न्यूयार्क: भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने रविवार को यहां अपनी जोड़ीदार स्विटजरलैंड की मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर अमरीकी ओपन का महिला युगल खिताब जीत लिया। विंबलडन के बाद इस सत्र में सानिया ने लगातार दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब जीता है। सानिया के करियर का ये पांचवा ग्रैंडस्लैम टाइटल है। सानिया ने इस सफलता को अपने लिए बहुत अहम बताया और कहा कि उम्मीद करती हैं कि अगले साल यहां फिर आएंगी और खिताब जीतेंगी। सानिया ने कहा कि भारतीय दर्शकों का साथ उन्हें दुनिया के हर कोने में मिल जाता है। भारी संख्या में होने के कारण भारतीय पूरी दुनिया में मौजूद हैं। मार्टिन हिंगिस ने भी इसे स्पेशल बताया। मार्टिना ने दो दिन पहले ही भारत के लिएंडर पेस के साथ मिलकर मिक्सड डबल्स का भी खिताब जीती है। मार्टिना ने कहा कि 1998 में जब वे सिंगल्स खिलाड़ी के रूप में यूएस ओपन जीती थी तो उन्होंने तब ख्वाब में भी नहीं सोचा था कि वे इतने साल बाद फिर से यहां ट्राफी जीतेंगी। शीर्ष वरीयता प्राप्त भारतीय-स्विस जोड़ी ने फाइनल मुकाबले में शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए केसी डेल्लाक्वा और यारोस्लावा श्वेदोवा की चौथी वरीयता प्राप्त जोड़ी को सीधे सेटों में 6-3, 6-3 से हराया। कजाकिस्तान की श्वेदोवा और आस्ट्रेलिया की डेल्लाक्वा अपनी सर्विस बचाने के लिए जूझती रहीं जिससे सानिया और हिंगिस की जोड़ी के लिए मैच आसान हो गया। शीर्ष वरीय जोड़ी ने अपना दबदबा कायम रखते हुए महज 70 मिनट में मैच को खत्म कर दिया। कोर्ट के पीछे से सानिया का जमीनी स्ट्रोक और नेट पर हिंगिस की चपलता के सामने उनकी प्रतिद्वंद्वी जोड़ी नहीं टिक सकी।
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Sunday 13 September 2015
सानिया ने हिंगिस के साथ यूएस ओपन खिताब जीता
न्यूयार्क: भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने रविवार को यहां अपनी जोड़ीदार स्विटजरलैंड की मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर अमरीकी ओपन का महिला युगल खिताब जीत लिया। विंबलडन के बाद इस सत्र में सानिया ने लगातार दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब जीता है। सानिया के करियर का ये पांचवा ग्रैंडस्लैम टाइटल है। सानिया ने इस सफलता को अपने लिए बहुत अहम बताया और कहा कि उम्मीद करती हैं कि अगले साल यहां फिर आएंगी और खिताब जीतेंगी। सानिया ने कहा कि भारतीय दर्शकों का साथ उन्हें दुनिया के हर कोने में मिल जाता है। भारी संख्या में होने के कारण भारतीय पूरी दुनिया में मौजूद हैं। मार्टिन हिंगिस ने भी इसे स्पेशल बताया। मार्टिना ने दो दिन पहले ही भारत के लिएंडर पेस के साथ मिलकर मिक्सड डबल्स का भी खिताब जीती है। मार्टिना ने कहा कि 1998 में जब वे सिंगल्स खिलाड़ी के रूप में यूएस ओपन जीती थी तो उन्होंने तब ख्वाब में भी नहीं सोचा था कि वे इतने साल बाद फिर से यहां ट्राफी जीतेंगी। शीर्ष वरीयता प्राप्त भारतीय-स्विस जोड़ी ने फाइनल मुकाबले में शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए केसी डेल्लाक्वा और यारोस्लावा श्वेदोवा की चौथी वरीयता प्राप्त जोड़ी को सीधे सेटों में 6-3, 6-3 से हराया। कजाकिस्तान की श्वेदोवा और आस्ट्रेलिया की डेल्लाक्वा अपनी सर्विस बचाने के लिए जूझती रहीं जिससे सानिया और हिंगिस की जोड़ी के लिए मैच आसान हो गया। शीर्ष वरीय जोड़ी ने अपना दबदबा कायम रखते हुए महज 70 मिनट में मैच को खत्म कर दिया। कोर्ट के पीछे से सानिया का जमीनी स्ट्रोक और नेट पर हिंगिस की चपलता के सामने उनकी प्रतिद्वंद्वी जोड़ी नहीं टिक सकी।
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