Sunday 27 September 2015

Facebook के कार्यक्रम में भावुक हुए मोदी, जुकरबर्ग ने पूछा था मां पर सवाल

सैन जोस: मोदी की यूएस यात्रा के दौरान रविवार को फेसबुक के मुख्यालय पर आयोजित टाउन हाल इवेंट में भावुक हो उठे। जब एफबी के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने उनसे उनके मां-बाप के बारे में पूछा तो मोदी का गला भर आया। मोदी ने कहा कि उनकी मां ने उन्हें कड़ी मेहनत से पाल पोस कर बड़ा किया और ऐसा भारत में लाखों माएं कर रही हैं। जुकरबर्ग ने सवाल पूछने से पहले ये भी बताया कि उनके (मार्क) के माता-पिता भी वहां आए हुए हैं तो मोदी ने उनका अभिवादन किया और उन्हें बधाई दी कि दुनिया को जोडऩे वाले बेटे को उन्होंने जन्म दिया। मार्क का ये सवाल टाउनहाल का अंतिम प्रश्र भी साबित हुआ।
मार्क ने ये कार्यक्रम खुद होस्ट किया और बताया कि इसके लिए लगभग 40 लाख लोगों ने अपने सवाल फेसबुक के माध्यम से दिए थे लेकिन सबको इसमें शामिल करना संभव नहीं था इसलिए कुछ खास सवाल ही पूछे गए। कुछ सवाल फेसबुक के कर्मियों ने पूछे तो कुछ वहां रह रहे भारतीयों व भारत से इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए वहां गए भारतीयों ने पूछे। इस इवेंट को फेसबुक ने लाइव स्ट्रीम के जरिये पूरी दुनिया में दिखाया। इसके लिए जुकरबर्ग ने अपनी कंपनी के कर्मचारियों के लिए विशेष निर्देश दिए थे कि सभी सौम्य व अधिकृत कपड़ों में ही इस दौरान मौजूद रहें। इस कार्यक्रम के बाद मोदी गूगल के मुख्यालय भी गए। दिल्ली के एक महिला संगठन से जुड़ी डॉ. रंजना कुमारी द्वारा महिला सशक्तिकरण पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में मोदी ने कहा कि दुनिया में भगवान की कल्पना सभी समाजों में की गई है लेकिन समाज में भगवान पुरष ही है। अकेले भारत में स्त्री भगवान की कल्पना हुई है। हमारे यहां दुर्गा, सरस्वती, अंबा, काली इसके उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि भारत आर्थिक विकास का लक्ष्य अपनी 50 प्रतिशत आबादी (महिलाओं) को घरों में बंद रखकर हासिल नहीं कर सकता। इस 50 प्रतिशत आबादी को कंधे से कंधा मिलाकर 100 प्रतिशत भागीदार होना पड़ेगा और सरकार यह प्रयत्न कर रही है। इस संदर्भ में उन्होंने बताया कि पुलिस में 30 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गई है और हमारे यहां अधिकतर स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण है। उन्होंने कहा कि लेकिन यह प्रयास करना जरूरी है कि महिलाएं निर्णय प्रक्रिया में अग्रणी भूमिका निभाएं। फेसबुक में ही काम करने वाले भारत मूल के टी एस खुराना ने पूछा कि पिछले मेक इन इंडिया का अभियान कैसे पूरा होगा, क्योंकि पिछले 15 महीने में इसकी गति बहुत धीमी रही है। इस पर मोदी ने कहा कि विकास की गति धीमी जरूर है लेकिन एक स्कूटर को मोडऩा आसान होता है जबकि 40 डिब्बों की ट्रेन को घुमाना आसान नहीं होता। इसमें वक्त तो लगेगा ही। इसके अलावा एक अन्य सवाल के जवाब में मोदी ने कहा कि बहुत से देश पैसा लगाना चाह रहे हैं लेकिन नहीं जानते कि कहां लगाऊं। मैं उन्हें भारत का पता देता हूं। उन्होंने कहा कि पिछले 15 महीने में अकेले यूएस से भारत में एफडीआई में 87 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।



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