Wednesday 24 June 2015

दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय 13.5 प्रतिशत बढी

नई दिल्ली: दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय वित्त वर्ष 2014-15 में लगभग 13.50 प्रतिशत बढ़कर 2.41 लाख रुपये हो गई जो कि इससे पूर्व के वर्ष में 2.12 लाख रुपये थी। दिल्ली विधानसभा में आज पेश आर्थिक समीक्षा (2014-15) में यह निष्कर्ष निकाला गया है। इसके अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में 87,748 रपये प्रति व्यक्ति के आय राष्ट्रीय औसत का करीब तीन गुना है।
सर्वेक्षण के अनुसार मौजूदा कीमतों के आधार पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 2014-15 में बढ़कर 4.51 लाख करोड़ रपये से अधिक हो गया जो कि पूर्व वित्त वर्ष की तुलना में 15.35 प्रतिशत की बढोतरी दिखाता है। स्थायी कीमतों के आधार पर 2014-15 में राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) में 8.2 प्रतिशत की बढोतरी दर्ज की गई जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह वृद्धि दर 7.4 प्रतिशत रही थी।इसके अनुसार दिल्ली सरकार का राजकोषीय घाटा 2014-15 में 2,21.25 करोड़ रपये रहा जो कि जीएसडीपी का 0.049 प्रतिशत है।सामाजिक सेवा क्षेत्रों पर खर्च 11वीं पंचवर्षीय योजना अवधि में बढ़कर 57.12 प्रतिशत पर पहुंच गया जो कि दसवीं पंचवर्षीय योजना अवधि में 48.79 प्रतिशत था। वहीं 12वीं पंचवर्षीय योजना अवधि के पहले तीन साल में इस मद में खर्च 65.75 प्रतिशत रहा।सर्वेक्षण के अनुसार दिल्ली सरकार का कर संग्रह 2014-15 में 2.64 प्रतिशत बढा जबकि 2013-14 में यह वृद्धि 10.60 प्रतिशत रही थी। जनसंख्या 2011 के अनुसार लग्भग 97.50 प्रतिशत जनसंख्या शहरी क्षेत्रों में रहती है। वहीं दिल्ली में गांवों की संख्या 2001 में 165 थी जो कि 2011 में 112 गांव रह गई। इसके अनुसार दिल्ली में स्त्री-पुरष अनुपात 2001 में 821 था जो 2011 में सुधरकर 868 हो गया। दिल्ली में जनसंख्या घनत्व 2011 में बढ़कर 11,297 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर हो गया जो कि 2001 में 9340 व्यक्ति था।सर्वेक्षण के अनुसार दिल्ली में साक्षरता की दर 2011 में बढ़कर 86.34 प्रतिशत हो गई जो कि 2001 में 81.67 प्रतिशत थी। जहां तक हरियाली का सवाल है तो 2013 में 297.81 वर्ग किलोमीटर इलाके में पेड़ पाए गए जो कि दिल्ली के कुल इलाके का 20.08 प्रतिशत है।

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