Monday 22 June 2015

सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में छह लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट हुआ

नई दिल्ली: सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में तीन प्रमुख गवाहों समेत छह लोगों का लाई डिटेक्टर टेस्ट हुआ। दिल्ली पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी ने इस बात का भी संकेत दिया कि कुछ अन्य गवाहों को भी जांच कराने को कहा जा सकता है। बस्सी ने कहा कि हमारी जांच जारी है और जो कुछ भी करने की जरूरत होगी, किया जाएगा। अब तक हमने छह लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट कराया है। अगर कोई जरूरत होगी तो हम और जांच कराएंगे।
पिछले महीने, दिल्ली पुलिस ने सुनंदा के पति और कांग्रेस सांसद शशि थरूर के घरेलू सहायक नारायण सिंह, चालक बजरंगी और पारिवारिक मित्र संजय दीवान का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति हासिल करने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था। अदालत ने बाद में जांच अधिकारियों को तीन संदिग्धों का उनकी सहमति से पॉलीग्राफ टेस्ट करने की अनुमति दे दी थी।
तीन अन्य लोग एस के शर्मा, विकास अहलावत और सुनील टकरू का भी पॉलीग्राफ टेस्ट कराया गया। यह पूछे जाने पर कि क्या जांच अधिकारी थरूर का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की योजना बना रहे हैं, बस्सी ने कहा कि वह अटकल नहीं लगाना चाहेंगे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि मैं अटकल नहीं लगाना चाहूंगा लेकिन जब भी इस तरह की कोई जरूरत होगी तो हम आपको जानकारी देंगे लेकिन अनावश्यक अटकल उपयुक्त नहीं है।
थरूर से इस मामले में तीन बार पूछताछ की जा चुकी है। सुनंदा पिछले साल 17 जनवरी को एक होटल के कमरे में मृत पाई गई थीं। उससे एक दिन पहले उनकी ट्विटर पर पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार से थरूर के साथ उनके कथित प्रेम प्रसंगों को लेकर तकरार हुई थी।
जांच अधिकारियों ने कहा कि वे इस बहुचर्चित मामले में सफलता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं और संघीय जांच ब्यूरो से रिपोर्ट मिलने की प्रतीक्षा कर रहे हैं ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि सुनंदा के शव में किस तरह का जहर था। सुनंदा के विसरा का नमूना फरवरी में वाशिंगटन स्थित एफबीआई की प्रयोगशाला में भेजा गया था जब एम्स के चिकित्सकों की एक समिति ने कहा था कि भारतीय प्रयोगशालाओं में जहर की पहचान नहीं हो सकती।
बस्सी ने कहा कि गवाहों के पॉलीग्राफ टेस्ट के रिपोर्ट की प्रतीक्षा है।पुलिस ने सिंह, बजरंगी और दीवान पर कुछ भौतिक तथ्य छिपाने का आरोप लगाया है, जैसे लीला होटल के कमरा नंबर 345 में 17 जनवरी 2014 को शाम सात बजे बिजली गुल होने की बात शामिल है। सुनंदा इसी कमरे में रात आठ बजे के आसपास मृत पाई गई थीं। जनवरी में पुलिस ने दावा किया था कि सुनंदा (51) को जहर देकर मारा गया। इस संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था।

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