Wednesday 9 September 2015

बिहार चुनाव की तिथियों का ऐलान, दिवाली से पहले नई सरकार

नई दिल्लीः बिहार में विधानसभा चुनाव पांच चरणों में पूरा होगा। प्रथम चरण का मतदान 12 अक्टूबर को, जबकि अंतिम चरण का मतदान पांच नवंबर को होगा। मतों की गिनती आठ नवंबर को होगी। मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी ने कहा कि आदर्श आचार संहित तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। कुल 243 सदस्यों वाले बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को खत्म हो जाएगा।
निर्वाचन आयोग के मुताबिक, मतदान का प्रथम चरण 12 अक्टूबर, दूसरा चरण 16 अक्टूबर, तीसरा चरण 28 अक्टूबर, चौथा चरण एक नवंबर, जबकि पांचवां और अंतिम चरण पांच नवंबर को संपन्न होगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त डॉक्टर नसीम जैदी ने बिहार चुनाव की घोषणा करते हुए बताया कि बिहार में कुल 6.68 करोड़ मतदाता हैं। कुल 243 सीटों के लिए चुनाव कराए जाएंगे। त्योहारों को देखते हुए तारीखों की घोषणा की गई है। केंद्र से पूरी पुलिस फोर्स लगाई जाएगी। 38 जिले में से 29 नक्सल प्रभावित माने जा रहे हैं। इसी को देखते हुए विशेष सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। सभी बूथों के लिए अर्धसैनिक बल तैनात रहेंगे। इसी के साथ आचार संहिता लागू हो गई है।

पहला चरण: 49 सीटों पर मतदान होगा
12 अक्टूबर : समस्तीपुर, बेगुसराय, खगड़िया, भागलपुर, बांका, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नवादा, जमुई।
दूसरा चरणः 32 विधानसभा
16 अक्टूबर : रोहतास, जहानाबाद, कैमूर, अरवल, औरंगाबाद, गया।
तीसरा चरणः 50 विधानसभा
28 अक्टूबर : सारण, वैशाली, नालंदा, पटना, भोजपुर, बक्सर।
चौथा चरणः 55 विधानसभा, जिले पं चंपारण, पूर्व चंपारण, शिवहर, सीतामणि, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान
पांचवां चरणः 57 विधानसभा,
जिले मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूरणिया, कटियार, मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा

अंतिम 48 घंटे के लिए टीवी विज्ञापन पर रोक लग जाएगी। ईवीएम पर नाम के साथ प्रत्याशियों की तस्वीर भी होगी। ऐसा पहली बार बिहार चुनाव के दौरान होने जा रहा है। पहले चरण की वोटिंग से ही एग्जिट पोल पर रोक लग जाएगी। हर विधानसभा में दो मॉडल पोलिंग बूथ होंगे।
हेलीकॉप्टर, घुड़सवार पुलिस बल, मोटर बोट से भी चुनाव के दौरान निगरानी रखी जाएगी। पेड न्यूज और वोट के लिए पैसे देने वाले लोगों पर भी नजर रखी जाएगी। वीडियो गेम्स पर भी नजर रखी जाएगी। असमाजिक तत्वों पर नजर रखी जाएगी। लोगों को लाइसेंसी हथियार जमा कराने होंगे। मतदाताओं को धमकाने वालों की भी खैर नहीं होगी। एजेंसियां खास नजर रखेंगी।
बिहार चुनावों में सिंगल विंडो सिस्टम चालू किया गया है, ताकि चुनाव प्रचार के दौरान 36 घंटे के अंदर इजाजत दी जा सके। मतदाता सूची में हर प्रत्याशी की फोटो लगी होगी। चार जिले के 36 विधानसभाओं में नया ऑडिट सिस्टम लागू किया जाएगा। विकलांग मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्था होगी। हर विधानसभा के लिए दो मॉडल पुलिस स्टेशन स्थापित किया जाएगा।
243 सदस्यीय बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है। राज्य में जदयू 10 साल से सत्ता में है और इस दौरान नीतीश कुमार के हाथों में काफी समय तक राज्य की बागडोर रही। कुमार की पार्टी का इस बार लालू प्रसाद की राजद और कांग्रेस के साथ गठबंधन है। नीतीश भाजपा के साथ 17 साल पुराना गठजोड़ तोड़कर जून 2013 में राजग से अलग हो गए थे। पिछले वर्ष लोकसभा चुनाव में भाजपा का रामविलास पासवान की लोजपा और उपेन्द्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के साथ गठजोड़ था और भाजपा नीत गठबंधन ने उस चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया था।

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