Tuesday 14 July 2015

अमिताभ ठाकुर के निलंबन पर कांग्रेस व भाजपा ने अखिलेश सरकार पर लगाया निशाना


लखनऊ: सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के साथ टकराने वाले वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर के निलम्बन को कांग्रेस और भाजपा ने बदले की कार्रवाई करार दिया है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष निर्मल खत्री ने आज यहां कहा कि आईपीएस अफसर ठाकुर के निलम्बन के पीछे खराब मंशा जाहिर होती है। यह बदले की भावना से की गयी कार्रवाई है।

उन्होंने कहा कि ठाकुर ने अगर कोई सरकारी विरोधी काम किया था या नियमों, मर्यादाओं का उल्लंघन किया था तो उनका निलम्बन मुलायम सिंह यादव टेप प्रकरण से पहले होना चाहिये था। उस मामले के बाद यह कार्रवाई होने से साबित होता है कि सरकार ने उन्हें बदले की भावना से निलम्बित किया है। भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने भी वरिष्ठ आईपीएस और निवर्तमान पुलिस महानिरीक्षक (नागर सुरक्षा) अमिताभ ठाकुर के निलम्बन को दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई बताया है। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्ट्या यह दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई है। पुलिस महानिदेशक कार्यालय पर धरना दिये जाने को भी ठाकुर के निलम्बन का आधार बनाया गया है। वह जब धरना दे रहे थे, उनके खिलाफ तब कार्रवाई करनी चाहिये थी। पाठक ने कहा कि प्रदेश सरकार को आरोपों से घिरे खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति, नोएडा प्राधिकरण के पूर्व मुख्य अभियंता यादव सिंह जैसे लोग अच्छे लगते हैं, और एसपी सिंह या अमिताभ ठाकुर या विजय शंकर पाण्डेय जैसे मौजूदा और पूर्व अफसर खटकते हैं।
मालूम हो कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के साथ टकराव में उलझने और इस लड़ाई को केंद्र तक ले जाने वाले वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को राज्य सरकार ने दायित्व निर्वहन में कोताही, अनुशासनहीनता, सरकार विरोधी रूख अपनाने और उ'च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना के प्रथम दृष्टया आरोपों के आधार पर कल रात निलम्बित कर दिया। हालांकि उनके निलम्बन पर मुख्य विपक्षी दल बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का रुख थोड़ा अलग है।
विधानसभा में बसपा और विपक्ष के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने ठाकुर के निलम्बन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एक अराजक सरकार ने अपने जैसे ही अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि सपा मुखिया जैसे बड़े कद के नेता को एक अफसर को धमकी देने की बात शोभा नहीं देती है। वैसे ही ठाकुर की कार्यप्रणाली को देखकर नहीं लगता कि वह अपने कर्तव्यों के प्रति बहुत गम्भीर हैं। मौर्य ने कहा कि जिस तरह मुलायम ने लोकतांत्रिक मर्यादा प्रतिष्ठा से हटकर काम किया, उसी तरह ठाकुर भी अराजक रवैये के लिये मशहूर हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या वह ठाकुर के खिलाफ की गई कार्रवाई को उचित मानते हैं, उन्होंने कहा कि वह इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहते।
गौरतलब है कि आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव पर टेलीफोन पर धमकाने का आरोप लगाते हुए मीडिया को एक टेप जारी किया था। साथ ही गत 11 जुलाई को उन्होंने यादव के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में मुकदमे के लिये तहरीर भी दी थी।

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