Sunday 27 September 2015

मोदी ने कहा, गांवों को सड़कों के हाईवे के तरह संचार के आईवेज से जोड़ेंगे

सिलिकान वैली में टॉप कंपनियों की सीईओ के साथ मोदी की बैठक


सैन जोस: अपने महत्वाकांक्षी डिजिटल इंडिया अभियान के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने भविष्य के प्लान का खुलासा करते हुए देश में आईवेज (सूचना संचार मार्ग) का निर्माण तेजी से करने का इरादा जाहिर किया है। मोदी ने दुनिया के टॉप टेक कंपनियों के सीईओ की मौजूदगी में कहा कि वे भारत में अपनी योजनाओं का विस्तार करने के लिए तैयार रहें क्योंकि भारत के छह लाख गांव जल्द ही ब्राडबैंड से जुडऩे जा रहे हैं। मोदी ने कहा कि जिस तरह से शहरों व गांवों को जोडऩे के लिए हाईवे जरूरी हैं उसी तरह सरकारी योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए आईवेज का निर्माण जरूरी है। आईवेज के विस्तार के साथ ही उन्होंने जवाबदेही, पारदर्शिता और डेटा गोपनीयता का आश्वासन दिया। 
प्रधानमंत्री ने यहां सिलिकन वैली के मुख्य कार्यकारियों (सीईओ) को संबोधित करते हुए कहा कि हमने राष्ट्रीय आप्टिकल फाइबर नेटवर्क का आक्रामक विस्तार शुरू किया है जिससे छह लाख गांवों को ब्राडबैंड से जोड़ा जा सकेगा। हम स्कूलों और कालेजों को भी ब्रांडबैंड से जोड़ेंगे। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार सार्वजनिक वाईफाई हाटस्पाट्स का भी विस्तार कर रही है और यह सुनिश्चित किया गया है कि केवल हवाईअड्डों के लाउंज में ही नि:शुल्क वाईफाई सेवा न हो बल्कि हमारे रेलवे प्लेटफार्मो पर भी हो। मोदी ने बताया कि गूगल से जुड़ते हुए हम शीघ्र ही अपने देश के 500 रेलवे स्टेशनों को वाईफाई के तहत लायेंगे। उन्होंने कहा कि मेरे लिये पहुंच का मतलब यह भी है कि इसकी सामग्री स्थानीय भाषाओं में होनी चाहिए। 22 आधिकारिक भाषाओं वाले देश में, यह एक बहुत ही विशाल लेकिन महत्वपूर्ण कार्य है। उन्होंने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था और जीवन अब और अधिक तार से जुड़ रहा है ऐसे में हम डेटा गोपनीयता और सुरक्षा, बौद्धिक संपदा अधिकार और साइबर सुरक्षा को उच्च प्राथमिकता दे रहे हैं।

मोदी ने कहा कि ई-गवर्नेंस में हम बदलाव लाएंगे और इसे अधिक पारदर्शी, जवाबदेह, पहुंच में और भागीदारी वाला बनाएंगे। प्रधानमंत्री ने बताया कि माईजीओवीइन के बाद मैंने अभी हाल ही में नरेन्द्र मोदी मोबाइल एप भी शुरू किया है। वे मुझे जनता से नजदीकी से जुड़े रहने में मदद कर रहे हैं। डिजिटल इंडिया का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हम अपने नागरिकों को हर कार्यालय में जरूरत से ज्यादा कागजी दस्तावेजों के बोझ से मुक्त करना चाहते हैं। हम कागजरहित कामकाज चाहते हैं। हम हर नागरिक के लिए एक डिजिटल लॉकर बनायेंगे जिससे कि वे अपने व्यक्तिगत दस्तावेजों को सुरक्षित रख सकें और जिन्हें विभिन्न विभागों के साथ साझा भी किया जा सके।
उन्होंने कहा कि लेकिन इन सबके लिए हमें डिजिटल खाई को पाटना होगा और डिजिटल साक्षरता को उसी तरह आगे बढ़ाना होगा जिस तरह हम आम साक्षरता सुनिश्चित करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि देश के सवा सौ करोड़ लोग एक दूसरे से डिजिटल माध्यम से जुड़े हों। पिछले वर्ष तक देश के पैमाने पर ब्रांडबैंड का उपयोग पहले ही 63 प्रतिशत तक पहुंच चुका है, हम इसे और विस्तार देना चाहते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम अपने गांवों को स्मार्ट आर्थिक हब में बदलना चाहते हैं और अपने किसानों को बेहतर तरीके से बाजार से जोडऩा चाहते हैं, जिससे उन पर प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों का प्रभाव कम से कम किया जा सके। इस अवसर पर एडॉब के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) शांतनु नारायण, माइक्रोसाफ्ट के सीईओ सत्य नडेला, क्वॉलकॉम के कार्यकारी चेयरमैन पॉल जैकब्स तथा गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई भी मौजूद थे।

सिलीकॉन वैली ने किए चार बड़े वायदे
गूगल (सीईओ सुंदर पिचई): 500 रेलवे स्टेशनों पर नि:शुल्क वाई-फाई के लिए आधार तैयार करने में जल्द ही भारत की मदद करेगी। पिचई ने डिजिटल साक्षरता को आगे बढ़ाने के लिए लोगों द्वारा अपनी भाषा में टाइप करने की महत्ता रेखांकित करते घोषणा की कि अगले महीने गूगल भारत में लोगों के लिए यह संभव बनाएगी कि वे गुजराती सहित 10 अलग-अलग भाषाओं में टाइप कर सकें। गूगल मोबाइल और इंटरनेट जैसे इकोसिस्टम में भारतीय स्टार्ट-अप्स के लिए 15 करोड़ डालर निवेश करेगी।

