Tuesday 14 July 2015

क्या बंद होने की ओर बढ़ रही है आईपीएल? एक के बाद एक खुलासे से इमेज खराब

मुंबई : क्या आने वाले समय में आईपीएल को बंद कर दिया जाएगा? यदि इसी तरह से खुलासे होते रहे और आईपीएल का दामन दागदार होता रहा तो शायद एनडीए सरकार के कार्यकाल में ही इस क्रिकेट के बड़े तमाशे को बंद कर दिया जाए। वैसे व्यवसायिक रूप से भी ये टूर्नामेंट ज्यादा मुनाफे का सौदा नहीं रह गया है। आंकड़े बताते हैं कि नित नये विवादों के चलते इंडियन प्रीमियर लीग की ब्रांड वैल्यू में भी लगातार गिरावट आई है।

उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित लोढा समिति द्वारा दो पूर्व चैम्पियन टीमों चेन्नई सुपर किंग्स (धोनी की कप्तानी वाली) और राजस्थान रायल्स (शिल्पा शेट्टी व उनके पति राज कुंद्रा की टीम) पर दो साल का प्रतिबंध आईपीएल के ब्रांड नाम और इसके संचालक बीसीसीआई को एक और जोरदार झटका है। विश्व कप 2007 में भारत के शर्मनाक प्रदर्शन के बाद 2008 में बीसीसीआई ने एस्सेल ग्रुप (जी मीडिया ग्रुप के सुभाष चंद्रा द्वारा संचालित) द्वारा शुरू की गई इंडियन क्रिकेट लीग के जवाब में अपनी टी20 लीग शुरू की थी। शुरूआत में ललित मोदी इसके कर्ता धर्ता रहे। मोदी ने मार्केटिंग साझेदार आईएमजी के साथ मिलकर इसे क्रिकेट की सबसे लोकप्रिय लीग बना दिया। पहले ही साल में आईपीएल ने सफलता के नये रिकार्ड कायम किये। लाखों डालर में बिकी आठ टीमों ने क्रिकेट जगत का ध्यान खींचा। इसके बाद खिलाडिय़ों की नीलामी हुई जिसमें क्रिकेट के इतिहास में महेंद्र सिंह धोनी सबसे महंगे बिके जिन्हें इंडिया सीमेंट्स के मालिकाना हक वाली चेन्नई सुपर किंग्स ने खरीदा। मुंबई में हुई नीलामी के बाद गद्गद् इंडिया सीमेंट्स के तत्कालीन प्रबंध निदेशक और अध्यक्ष एन श्रीनिवासन और मोदी मीडिया से रूबरू थे जो बाद में एक दूसरे की आंख की किरकिरी बन गए।
टूर्नामेंट दूसरे ही साल विवादों से घिर गया जब देश में आम चुनाव के कारण इसका आयोजन दक्षिण अफ्रीका में हुआ। एक साल बाद भारत में फिर लीग का आयोजन हुआ लेकिन मोदी को वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों में सिर्फ आईपीएल ही नहीं बल्कि बीसीसीआई से भी बाहर कर दिया गया। अंडरवल्र्ड से अपनी जान को खतरा बताकर मोदी लंदन में जा बसे हैं।
शुरूआती टीमों में से एक डेक्कन चार्जर्स की जगह बाद में सनराइजर्स हैदराबाद ने ली। दो नई टीमें केरला टस्कर्स और सहारा पुणे वारियर्स को आईपीएल नियमों का पालन नहीं करने के कारण बीसीसीआई ने भंग कर दिया। आईपीएल का मैदान भी विवादों से अछूता नहीं रहा। हरभजन सिंह और एस श्रीसंत का 'थप्पड़ कांड' पहले ही साल सुर्खियों में रहा। इसके बाद 2013 में स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण में रायल्स के तीन खिलाडिय़ों पर बीसीसीआई ने आजीवन प्रतिबंध लगाया। इसके बाद आईपीएल के दो टीम मालिकों चेन्नई के गुरूनाथ मयप्पन और रायल्स के राज कुंद्रा पर सट्टेबाजी के आरोप लगे। लोढा समिति ने दोनों पर आजीवन प्रतिबंध लगाने के साथ टीमों को भी दो साल के लिये बाहर कर दिया।

धोनी के बिना आईपीएल की कल्पना मुश्किल : गावस्कर

नई दिल्ली : भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने स्वीकार किया कि महेंद्र सिंह धोनी के बिना आईपीएल की कल्पना मुश्किल होगी। धोनी की टीम चेनन्ई को दो साल के लिए प्रतिबंधित किया गया है। धोनी के बिना आईपीएल के बारे में पूछने पर गावस्कर ने कहा कि यह काफी कठिन होगा। वैसे धोनी सिर्फ 34 साल के हंै और अभी उनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने में समय है। किसी भी सूरत में धोनी के बिना आईपीएल की कल्पना मुश्किल है। उन्होंने यह भी कहा कि सीएसके और राजस्थान रायल्स के खिलाडिय़ों की मनोदशा बहुत खराब होगी लेकिन इस फैसले को हल्के में नहीं लिया जा सकता क्योंकि इसमें भारत के तीन पूर्व मुख्य न्यायाधीश जुड़े हैं। उन्होंने एनडीटीवी से कहा कि मैं जानता हूं कि चेन्नई और राजस्थान के खिलाडिय़ों की मनोदशा इस समय बहुत खराब होगी जिन्हें दूसरों के गुनाहों की सजा मिली है लेकिन तीन पूर्व मुख्य न्यायाधीशों ने फैसला सुनाया है लिहाजा इसकी विश्वसनीयता पर सवाल नहीं किया जा सकता। गावस्कर ने कहा कि चूंकि अगले आईपीएल में अभी आठ महीने का समय है लिहाजा बीसीसीआई के लिये दो नई टीमें तलाशना कठिन नहीं होगा ।

