Sunday 13 September 2015

मुजफ्फरनगर में खोई हुई जमीन तलाशी अजित ने

खतौली विधायक भड़ाना का पत्ता कटने के संकेत

नहीं दिखा अनुराधा चौधरी के जमाने वाला जलवा


मुजफ्फरनगरः लोकसभा चुनाव में मुंह की खाने के बाद चौधरी अजित सिंह अब अपनी जमीन फिर से तलाश रहे हैं। इसी कवायद में उन्होंने मुजफ्फरनगर में रैली की और अपनी उपस्थिति का अहसास कराने का प्रयास किया। रैली में भीड़ जरूर नजर आई लेकिन ये भी साफ नजर आया कि रालोद इस समय वेस्ट यूपी में कितनी खराब हालत में पहुंच चुका है। एक समय था जब अनुराधा चौधरी रालोद की महासचिव हुआ करती थी और कोई भी रैली मीडिया की सुर्खियों में रहा करती थी लेकिन अब अजित सिंह की पार्टी में वो दम नहीं नजर आया।

मुजफ्फरनगर से रालोद के एमएलसी चौधरी मुश्ताक के अलावा किसी भी स्थानीय नेता का दम इस रैली में नजर नहीं आया। सबसे चौंकाने वाली बात तो ये रही कि खतौली से रालोद से विधायक करतार सिंह भड़ाना कहीं नजर नहीं आए। हालांकि ये बताया गया कि उनके परिवार में किसी का निधन हो गया और वे आ नहीं सके, लेकिन फिर भी ये बात जोर पकड़ रही है कि अब भड़ाना अजित सिंह से दूर हो रहे हैं। ताराचंद शास्त्री का रालोद ज्वाइन कर लेना तो इसी बात का संकेत है। शास्त्री ने खतौली विस सीट से ही भड़ाना के सामने बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था और हार गए थे। भड़ाना की खराब परफोर्मेंस और उनकी इलाके में नामौजूदगी भी इसकी वजह है और बहुत संभव है कि इस बार अजित उनका टिकट काटकर ताराचंद का टिकट पकड़ा दें। वैसे भी शास्त्री मेरठ के रहने वाले हैं जबकि भड़ाना फरीदाबाद से सब कुछ डील करते हैं।

बहरहाल अजित सिंह लंबे समय बाद इलाके में नजर आए। लोकसभा चुनाव में करारी हार व मुजफ्फरनगर दंगे के बाद से उनके बेटे जयंत ही इस इलाके में घूम रहे थे। शनिवार को

राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में आयोजित किसान-मजदूर महासम्मेलन को संबोधित करते हुए रालोद मुखिया चौधरी अजित सिंह ने सूबे की अखिलेश सरकार को लुटेरी और भ्रष्ट सरकार बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है। मुलायम सिंह ही नोएडा के भ्रष्ट अधिकारी यादव सिंह को बचाने में लगे हैं। मायावती ने भी इस अधिकारी को बचाने का काम किया। मुलायम सिंह के परिवार के 22 लोग जनता को लूट रहे हैं, उनके दुख-दर्द से उन्हें कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी जमकर प्रहार किए। उन्होंने लोगों से पूछा-क्या अच्छे दिन आ गए? अच्छे दिन मोदी के आए हैं। मोदी भाषण अच्छा देते हैं, मगर इससे पेट भरने वाला नहीं है। किसानों के हितों के लिए कुछ नहीं किया। नौजवानों के बारे में नहीं सोचा। घोषणा पत्र के अनुसार विदेशों से काला धन वापस नहीं लाए। धान पर बोनस के 250 रुपये नहीं दिए। आज धान सस्ता है और चावल दोगुना महंगा। मोदी की सरकार पूंजीपतियों की सरकार है, गरीबों की नहीं।

किसान और मजदूर का भला तभी होगा, जब प्रदेश में ईमानदार सरकार आएगी। राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी, ताराचंद शास्त्री ने रालोद से जुड़कर अजित सिंह के हाथों को मजबूत करने का आह्वान किया। अध्यक्षता पूर्व सांसद मुंशी रामपाल और संचालन जिलाध्यक्ष अजीत राठी ने किया। महासम्मेलन में पूर्व मंत्री धर्मवीर बालियान, एमएलसी मुश्ताक चौधरी, पूर्व विधायक राजपाल बालियान, बाबू सिंह, युवा रालोद के पश्चिमी उप्र अध्यक्ष चंदन सिंह चौहान, संजय राठी आदि मौजूद रहे।





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