Thursday 11 June 2015

2018 फीफा विश्व कप क्वालीफायरः कड़ी टक्कर के बावजूद भारत ओमान से हारा

बेंगलुरूः अनुभवहीन भारतीय फुटबाल टीम को कड़ी टक्कर देने के बावजूद आज यहां 2018 विश्व कप आरंभिक क्वालीफिकेशन राउंड के घरेलू चरण के मैच में ओमान के खिलाफ 1-2 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। फीफा रैंकिंग में 101वें स्थान के साथ भारत से 40 स्थान बेहतर रैंकिंग वाले ओमान की ओर से कासिम सैद (पहले मिनट) और इमाद अल होसानी (40वें मिनट, पेनल्टी) ने गोल दागे जबकि भारत की ओर से एकमात्र गोल 26वें मिनट में सुनील छेत्री ने किया। भारत अब ओमान जाकर 16 जून को दूसरा मैच खेलेगा।


कांतिवीरा स्टेडियम में मौजूद लगभग 19000 दर्शकों को लगा कि 69वें मिनट में भारत ने बराबरी हासिल कर ली है लेकिन लाइन्समैन ने रोबिन सिंह को आफ साइड करार दे दिया। सीके विनीत ने दायें छोर से हमला करते हुए गेंद को ओमान के गोल की ओर मारा और डिफेंडर सल्लाम अमुर ने इसे अपने ही गोल में पहुंचा दिया लेकिन लाइन्समैन के अनुसार रोबिन इससे पहले ही आफ साइड की स्थिति में आ गए थे।
भारतीय कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन ने चार खिलाडिय़ों को पदार्पण का मौका दिया और यह अनुभवहीनता साफ नजर आई और पहले मिनट में ही मेजबान टीम के खिलाफ गोल हो गया। पदार्पण कर रहे धनचंद्र सिंह इसके बाद ओमान के स्ट्राइकर से उलझ गए जिससे विरोधी टीम को पेनल्टी मिली जो निर्णायक साबित हुई। पचास से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले छेत्री और गोलकीपर सुब्रत पाल के बाद भारत की से आज के मैच में सबसे अनुभवी खिलाड़ी कप्तान अर्नब मंडल और रोबिन सिंह थे जिन्होंने देश की ओर से 10 से कुछ अधिक मैच खेले हैं।
ओमान की टीम ने पूरे मैच के दौरान दबदबा बनाए रखा लेकिन भारतीय टीम भाग्यशाली रही कि विरोधी टीम की खराब फिनिशिंग के कारण हार का अंतर अधिक नहीं रहा। कासिम ने 30वें सेकेंड से पहले ही ओमान को बढ़त दिला दी। गोलकीपर सुब्रत पाल ने 10वें मिनट में अल खालदी की फ्री किक पर शानदार बचाव किया। भारत को शुरू में अधिक मौके नहीं मिले लेकिन छेत्री ने 26वें मिनट में गोल दागकर टीम को वापसी दिलाई।
ओमान ने हालांकि 40वें मिनट में एक बार फिर बढ़त बनाई जब धनचंद्र ने ईद मोहम्मद पर फाउल किया और रैफरी ने पेनल्टी दे दी जिसे इमाद अल होसानी ने गोल में बदला। दूसरे हाफ में कोई गोल नहीं हो सका। ओमान ने दूसरे हाफ में अधिकतर हमले किए। भारत को इंजरी टाइम में बराबरी करने का मौका मिला लेकिन छेत्री विरोधी डिफेंडर अल मुखैनी से पार पाने में नाकाम रहे और ओमान के बाक्स में गिर गए। छेत्री को लगा कि यह पेनल्टी है लेकिन रैफरी की इसमें कोई दिलचस्पी नहीं थी।

No comments:

Post a Comment