Friday 19 June 2015

जेएनयू की फ्रांसीसी छात्राओं ने की यूपी की यात्रा, कहा- कुछ भी गलत नहीं लगा


नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान की पढ़ाई कर रहीं चार फ्रांसीसी छात्राओं ने अपनी अनुसंधान परियोजना के लिए ऑटोरिक्शा से उत्तर प्रदेश का सफर किया और राज्य के असुरक्षित होने की छवि की पड़ताल करने की कोशिश की।जूलियट फिनेटी, शारलोट हिनफ्रे, कैरोलिन फॉच्र्यूनातो और जूलियट चोपिन करीब एक साल से भारत में हैं और उन्होंने अपने पाठ्यक्रम के तहत भारत के अनेक हिस्सों की यात्रा की है। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने अंतिम परियोजना के विषय के रूप में उत्तर प्रदेश को चुना।
फ्रांसीसी छात्राओं ने नोएडा से 28 मई को यात्रा शुरू की और हापुड़, मुरादाबाद, लखीमपुर, लखनऊ, फर्रुखाबाद, बुलंदशहर होते हुए गत 15 जून को वापस नोएडा पहुंचीं। वे उत्तर प्रदेश की इस छवि को तोडऩा चाहती थीं कि उत्तर प्रदेश महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है और उन्हें इस सफर में अच्छे लोग मिले। भारत के इतने सारे राज्यों में से उत्तर प्रदेश को ही चुनने पर फिनेटी ने कहा कि उन्हें यह प्रदेश भारत में सबसे गतिमान लगा। उन्होंने प्रदेश के बारे में काफी कुछ सुना था और इस तरह की चिंताएं भी सुनने को मिलती थीं कि यह महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है। फिनेटी ने कहा कि इसलिए हमने उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में जाकर पता करना चाहा कि क्या प्रदेश के असुरक्षित होने की छवि सही है या नहीं।
इन छात्राओं ने यात्रा से पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से संपर्क किया। उनके मुताबिक अखिलेख को विचार पसंद आया। उन्होंने यात्रा मार्ग में खुद कुछ बदलाव सुझाये। यात्रा के बाद इन छात्राओं को लगा कि उत्तर प्रदेश की काफी रढि़वादी छवि बनी हुई लेकिन उनका अनुभव बहुत अच्छा रहा और उन्हें कोई समस्या नहीं आई। उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के साथ भी अच्छा अनुभव मिला।

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