स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में अकाउंट नंबर 1601010000384828 है। टीटीडी ने एक बयान में कहा, हम सभी भक्तों को डोनेशन का एक नया तरीका देना चाहते हैं। हमें उम्मीद है कि इस कदम का अच्छा असर होगा। बताया जाता है कि यहां पर बने दानपात्र में कुछ लोग शेयर तक डाल जाते थे। इससे संकेत मिल रहे थे कि अगर मंदिर शेयरों को भी दान के रूप में स्वीकार करने लगे तो इससे मंदिर व देश को भी फायदा हो सकता है। डीमेट एकाउंट खुल जाने के बाद सारा पैसा इलैक्ट्रानिक तरीके से संस्थान के पास आने लगेगा। टीटीडी के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि मंदिर को लाखों रूपयों के हजारों शेयर सर्टिफिकेट्स मिल रहे हैं। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि अब तक कितने मूल्य के कितने शेयर मंदिर को दान में मिल चुके हैं।
इससे पहले तिरुमला में ऑनलाइन और विदेशी मुद्रा में दान की सुविधा दी जा चुकी है। वैसे परपंरागत तरीके से भी दान भी दिया जा रहा है। सोमवार को ही एक कपड़ा बनाने वाली कंपनी ने यहां 6.5 लाख रुपए के ऊनी कपड़े दान किए हैं। बता दें, मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में सोने आदि का जो चढ़ावा आता है उसे बैंक में जमा किया जाता है।
पूरे देश में है मंदिर की संपत्ति
तिरूपति बाला जी मंदिर की कुल संपत्ति 9800 करोड़ रुपये के आसपास आंकी गई है। इस संस्थान के आंध्र प्रदेश, दिल्ली, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, महाराष्ट्र, पुडुचेरी, हरियाणा, ओडिशा और नेपाल तक में जमीनें व शॉपिंग कॉम्पलेक्स आदि हैं। सारी दुनिया से लोग यहां आते हैं और सोना, चांदी और नगद पैसा जमकर दान करते हैं।

No comments:

Post a Comment