Tuesday 15 September 2015

यूएई ने निकाले 4 भारतीय, आतंकी संगठन आईएस से संबंध होने का शक

केरल में एयरपोर्ट से किए गए गिरफ्तार, कुछ और को भेजा जा सकता है वापस नई दिल्ली: मुस्लिम आतंकी संगठन आईएसआईएस की भारत में भले ही कोई गतिविधि नहीं है लेकिन कुछ भारतीय परोक्ष रूप से जरूर इस संगठन की सहायता कर रहे हैं। एक ऐसे ही मामले में संयुक्त अरब अमीरात ने आईएसआईएस के साथ कथित संबंध के संदेह में मंगलवार को चार भारतीयों को भारत वापस भेज दिया। शीघ्र ही कुछ और लोग वापस भेजे जा सकते हैं। यह कदम आतंकवाद के खिलाफ इस खाड़ी देश के साथ बढ़ते सहयोग का परिचायक भी माना जा रहा है। उनका प्रत्यर्पण ऐसे समय में हुआ है जब संयुक्त अरब अमीरात ने कुछ ही दिन पहले 37 साल की अफसा जबीन उर्फ निकी जोसेफ को वापस भेजा। वह युवकों को आईएसआईएस में भर्ती करने में कथित रूप से शामिल थी।


आधिकारिक सू़त्रों ने बताया कि जिन चार लोगों को भारत भेजा गया उन्हें कोझिकोड़ एवं तिरूवनंतपुरम हवाई अड्डों पर पहुंचने पर गिरफ्तार कर लिया गया। चार ऐसे और संदिग्ध शीघ्र ही सउदी अरब से आयेंगे। उसके बाद सरकार इस बात का निर्णय लेगी कि इन सभी मामलों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपा जाए या नहीं, या फिर राज्य पुलिस को उनकी जांच करने दी जाए। एनआईए आतंकवाद के मामलों से निबटती है। सूत्रों ने बताया कि ये भारतीय किसी आतंकवादी गतिविधियों में शामिल नहीं थे लेकिन वे उन दो व्यक्तियों के नियमित संपर्क में थे जो इस खाड़ी देश में थे और जो आईएसआईएस में शामिल हो गए थे।
सूत्रों के अनुसार इन चारों ने जांचकर्ताओं को बताया कि संयुक्त अरब अमीरात एवं केरल में भी वे आईएसआईएस के प्रति जिज्ञासा के तौर पर दो अन्य लोगों के संपर्क में थे। इन चारों से केंद्रीय एवं राज्य सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। सूत्रों के अनुसार इन सभी भारतीयों का आईएसआईएस से संबंध होने का संदेह है। उनके बारे में संयुक्त अरब अमीरात के अधिकारियों को बताया गया है जिन्होंने त्वरित कार्रवाई की। पहले जनवरी में हैदराबाद के सलमान मोहिउद्दीन को वहां हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था। वह तुर्की के रास्ते सीरिया जाने के लिए दुबई की उड़ान पर सवार होने की तैयारी में था।



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