Saturday 20 June 2015

2014 में लंदन में मुंबई पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया से भी मिले थे ललित मोदी

मुंबई: ललित मोदी प्रकरण में आज एक नया विवाद छिड़ गया। मुंबई पुलिस आयुक्त राकेश मारिया ने आज स्वीकार किया कि उन्होंने आईपीएल के पूर्व प्रमुख के वकील के अनुरोध पर उनसे 2014 में लंदन में मुलाकात की थी। न्यूज चैनलों पर ललित और मारिया की तस्वीरें प्रसारित होने के बाद मुंबई पुलिस आयुक्त ने एक बयान दिया है।  मारिया ने बताया कि 15 से 20 मिनट तक चली मुलाकात के दौरान ललित ने लंदन में अंडरवल्र्ड से अपनी जान का खतरा होने के मद्देनजर मुंबई पुलिस से मदद मांगी थी। उन्होंने बताया कि लंदन से लौटने के शीघ्र बाद उन्होंने तत्कालीन गृहमंत्री को इस मुलाकात से अवगत कराया था।
मारिया ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि जुलाई 2014 में मैं लंदन में आधिकारिक रूप से सम्मेलन में शरीक हुआ। सम्मेलन में मुझसे ललित का प्रतिनिधित्व कर रहे एक वकील ने संपर्क किया, जिन्होंने कहा कि ललित अपनी और लंदन स्थित अपने परिवार को जान को गंभीर खतरा होने के सिलसिले में मुझसे मिलना चाहते हैं।
इंडियन प्रीमियर लीग के प्रथम आयुक्त ललित और अन्य लोग विदेशी मुद्रा के कथित उल्लंघन मामले में प्रवर्तन निदेशालय की जांच का सामना कर रहे हैं। मारिया ने कहा कि यह स्मरण है कि मुंबई के संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) के तौर पर वर्ष 2009-10 में मेरे तहत अपराध शाखा ने मुंबई अंडरवल्र्ड द्वारा उन्हें जान से मारने की कोशिश को नाकाम कर दिया था।
लंदन में हुई घटनाओं के क्रम का वर्णन करते हुए मारिया ने कहा कि ललित के वकील ने थोड़ी देर के लिए ललित से उनके मिलने का अनुरोध किया था। बयान में कहा गया है कि वकील ने मुझसे अनुरोध किया चूंकि ललित के जान को गंभीर खतरा है इसलिए मुझे ललित से संक्षिप्त अवधि के लिए मिलना चाहिए। वकील के अनुरोध के मुताबिक हम मिले, जहां ललित ने मुंबई पुलिस की मदद मांगी क्योंकि वह और उनके परिवार को अंडरवल्र्ड से धमकी मिल रही थी।
मारिया ने बताया कि उन्होंने ललित को स्पष्ट रूप से बता दिया था कि मुंबई पुलिस का लंदन में कोई क्षेत्राधिकार नहीं है और उन्हें एक औपचारिक शिकायत दर्ज कराने के लिए मुंबई लौटना चाहिए। पुलिस आयुक्त ने बताया कि ललित ने बार बार मुंबई पुलिस से अंडरवल्र्ड के खिलाफ हस्तक्षेप करने के लिए अनुरोध किया। मैंने ललित और उनके वकील से कहा कि ललित के लिए यह जरूरी है कि वह मुंबई लौट आएं ताकि मुंबई पुलिस जांच शुरू कर सके। इसके बाद मेरी मुलाकात महज 15 से 20 मिनट चली। अपने रूख के बारे में मारिया ने कहा कि उन्होंने भारत लौटने पर मुलाकात के ब्योरे से फौरन ही गृह मंत्री को अवगत कराया।
उन्होंने बताया कि उन्होंने इस बारे में जरूरी गोपनीय रिकार्ड को भी बनाए रखा। इसके अलावा मुंबई पुलिस की फिरौती रोधी प्रकोष्ठ को भी मुलाकात के ब्योरे से लिखित रूप में अवगत कराया गया। गौरतलब है कि ललित उस वक्त विवाद में घिर गए जब यह प्रकाश में आया कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने लंदन में उनके यात्रा दस्तावेजों के लिए मदद की थी और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने लंदन की अदालत में मोदी की आव्रजन अर्जी का कथित तौर पर समर्थन किया था। इससे देश में एक बड़ा राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया। विपक्षी कांग्रेस सुषमा और वसुंधरा के इस्तीफे की मांग कर रही है।

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