Tuesday 1 September 2015

Sheena Murder Case: ‘अगर इंद्राणी हत्यारी है तो उसे फांसी दे दी जाए’

कोलकाता में एक हफ्ते बाद मीडिया के सामने आए सिद्धार्थ दास ने कहा
कोलकाता: शीना मर्डर केस की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी के पहले पति सिद्धार्थ दास ने मीडिया के सामने आकर ये कह दिया कि उन्होंने तो कभी उससे शादी ही नहीं की थी। दास ने ये तो स्वीकार कर लिया कि शीना व मिखाइल उनके बच्चे हैं लेकिन ये दोनों उनके लिव इन रिलेशनशिप की निशानी हैं। दास और इंद्राणी ने कभी शादी नहीं की थी। दास ने ये भी कहा कि अगर इंद्राणी ने शीना की हत्या की है तो उसे फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए।
शीना बोरा का जैविक पिता होने का दावा करने वाले सिद्धार्थ दास मंगलवार को सार्वजनिक रूप से सामने आए। दास ने पुलिस के साथ सहयोग करने का वादा किया। दास ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं नहीं जानता कि उसने (इंद्राणी) अपराध किया है या नहीं लेकिन अगर उसने ऐसा किया है, तो मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उसे अधिकतम सख्त सजा मिलनी चाहिए।
दास ने दावा किया है कि वह 1998 से कोलकाता के दमदम इलाके में ही रहे हैं। बताया जाता है कि वे अपनी पत्नी व 17 साल के बेटे के साथ एक दो कमरे के सेट में रहते हैं। एक हफ्ते बाद अपनी चुप्पी तोड़ते हुए दास ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। दास ने मीडिया के सामने अपना चेहरा नहीं दिखाया। वे हेलमेट पहने रहे। उन्होंने कहा कि मेरा एक परिवार है और मैं एक छोटा काम करता हूं। मुझे डर था कि इससे परेशानी हो सकती है और इसी वजह से मैं अपना चेहरा छिपा रहा हूं।उन्होंने कहा कि वह बांग्लादेश नहीं भाग गए थे, जैसी कि खबर दी जा रही थी। माना जा रहा है कि बांग्लादेश भागने की खबरों के प्रकाश में आने के बाद ही दास ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। दास ने कहा कि मुझे क्यों भागना चाहिए? मेरी कोई भूमिका नहीं है। मैं कोलकाता में 1998 से रह रहा हूं।
यह पूछे जाने पर कि अपनी बेटी की हत्या की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने पुलिस से संपर्क क्यों नहीं किया, दास ने कहा कि मुझे पुलिस से संपर्क क्यों करना चाहिए? इंद्राणी पकड़ी गई और उसने अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने मुझसे संपर्क ही नहीं किया। अगर पुलिस मुझसे सहयोग चाहती है, मैं सहयोग करने के लिए तैयार हूं। मैं डीएनए परीक्षण के लिए भी तैयार हूं। दास ने मीडिया से अनुरोध किया कि वे उन्हें सामान्य जीवन जीने दें। कृपया मेरी पत्नी और बेटे को बख्श दीजिए। मैं पिछले कुछ दिनों से सो नहीं पा रहा हूं। यह पूछे जाने पर कि आपको लगता है कि इंद्राणी हत्या कर सकती हैं, दास ने जवाब में कहा कि हो सकता है। आज के विश्व में कोई भी किसी को मार सकता है।
10 वीं में पढ़ते हुए ही प्यार में पड़ गई थी इंद्राणी, दो बच्चों की मां भी बनी
कोलकाता: इंद्राणी मुखर्जी के पहले पति के सामने आ जाने के बाद एक बात तो साबित हो गई है कि वह बहुत ही आजाद ख्याल की लड़की रही है। जिस समय इंद्राणी सिद्धार्थ दास के संपर्क में आई वह केवल 10वीं कक्षा की छात्रा थी। शिलांग में पढ़ते समय वह सिद्धार्थ के प्यार में पागल हो गई और उसके साथ ही लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगी। इसी संबंध की वजह से पहले 1989 में शीना और बाद में एक साल बाद मिखाइल पैदा हो गए। उसी समय इंद्राणी ने ये फैसला किया कि अगर वह बच्चे पालने में लग गई तो उसकी जिंदगी में कुछ रह नहीं जाएगा। हाई-फाई लाइफ स्टाइल की ललक में ही उसने कोलकाता का रुख किया और फिर संजीव खन्ना से शादी की। 
विधि मुखर्जी अदालत में पहुंचती हुई 
मंगलवार को मीडिया के सामने आने वाले इंद्राणी के कथित रूप से पहले पति सिद्धार्थ दास ने भी इस तरह ही बात कही है। दास ने दावा किया कि वह और इंद्राणी उसके (इंद्राणी) घर में साथ रहते थे और शीना का जन्म फरवरी, 1989 में तथा मिखाइल का अगले साल सितंबर में हुआ। उन्होंने दावा किया कि इंद्राणी 1990 में उन्हें छोड़कर चली गई लेकिन कोई कारण नहीं बताया। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि वह उनकी स्थिति से संतुष्ट नहीं रही होगी। उसके बाद से इंद्राणी से कोई संपर्क नहीं रहा।
यह पूछे जाने पर उन्होंने शीना और मिखाइल के पालन पोषण की जिम्मेदारी क्यों नहीं ली, दास ने कहा कि वे मेरे ससुराल (इंद्राणी के माता-पिता की निगरानी) में थे। वे लोग उन्हें अपने साथ रखना चाहते थे। मैं उनका ख्याल रखना चाहता था लेकिन मुझे मौका नहीं दिया गया। दास ने कहा कि उन्होंने शीना से उस समय बातचीत की थी जब वह दसवीं कक्षा में थी। इस बीच दास की पत्नी होने का दावा करने वाली एक महिला ने कहा कि वह दास तथा इंद्राणी के अतीत के रिश्तों के बारे में कुछ नहीं जानती लेकिन वह अपने पति के साथ खडी हैं।
रायगढ़ पुलिस की गलतियों का भी होगा हिसाब
मुंबई: वर्ष 2012 में शीना बोरा का कथित जला हुआ शव मिलने के बाद रायगढ़ पुलिस द्वारा दुर्घटनावश मौत की रिपोर्ट दर्ज करने में कथित तौर पर विफल रहने पर हो रही जांच में तत्कालीन पुलिस अधिकारियों से हुई कथित गलतियों के सभी पहलुओं पर विचार किया जाएगा। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक मोहम्मद सुवेज हक ने अलीबाग से बताया कि महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक द्वारा दिए गए जांच के आदेश पर तफ्तीश शुरू हो गई है। हक ने कहा कि जांच में तब के पुलिस अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर बरती गई खामियों के सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा।