माइक्रोसाफ्ट (सीईओ सत्या नडेला): भारत में करीब पांच लाख गांवों में अपनी सस्ती ब्राडबैंड प्रौद्योगिकी पहुंचाएगी। अगले सप्ताह नडेला भारत में डाटा केन्द्रों से क्लाउड कंप्यूटिंग प्रणालियों की घोषणा करेगे। क्लाउड कंप्यूटिंग इंटेलिजेंस के साथ किफायती ब्राडबैंड कनेक्टिविटी सभी स्तर पर सरकारी और कारोबारी प्रतिष्ठानों में रचनात्मकता, दक्षता और उत्पादकता ला सकती है।

क्वालकॉम (कार्यकारी चेयरमैन पॉल ई. जैकब्स): भारत के आईओई (इंटरनेट से जुड़ी चीजों) में स्टार्ट-अप्स के लिए जरूरी सहयोग उपलब्ध कराने को प्रतिबद्धता जताई। भारत में स्टार्ट-अप्स को प्रोत्साहन देने के लिए 15 करोड़ डालर के निवेश की घोषणा भी की।

एप्पल (सीईओ टिम कुक): मोदी ने एप्पल को भारत में अपना एक विनिर्माण संयंत्र लगाने का न्यौता दिया जिस पर टिम कुक ने सकारात्मक जवाब दिया। मोदी ने भारत में मौजूदा अपार संभावनाओं का जिक्र किया। एप्पल के उपकरणों का विनिर्माण करने वाली सबसे बड़ी कंपनी फाक्सकान ने भारत में एक कारखाना लगाने का निर्णय किया है।

ट्विटर ने बना दिया सबको रिपोर्टरट्विटर व फेसबुक जैसे तमाम सोशल मीडिया प्लेटफार्म का पहले से ही इस्तेमाल करते आ रहे पीएम मोदी ने सीईओ के साथ अपनी मीटिंग में कहा कि आज ट्विटर जैसी साइट ने सबको रिपोर्टर बना दिया है। मोदी का यह यहां पहला संबोधन था। उनके भाषण में एक-एक लाइन की सरल और सार भरी टिप्पणियों पर सैकड़ों की संख्या में जुटे लोग जोरदार तालियां बजाते रहे। मोदी ने शुरुआत इस तरह की- मैं आपसे दिल्ली और न्यूयार्क, फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर मिल चुका हूं।

उन्होंने कहा कि यह नई दुनिया का पड़ोस हैं। यदि फेसबुक कोई देश होता तो यह आबादी के मामले में दुनिया में तीसरे नंबर पर होता और सबसे अधिक 'कनेक्टिडÓ होता। उन्होंने कहा कि गूगल ने आज शिक्षकों की जरूरत को कम किया है और दादा-दादी को पहले से ज्यादा निष्क्रिय कर दिया है। ट्विटर ने सभी को रिपोर्टर बना दिया है।
जनधन योजना का हिस्सा हो सकता है 'एप्पल पे'
सैन जोस:
सैल्फी क्लिक करने के लिए एप्पल के आईफोन का प्रयोग करने वाले मोदी दुनिया के इस नंबर वन ब्रांड से बेहद प्रभावित नजर आए। उन्होंने एप्पल के सीईओ टिम कुक से अलग से मुलाकात की और उन्हें भारत में विनिर्माण केंद्र स्थापित करने का न्योता दे दिया। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टिम कुक ने सकारात्मक प्रतिक्रिया भी दी है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने यहां संवाददाताओं से इस मुलाकात के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री ने कुक के साथ बैठक में कहा कि वह चाहते हैं कि एप्पल भारत में विनिर्माण शुरू करे। उन्होंने यह भी बताया कि भारत कितने व्यापक अवसरों की पेशकश करता है। एप्पल की सबसे बड़ी विनिर्माता फॉक्सकॉन ने भारत में विनिर्माण संयंत्र लगाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात का उल्लेख किया है कि भारत में सार्वजनिक क्षेत्र है, निजी क्षेत्र है और व्यक्तिगत क्षेत्र है। व्यक्तिगत क्षेत्र से उनका अभिप्राय उन लोगों से जो अपने बल पर उद्यमी बने हैं। कुक ने कहा कि एप्प विकास टूल्स के जरिये लोग इस बड़े उद्योग का हिस्सा बन सकते हैं। उन्होंने चीन का उदाहरण भी दिया जहां उन्होंने 15 लाख नौकरियों का सृजन किया।
अमरीका में भारत के राजदूत अरुण के सिंह ने कहा कि बैठक के दौरान यह बात उभर कर आई कि भारत में काफी डिजाइन नवोन्मेषण हो रहा है। इसके अलावा एप्पल पे पर भी चर्चा हुई कि कैसे यह जनधन योजना का हिस्सा बन सकती है। कुक ने बताया कि एप्पल के प्रत्येक कर्मचारी के दिल में भारत के लिए विशेष स्थान है। इसकी वजह यह है कि स्टीव जॉब्स युवावस्था में भारत गए थे। भारत में उन्होंने जो देखा उसी से प्रेरित होकर उन्होंने एप्पल की शुरआत की। मोदी से उनके होटल में मुलाकात करने वाले कुक उन शीर्ष मुख्य कार्यकारी अधिकारियों में शामिल थे जिन्होंने प्रधानमंत्री के पहुंचने के पहले दिन उनसे मुलाकात की । मुलाकात के बाद कुक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मेरी मुलाकात शानदार थी।

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