Tuesday 14 July 2015

आईपीएलः राज कुंद्रा और मयप्पन पर आजीवन बैन, धोनी की टीम चेन्नई सुपरकिंग्स व राजस्थान रायल्स पर दो साल का प्रतिबंध

नई दिल्लीः आईपीएल सट्टेबाजी पर जस्टिस लोढ़ा कमेटी ने आज बड़ा फैसला सुनाते हुए पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन और अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा पर आजीवन पाबंदी का ऐलान कर दिया। चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स की टीमों पर पर भी दो-दो साल का बैन लगाने का फैसला उन्होंने सुनाया। कुंद्रा और मयप्पन के खिलाफ सुनाई गई सजा तत्काल प्रभाव से मान्य मानी जाएगी।
इंडियन प्रीमियर लीग के छठे संस्करण में सट्टेबाजी के दोषी पाए गए राजस्थान रॉयल्स टीम के पूर्व सहमालिक राज कुंद्रा और चेन्नई सुपरकिंग्स के सीईओ गुरुनाथ मयप्पन पर इस मामले की जांच कर रही सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित न्यायमूर्ति आर एम लोढ़ा समिति ने बीसीसीआई से किसी प्रकार का संबंध रखने पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया। साथ ही चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स फ्रेंचाइजी टीमों को आईपीएल से दो साल के लिए निलंबित करने की भी सिफारिश की।
जस्टिस लोढ़ा ने कहा कि गुरुनाथ मयप्पन चेन्नई सुपरकिंग्स का हिस्सा था। मयप्पन ने खेल के नियम तोड़े। जिस व्यक्ति में भी खेल के प्रति जुनून होगा वह कभी सट्टेबाजी में शामिल नहीं होगा। गुरुनाथ मयप्पन ने आईपीएल के नियमों को तोड़ा। मयप्पन ना सिर्फ सट्टेबाजी में लिप्त थे बल्कि वह क्रिकेट और आईपीएल में बदनामी भी लाए। मयप्पन को सट्टेबाजी का दोषी पाया गया है। उन पर 5 साल के लिए क्रिकेट से दूर रहने की पाबंदी लगाई जाती है। साथ ही बीसीसीआई से जुड़े रहने पर आजीवन पाबंदी लगाई जाती है।
राज कुंद्रा पर फैसला सुनाते हुए जस्टिस लोढ़ा ने कहा कि राज कुंद्रा ने पहली बार ऐसी गलती की। उनकी वजह से बीसीसीआई, आईपीएल और क्रिकेट की बदनामी हुई। राजस्थान रॉयल्स ने बीसीसीआई और इस खेल के भरोसे को चोट पहुंचाई। राज कुंद्रा को गलत हरकतों का दोषी पाया गया है। कुंद्रा सट्टेबाजी में शामिल थे और उन्होंने अपने संपर्कों का खुलासा नहीं किया। वह जानेमाने पंटर के जरिए सट्टेबाजी कर रहे थे। वह लगातार बुकीज के संपर्क में थे। उन पर क्रिकेट से जुड़े रहने पर पांच साल की पाबंदी लगाई जाती है। साथ ही बीसीसीआई से आजीवन दूर रहने की पाबंदी लगाई जाती है।
मयप्पन
जस्टिस लोढ़ा ने सबसे बड़ा फैसला सुनाते हुए कहा कि महेंद्र धोनी की कप्तानी वाली टीम चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स को 2-2 साल के लिए बैन किया जाता है। टीम के खिलाड़ी स्वतंत्र हैं और किसी भी टीम से खेल सकते हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान के तीन क्रिकेटर फिक्सिंग में शामिल थे, जो ये बताता है कि आईपीएल में सबकुछ ठीक नहीं है। हालांकि कुंद्रा अब राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन इससे फ्रेंचाइज की जिम्मेदारी कम नहीं होती।
समिति के इस फैसले के बाद अब आईपीएल-9 में खेलने के लिए सिर्फ छह टीमें रह जाएंगी। साथ ही सीएसके और राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलने वाले कई खिलाड़ियों का भविष्य अधर में है। महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व वाली सीएसके टीम ने दो बार आईपीएल खिताब जीता है जबकि राजस्थान रॉयल्स ने 2008 में आईपीएल के पहले संस्करण का खिताब जीता था।
जस्टिस लोढ़ा ने कहा कि आईपीएल सीईओ सुंदर रमन पर और जांच जरूरी है। हमने पाया कि सुंदर रमन की भूमिका पर और जांच होनी चाहिए। इस पर रिपोर्ट आनी बाकी है। रिपोर्ट आने के बाद हम जाचेंगे कि और क्या हो सकता है।
वहीं बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव और इस मामले में याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा ने फैसले का स्वागत किया है। साथ ही मांग की है कि श्रीनिवासन को बीसीसीआई से तुरंत बर्खास्त किया जाए। श्रीनिवासन सहित दूसरे तमाम लोगों पर बीसीसीआई को क्रिमिनल केस चलाना चाहिए जिन्होंने इस खेल को बदनाम किया है। मैं फिर सुप्रीम कोर्ट जाऊंगा और गुजारिश करूंगा कि लिफाफे में बंद नामों का खुलासा किया जाए।
सुप्रीम कोर्ट ने दोषियों मयप्पन और कुंद्रा और उनकी फ्रेंचाइजियों के लिए सजा निर्धारित करने के लिए 22 जनवरी को पूर्व प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति लोढ़ा, न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) अशोक भान और न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आर. रवींद्रन वाली एक समिति गठित की थी। आईपीएल सट्टेबाजी और मैच फिक्सिंग की जांच के लिए गठित न्यायमूर्ति मुकुल मुदगल वाली समिति की रिपोर्ट के आधार पर सर्वोच्च न्यायालय ने बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और चेन्नई सुपर किंग्स के स्वामित्व वाली कंपनी इंडिया सीमेंट्स के मालिक एन. श्रीनिवासन के दामाद मयप्पन और कुंद्रा को सट्टेबाजी में संलिप्तता को दोषी करार दिया था।



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