आईपीएस अधिकारी ने कहा कि पेण थाने को 23 मई 2012 को मौके पर जला हुआ शव पड़ा होने की सूचना मिली। तीन कांस्टेबलों ने मौके का मुआयना किया और मौके पर पंचनामा किया। मौके पर पोस्टमार्टम करने के लिए एक डॉक्टर को बुलाया गया। तब मिले शव के अंगों को मुंबई के जेजे अस्पताल में भेजा गया। हक ने कहा कि थाने की डायरी में प्रविष्टि की गई। जांच यह पता लगाएगी कि क्यों दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज नहीं किया गया? पुलिस अधीक्षक ने हाल ही में कहा था कि एक प्राथमिक जांच में पता चला है कि पुलिस ने मुंबई के जेजे अस्पताल के अनाटॉमी विभाग से रिपोर्ट प्राप्त नहीं की थी जो कि जरूरी था। जांच यह भी पता लगाएगी कि क्यों रिपोर्ट प्राप्त करने की कोशिश नहीं की गई? मामले के वास्तविक दस्तावेजों को मुंबई पुलिस को सौंप दिया गया है और जांच अधिकारी की गुजारिश पर शुक्रवार को कंकाल के अवशेषों को खोद के निकाला गया है। जांचकर्ताओं ने शुक्रवार को एक टीम भेजी थी जिसने रायगढ़ जिले में उस जगह पर खुदाई की जहां पर शव को फेंका गया था और खोपड़ी तथा कुछ कंकाल अवशेष निकाले जो कथित तौर पर शीना बोरा के हैं।
एक शादी में शीना 
डीएनए जांच के लिए कंकाल अवशेषों को कलीना स्थित फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला को सौंपा गया है। फॉरेंसिक विशेषज्ञ नमूनों में से डीएनए निकलेंगे और फिर इसका मिलान इंद्राणी मुखर्जी से लिए गए नमूनों से करेंगे जो अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है।

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