Sunday 21 June 2015

मुस्तफीजुर के सामने भारत फिर बेबस हुआ, बांग्लादेश ने जीती सीरीज

पहले गेंदबाज छाए फिर बल्लेबाज चमके 

मीरपुर: बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मुस्तफीजुर रहमान ने लगातार दूसरे मैच में भारतीय बल्लेबाजी की बखिया उधेड़कर आज यहां 43 रन देकर छह विकेट लिये जिससे बांग्लादेश ने बारिश से प्रभावित दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में डकवर्थ लुईस पद्वति से छह विकेट से जीत दर्ज करके तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त बनायी।
मैच के बीच में बारिश के व्यवधान के कारण यह मैच 47 ओवर का कर दिया गया लेकिन भारतीय टीम 45 ओवर में 200 रन पर सिमट गयी। बांग्लादेश को डकवर्थ लुईस पद्वति से जीत के लिये 47 ओवरों में 200 रन का लक्ष्य मिला और उसने 38 ओवर में चार विकेट खोकर इसे हासिल कर दिया। उसके शीर्ष क्रम के सभी बल्लेबाजों शाकिब अल हसन (नाबाद 51), लिट्टन दास (36), सौम्या सरकार (34) और मुशफिकर रहीम (31) ने उपयोगी योगदान दिया। इससे पहले पाकिस्तान के खिलाफ 3-0 से क्लीन स्वीप करने वाले बांग्लादेश ने पहली बार भारत से श्रृंखला जीती है। इससे उसने 2017 में होने वाली आईसीसी चैंपियन्स ट्राफी में अपनी जगह भी पक्की कर दी। इस साल 30 सितंबर तक मेजबान इंग्लैंड के अलावा शीर्ष सात पर रहने वाली अन्य सात टीमें चैंपियन्स ट्राफी के लिये क्वालीफाई करेंगी। बांग्लादेश की यह अपनी सरजमीं पर वनडे में लगातार दसवीं जीत है।
मुस्तफीजुर की घातक गेंदबाजी का भारतीय बल्लेबाजों के पास फिर से कोई जवाब नहीं था। भारत के केवल पांच बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे जिनमें शिखर धवन ने सर्वाधिक 53 रन बनाये जबकि उपरी क्रम में आए कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 47 और सुरेश रैना ने 34 रन का योगदान दिया। मुस्तफीजुर ने पिछले मैच से वनडे में पदार्पण किया और उसमें 50 रन देकर पांच विकेट लिये। आज उन्होंने 43 रन देकर छह विकेट चटकाये और इस तरह से अपने पहले दो मैच में 11 विकेट हासिल करने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज बने। उन्होंने जिम्बाब्वे के ब्रायन विटोरी (10 विकेट) का रिकार्ड तोड़ा। आज नासिर हुसैन और रूबेल हुसैन ने दो-दो विकेट लेकर उनका अच्छा साथ दिया।
भारतीय गेंदबाजों में फिर से रविचंद्रन अश्विन ही प्रभावी दिखे। बांग्लादेश के बल्लेबाजों को बाकी गेंदबाजों को खेलने में कोई परेशानी नहीं हुई। भुवनेश्वर कुमार और धवल कुलकर्णी ने नयी गेंद संभाली लेकिन धोनी ने अश्विन को चौथे ओवर ही गेंद सौंपकर जतला दिया कि वह इस आफ स्पिनर पर कितने निर्भर हैं। भारत को पहली सफलता हालांकि कुलकर्णी ने दिलायी। तमीम इकबाल (13) ने उनकी गेंद पर स्लिप में कैच थमाया। इससे पहले कुलकर्णी के शुरूआती ओवर में विराट कोहली ने उनका कैच लेने का दावा किया था लेकिन अंपायर ने बल्लेबाज के पक्ष में फैसला सुनाया।  सौम्या सरकार और लिट्टन दास ने इसके बाद दूसरे विकेट के लिये 52 रन जोड़े। अक्षर पटेल जब अपना पहला ओवर करने के लिये आये तो सरकार ने छक्के और लिट्टन ने दो चौकों से उनका स्वागत किया। भारत ने 12 रन के अंदर इन दोनों बल्लेबाजों को आउट करके अपनी उम्मीद बनाये रखी।
