Monday 15 June 2015

Exclusive: ललित मोदी के सबसे रहे हैं दोस्ताना ताल्लुकात

नई दिल्ली: जिस ललित मोदी को लेकर सुषमा स्वराज की घेराबंदी की जा रही है वो सत्ता के न तो साथी हैं और नहीं दुश्मन। अगर उनके पुराने ट्रैक रिकार्ड को देखें तो ललित मोदी के संबंध सभी राजनीतिक दलों के लोगों के साथ समय-समय पर दोस्ताना रहे हैं। जहां तक कांग्रेस का सवाल है तो यूपीए सरकार के समय भी ललित मोदी के कई नेताओं से नजदीकी रिश्ते थे।

क्रिकेट को लेकर ललित मोदी की अरुण जेतली के साथ भले ही नहीं बनी हो लेकिन राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया से उनकी दोस्ती रही है। यही नहीं धौलपुर से सांसद वसुंधरा के बेटे दुष्यंत सिंह के साथ ललित की फाइनेंशियल डील्स को लेकर खूब खबरें पिछले दिनों सामने आई थीं। ललित मोदी के संबंधों की बात करें तो राजीव शुक्ला उनके सबसे नजदीकी रहे हैं। आईपीएल के समय राजीव उनके साथ कंधे से कंधा मिलाते थे। जिस समय उनकी राजीव शुक्ला से दोस्ती थी उस समय केंद्रीय मंत्री सी पी जोशी उनके प्रतिद्वंद्वी थे और कांग्रेस सांसद शशि थरूर उनके दुश्मन। शशि की पत्नी स्व. सुनंदा पुष्कर की आईपीएल फ्रेंचाइची को लेकर अच्छा खासा बवाल मचा था। उस समय शशि थरूर की विदेश मंत्रालय में राज्य मंत्री का कार्यभार छोडऩे के लिए मजबूर होना पड़ा था।
ये सही है कि सुषमा की बेटी बांसुरी ललित मोदी की कई साल से वकील रही है लेकिन यहां ये नहीं भूलना चाहिए कि यूपीए सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री रहे प्रफुल्ल पटेल की बेटी पूर्णा पटेल भी आईपीएल से जुड़ी हुई थी। जिस कंपनी में पूर्णा पटेल थी उसके पास क्रिकेटरों को इधर से उधर ले जाने का ठेका था। खुद ललित मोदी भी ज्यादा भरोसे के आदमी नहीं हैं। वे भी समय-समय पर रंग बदलने लगते हैं और कई बार अपने दोस्तों को ही मुश्किल में डाल देते हैं।
2013 के राजस्थान विधानसभा चुनाव के समय मोदी ने कई ट्वीट किए थे जिनमें लिखा था कि अरुण जेतली वसुंधरा राजे सिंधिया के खिलाफ षडय़ंत्र कर रहे हैं। ललित ने लिखा था- अरुण जेतली व भुपेंद्र यादव टिकट बेच रहे हैं। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में राजे को आगाह किया था कि वे सावधान रहें। ये बात और है कि बाद में ललित ने राजे की आलोचना शुरू कर दी और ओम माथुर का समर्थन करने लगे। यही नहीं उन्होंने लिखा कि वेस्ट में रहने वाले उनके दोस्त वित्त मंत्री के रूप में जेतली के बजट को लेकर उत्साहित हैं। कहा जा रहा है कि ये ताजा विवाद तो बिना वजह सुषमा स्वराज को घेर हुए है नहीं तो असली वजह तो यह है कि कुछ लोग ललित मोदी की भारत वापसी के सारे रास्ते बंद कर देना चाहते हैं। सूत्र बताते हैं कि ललित मोदी फेमा के आरोपों से मुक्त होने के नजदीक हैं। उनके प्रति लोगों में सहानुभूति हो सकती है और वे जेतली के लिए मुश्किल बन सकते हैं।

ललित ने दुश्मनों को चेताया, कहा- जंग के लिए रहें तैयार


आईपीएल के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी ने सुषमा स्वराज प्रकरण को लेकर बहुत आक्रामक रुख अपना लिया है। मोदी ने चेताया है कि इस मामले को लेकर जो लोग राजनीति कर रहे हैं वे उनसे सीधी जंग के लिए तैयार रहें। मोदी ने सोमवार की शाम को ताबड़तोड़ ट्वीट किए और कई नेताओं के नाम उछाले। ललित ने चेतावनी दी कि वे ऐसे-ऐसे सबूत पेश करने वाले हैं जिनसे कई लोगों को परेशानी हो सकती है।
ललित मोदी ने शाम को ट्वीट इसलिए किए थे क्योंकि उनके वकील महमूद अब्दी मुंबई के एक होटल में प्रेस कांफ्रेंस करने वाले थे। मोदी ने सबको आगाह किया कि सभी लोग इस प्रेस कांफ्रेंस को जरूर देखें क्योंकि इसमें मीडिया व अन्य खास लोगों के लिए भरपूर मसाला होगा। मोदी ने कहा कि अब्दी सभी के सवालों के जवाब देंगे। ललित ने ट्वीट किया कि वे 5 मार्च 2010 से अब तक के सारे हालात का ब्यौरा उजागर करेंगे। पूरी दुनिया का मीडिया उनकी प्रेस कांफ्रेंस को मिस नहीं करना चाहेगा। उन्होंने खासतौर से कांग्रेस पार्टी से कहा कि वे इस प्रेस वार्ता को जरूर देखें।
ललित मोदी ने ट्वीट किया कि मैं वेट एंड वाच की स्थिति में था। मीडिया के जरिये लगातार षडय़ंत्र रचे जा रहे थे। अब मेरी बारी है। अब मैं बमबारी करूंगा। अगले ट्वीट में उन्होंने कहा- मैं केवल ये कहना चाहता हूं कि पी चिदंबरम, शशि थरूर और सलमान खुर्शीद भी ये प्रेस कांफ्रेंस जरूर देखें। इसके अलावा यूके की सरकार भी इस प्रेस कांफ्रेंस को देखना चाहेगी। मेरा मानना है कि गलत आदमी को शिकार बनाया जा रहा है क्योंकि मेरे खुलासे के बाद और भी कई लोगों के इस्तीफे मांगे जाएंगे। मोदी ने अपने ट्वीट्स में कहा कि वे एक खूबसूरत इलाके के लिए फ्लाइट पकडऩे जा रहे हैं लेकिन वे बड़ी जंग के लिए छोटी लड़ाई हारने का तैयार हैं। वे जानते हैं कि जंग में कोई विजेता नहीं होता लेकिन अब खेल शुरू हो गया है इसलिए आप तैयार रहें।





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