Thursday 9 July 2015

एक और महिला खिलाड़ी ने लगाया भेदभाव का आरोप

स्क्वाश की टॉप प्लेयर दीपिका पल्लिकल का नेशनल चैंपियनशिप में खेलने से इनकार
कहा- जब तक लड़कों के बराबर इनामी राशि नहीं मिलती तब तक नहीं खेलूंगी

नई दिल्ली: भारत की शीर्ष खिलाड़ी दीपिका पल्लिकल ने मौजूदा राष्ट्रीय स्क्वाश चैंपियनशिप में नहीं खेलने का ऐलान कर दिया है। उनका कहना है कि जब तक पुरूष और महिला खिलाडिय़ों के लिये समान पुरस्कार राशि नहीं कर दी जाती है तब तक वह इस घरेलू टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेंगी। इससे पहले बैडमिंटन में ज्वाला गुट्टा व अश्विनी पोनप्पा आरोप लगा चुकी हैं कि वे भेदभाव का शिकार हो रही हैं और उन्हें ओलंपिक में पदक जीतने लायक नहीं समझा जा रहा है। जबकि वे इस समय विश्व की टॉप डबल्स टीम हैं। 
केरल की रहने वाली पल्लिकल अपने राज्य में पहली बार हो रही राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग लेना चाहती थी लेकिन पुरूष खिलाडिय़ों के लिये पुरस्कार राशि अधिक होने के कारण उन्होंने लगातार चौथे वर्ष इससे हटने का फैसला किया। इस 23 वर्षीय खिलाड़ी ने आखिरी बार 2011 में चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था और तब वह चैंपियन भी बनी थी।
विश्व की शीर्ष दस खिलाडिय़ों में जगह बनाने वाली एकमात्र भारतीय पल्लिकल ने कहा कि कारण वही है जिस वजह से मैं पिछले तीन साल भी राष्ट्रीय चैंपियनशिप में नहीं खेली। मुझे लगता है कि हम समान पुरस्कार राशि के हकदार हैं जैसे कि पीएसए पेशेवर सर्किट में हैं। वहां अधिकतर टूर्नामेंटों में पुरस्कार राशि समान है।
वर्तमान में विश्व में 18वें नंबर की खिलाड़ी ने कहा कि मेरी समझ में नहीं आता कि पुरूष और महिलाओं में अंतर पैदा क्यों किया जाता है। मैं केरल में खेलना चाहती थी और निश्चित रूप से मुझे वहां नहीं खेलने की कमी खल रही है। केरल स्क्वाश रैकेट महासंघ के सचिव अनीश मैथ्यू ने कहा कि टूर्नामेंट की कुल पुरस्कार राशि 6.7 लाख रूपये हैं लेकिन दोनों वर्ग के विजेताओं को मिलने वाली राशि पर अभी फैसला नहीं किया गया है। हालांकि ज्ञात हुआ है कि पुरूष वर्ग के विजेता को एक लाख 20 हजार और महिला वर्ग की विजेता को 50 हजार रूपये मिलेंगे।
पल्लिकल को छोड़कर बाकी सभी शीर्ष खिलाड़ी सौरव घोषाल, हरिंदरपाल सिंह संधू और जोशना चिनप्पा इसमें भाग ले रहे हैं। मैथ्यू ने कहा कि यदि पल्लिकल भी खेलती तो टूर्नामेंट को काफी लोकप्रियता मिलती। उन्होंने कहा कि यह निराशाजनक है कि वह यहां नहीं खेल रही है। वह चेन्नई में रहती है लेकिन मूल रूप से केरल की रहने वाली है। सभी उसके बारे में पूछ रहे हैं। अच्छा होता यदि वह यहां खेलती। इसके साथ ही हम उनके फैसले का सम्मान भी करते हैं।

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