Wednesday 15 July 2015

अब नहीं होगा चैंपियंस लीग टी 20 टूर्नामेंट

आईपीएल के कलंक का असर क्रिकेट पर दिखना शुरू 

नई दिल्लीः आईपीएल पर संकट के बादलों का असर दिखना शुरू हो गया है। सुप्रीम कोर्ट से नियुक्त न्यायमूर्ति लोढ़ा समिति के आईपीएल टीमों चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स को दो साल के लिए निलंबित करने के कड़े फैसले के एक दिन बाद ही क्रिकेट प्रशासकों ने आज चैंपियन्स लीग टी20 टूर्नामेंट को तुरंत प्रभाव से खत्म करने का निर्णय किया। लोगों का मानना है कि आईपीएल को भी तुरंत बंद किया जाना चाहिए क्योंकि इसकी वजह से खिलाड़ी अपने खेल पर ध्यान देने के बजाय पैसे पर ज्यादा फोकस करने लगे हैं।
पिछले साल चेन्नई बनी थी चैंपियन 
मीडिया विज्ञप्ति में कहा गया है, चैंपियन्स लीग टवेंटी20 की संचालन परिषद ने बुधवार को पुष्टि की कि इस टी20 लीग को तुरंत प्रभाव से बंद किया जाएगा। चैंपियन्स लीग टवेंटी20 की संचालन परिषद में शामिल भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई), क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने सर्वसम्मति से यह फैसला किया। विज्ञप्ति के अनुसार, इसलिए अब 2015 में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सितंबर-अक्तूबर में होने वाली चैंपियन्स लीग अब नहीं होगी। चैंपियन्स लीग को शुरू से ही बहुत अधिक समर्थन नहीं मिल रहा था और उसे बंद करने की संभावना बनी हुई थी। ऐसे में लोढ़ा समिति की रिपोर्ट आ गयी जिसके बाद चैंपियन्स लीग टवेंटी20 की संचालन परिषद ने फैसला लेने में देर नहीं की। लोढम समिति ने लीग के मौजूदा चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स और उपविजेता होने के कारण इसमें भाग लेने का अधिकार रखने वाली एक अन्य टीम को दो साल के लिए निलंबित कर दिया।
विज्ञप्ति में कहा गया है, यह प्रतियोगिता 2009 में बीसीसीआई, सीए और सीएसए ने शुरू की थी। संचालन परिषद का मानना है कि टूर्नामेंट का दर्शकों का सीमित समर्थन मिलने के कारण इसे बंद करना उचित फैसला है। बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा, यह मुश्किल फैसला था क्योंकि चैंपियन्स लीग टी20 दुनिया भर की घरेलू टी20 प्रतियोगिताओं जैसे भारत में आईपीएल, ऑस्ट्रेलिया में बिग बैश और दक्षिण अफ्रीका में रैम स्लैम टी20 में अतिरिक्त ऊर्जा भरती थी।  उन्होंने कहा कि यह विश्व भर के खिलाड़ियों के लिए अपना कौशल दिखाने का शानदार मंच था और पिछले छह सत्रों में इसमें भाग लेने वाली टीमों ने इसके अनुभव का पूरा लुत्फ उठाया। 
अनुराग ठाकुर 
ठाकुर ने कहा कि दुर्भाग्य से मैदान से बाहर चैंपियन्स लीग टी20 को प्रशसंकों का आशानुरूप समर्थन नहीं मिला। हमने अपने सभी व्यावसायिक भागीदारों से परामर्श करने और सभी संबंधित पक्षों की अनुबंध संबंधी शर्तों को पूरा करने के बाद यह फैसला किया। उन्होंने कहा, संचालन परिषद चैंपियन्स लीग टी20 में शामिल रहे लोगों और टूर्नामेंट में भाग लेने वाली प्रत्येक टीम का आभार व्यक्त करती है। लीग को खत्म करने को लेकर बाकी औपचारिकताएं जल्द ही पूरी कर ली जाएंगी।
चैंपियन्स लीग टी20 को खत्म करने के फैसले का मतलब है कि बीसीसीआई और अन्य हितधारकों को मिनी आईपीएल का आयोजन करने में दिक्कत होगी। पहले सितंबर में इस तरह के टूर्नामेंट की योजना बनायी जा रही थी। कुल मिलाकर चैंपियन्स लीग की जगह किसी अन्य टूर्नामेंट के आयोजन की संभावना समाप्त हो गयी है।  कई सितारा खिलाडियों से सजी महेंद्र सिंह धौनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) और पहले सत्र की विजेता राजस्थान रॉयल्स को सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त समिति ने इनके प्रमुख अधिकारियों गुरूनाथ मयप्पन और राज कुंद्रा के 2013 सत्र के दौरान सट्टेबाजी गतिविधियों में शामिल रहने के कारण कल आईपीएल से दो साल के निलंबित कर दिया था।
सीएसके के पूर्व टीम प्रिंसिपल मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स के सह मालिक कुंद्रा को भी सट्टेबाजी में लिप्त रहने तथा आईपीएल और खेल को बदनाम करने के लिये आजीवन निलंबित कर दिया गया। समिति ने 22 जनवरी के फैसले में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा कि सीएसके का चेहरा माने जाने वाले मयप्पन और कुंद्रा ने क्रिकेट, बीसीसीआई और आईपीएल को बदनाम किया है और उन्हें कोई रियायत नहीं दी जानी चाहिए।  इस फैसले से स्तब्ध चेन्नई सुपर किंग्स के मालिकों ने अपने वकीलों से बात की और अब वे सुप्रीम कोर्ट की शरण लेने की सोच रहे हैं। चेन्नई टीम में महेंद्र सिंह धौनी, सुरेश रैना, आर अश्विन और रविंद्र जडेजा जैसे भारतीय टीम के सदस्य हैं।
दूसरी ओर राजस्थान के मेंटर राहुल द्रविड़ हैं जबकि इसके लिए भारत के कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे और स्टुअर्ट बिन्नी खेलते हैं। यह टीम भी न्यायालय के द्वार खटखटाने की सोच रही है लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त समिति का फैसला होने से उन्हें राहत मिलने की उम्मीद कम है।


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