अश्विन ने सरकार को पगबाधा आउट किया जबकि पटेल ने लिट्टन को ढीला शाट खेलने के लिये मजबूर किया और धोनी ने कैच लेने में कोई गलती नहीं की। भारत को जल्द ही रहीम का विकेट भी मिल जाता लेकिन पटेल की गेंद पर रैना ने स्लिप में उनका कैच छोड़ दिया। रहीम तब नौ रन पर थे। अश्विन ने लगातार दस ओवर किये। उन्होंने 32 रन देकर एक विकेट लिया। बीच में पटेल ने उनके साथ दबाव बनाने की कोशिश की लेकिन अश्विन के आक्रमण से हटते ही शाकिब और रहीम ने बायें हाथ के इस स्पिनर को निशाने पर रखकर उन्हें आक्रमण से हटा दिया।
धोनी के शानदार प्रयास से रहीम रन आउट हो गये, लेकिन शाकिब एक छोर पर टिके रहे। शब्बीर रहमान (नाबाद 22) ने उनका अ'छा साथ दिया। पटेल की गेंद पर चौका जड़कर अर्धशतक पूरा करने वाले शाकिब ने अपनी पारी में 62 गेंद खेली और पांच चौके लगाये। इससे पहले भारत ने जब 43 . 5 ओवर में आठ विकेट पर 196 रन बनाये थे तभी बारिश आ गयी। इसके बाद लगभग दो घंटे तक खेल नहीं हो पाया। बारिश थमने जब खेल शुरू हुआ तो बांग्लादेश ने सात गेंद के अंदर भारत के बाकी बचे दोनों विकेट भी निकाल दिये।
भारत का अंजिक्य रहाणे को बाहर करने का फैसला गलत साबित हुआ क्योंकि उसने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए शुरू से नियमित अंतराल में विकेट गंवाये और कोई भी बल्लेबाज पारी नहीं संवार पाया। रोहित शर्मा (0) अपनी गलती से पारी की दूसरी गेंद पर मुस्तफीजुर को अपना विकेट दे बैठे।
धवन और विराट कोहली (23) ने दूसरे विकेट के लिये 74 रन जोड़े। कोहली ने बीच में अपना गियर बदलकर मुस्तफीजुर पर मिड आन पर छक्का और और चौका जबकि धवन ने मशरेफी मुर्तजा पर लगातार दो चौके लगाये। नासिर हुसैन ने हालांकि जल्द ही कोहली को पगबाधा कर दिया।
भारतीय टीम दबाव में आ गयी और इसलिए धोनी ने खुद को उपरी क्रम में उतारा। जब वह 20 रन पर थे तब नासिर हुसैन की गेंद पर विकेटकीपर लिट्टन ने उनका कैच भी छोड़ा। लिट्टन ने हालांकि इसी ओवर में धवन का खूबसूरत कैच लेकर भारत को तीसरा झटका दिया। धवन ने 60 गेंद खेली और सात चौके लगाये। अंबाती रायुडु (0) ने आते ही गलत शाट खेलकर अपना विकेट इनाम में दिया। धोनी और रैना ने दबाव में पांचवें विकेट के लिये 53 रन की साझेदारी की, लेकिन मुस्तफीजुर ने फिर से अपना कहर बरपाया। बल्लेबाजी पावरप्ले में उन्होंने रैना, धोनी और अक्षर पटेल को आउट करके भारतीय खेमे में खलबली मचा दी। भारत ने पावरप्ले में 17 रन बनाये और इस बीच तीन विकेट गंवाये।
अश्विन (4) के रूप में पांचवां विकेट लेने वाले मुस्तफीजुर जब वह अपना आखिरी ओवर कर रहे थे तभी बारिश आ गयी जिसके कारण खेल रोकना पड़ा। बारिश आने से पहले उनकी केवल एक गेंद बची थी लेकिन वापसी पर उन्होंने इस पर रविंद्र जडेजा (19) को बोल्ड कर दिया। रूबेल हुसैन ने भुवनेश्वर को आउट करके भारतीय पारी का अंत किया।



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