फैसले से निराश हूं : राज कुंद्रा

नई दिल्ली: उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त जस्टिस आर सी लोढा समिति द्वारा आजीवन प्रतिबंध की सजा पाने वाले राजस्थान रायल्स के पूर्व सह मालिक राज कुंद्रा ने आज कहा कि वह इस सजा से स्तब्ध और निराश हैं। जस्टिस लोढा समिति ने आईपीएल सट्टेबाजी और स्पाट फिक्सिंग के मामले में कुंद्रा पर आजीवन प्रतिबंध लगाया है। कुंद्रा ने ट्विटर पर लिखा- कई खामियां, फैसले की एक प्रति मांगी है। निश्चित तौर पर स्तब्ध और निराश हूं।

अब आगे क्या होगा ? 19 जुलाई को होगी आईपीएल संचालन परिषद की बैठक

नई दिल्ली: उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त जस्टिस आर एम लोढा समिति द्वारा चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रायल्स पर आईपीएल में दो साल का प्रतिबंध लगाये जाने और उनके दागी अधिकारियों गुरूनाथ मेयप्पन तथा राज कुंद्रा पर आजीवन प्रतिबंध के मद्देनजर भारतीय क्रिकेट बोर्ड के आला अधिकारी आज हरकत में आ गए।
आईपीएल संचालन परिषद की बैठक 19 जुलाई को मुंबई में बुलाई गई है जिसमें लोढा समिति के फैसले के बाद भावी कार्रवाई पर विचार किया जायेगा। परिषद के सदस्य और बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फैसला आने के बाद हमने इस पर अनौपचारिक बातचीत की है। जल्दी ही आपात बैठक बुलाई जायेगी जिसमें सदस्यों को हालात की जानकारी दी जाएगी और भावी कार्रवाई की दिशा तय की जायेगी । हमारी कानूनी टीम फैसले का विस्तार से अध्ययन करेगी । हमें पता चला है कि बैठक 19 जुलाई को मुंबई में होगी। वरिष्ठ अधिकारियों के बीच बातचीत में तीन मसले सामने आये हैं कि क्या नई कंपनियों को दो खाली स्थानों के लिये बोलियां लगाने की अनुमति दी जाये, क्या सारे खिलाड़ी या सिर्फ चेन्नई और राजस्थान के खिलाडिय़ों की नीलामी होगी और सीएसके को उसकी मूल कंपनी इंडिया सीमेंट्स से विघटित करने का मसला।
एक अन्य सदस्य ने कहा कि परिषद की पिछली बैठक में हमने सीएसके के विघटन और अंशधारिता के आकलन का मसला कार्यसमिति को सौंप दिया था जो कानूनी सलाहकारों से राय लेगी । हमें उसका इंतजार करना होगा । फिलहाल सीएसके और रायल्स के मालिक अपनी टीमें नये मालिकों को बेचना चाहेंगी लेकिन कुछ समस्यायें हैं। सदस्य ने कहा कि सीएसके और रायल्स जिस समय भी नये मालिकों को बेच दी जायेंगी, मौजूदा कानूनी उत्तरदायित्व नये मालिक का होगा। दोनों टीमों की साख गिर चुकी है। इन हालात में क्या उन्हें बेचा जा सकता है या नये खरीदार की दिलचस्पी होगी। उन्होंने कहा कि लोढा समिति ने कहा है कि बीसीसीआई को इस पर गौर करना होगा । हम काफी सतर्क हैं और कानूनी प्रभावों को भी ध्यान में रखेंगे । सबसे अहम मसला यह है कि क्या बीसीसीआई इसे आठ टीमों की लीग बनाने के लिये नई बोलियां आमंत्रित करता है लेकिन फिर खिलाडिय़ों की नीलामी का मसला इससे जुड़ा है ।
उन्होंने कहा कि इस मामले में दो विकल्प है । बीसीसीआई दो नई आईपीएल टीमों की ताजा नीलामी के लिये निविदायें बुलाये। दोनों टीमों के 45 खिलाडिय़ों के लिये लघु नीलामी आयोजित की जा सकती है जिसमें मौजूदा खिलाडिय़ों में से दो नई टीमें बनाई जा सकती हैं। सदस्य ने कहा कि ऐसे में नये मालिक चुनिंदा पूल में से ही खिलाडिय़ों को लेने के खिलाफ होंगे। ऐसे में यह तय करना होगा कि क्या नये सिरे से सभी खिलाडिय़ों के लिये नीलामी का आयोजन किया जाये। सीएसके और रायल्स से प्रतिक्रिया के लिये संपर्क नहीं हो सका है ।

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