Tuesday 16 June 2015

जेटली ने सुषमा के पक्ष में उठाई आवाज, कहा- नेकनीयत से किया ये काम

आस्तीन के सांप वाले सवाल को टाल गए वित्त मंत्री

 नई दिल्लीः वित्त मंत्री अरूण जेटली ने मोदीगेट मामले में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का आज दृढ़ बचाव किया और कहा कि उन्होंने सद्भावना और नेक नीयत के तहत काम किया और पूरी सरकार तथा भाजपा इस मुद्दे पर एकमत है । जेटली ने कहा कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं । उनके (सुषमा) और पार्टी अध्यक्ष के बयान से साफ है कि उन्होंने (सुषमा) ने जो कुछ किया, नेक नीयत से किया ।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में वित्त मंत्री ने कहा कि पूरी सरकार और पार्टी इस मुद्दे पर एक है । इस बारे में कोई संदेह नहीं होना चाहिए । आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी को ब्रिटेन में यात्रा दस्तावेज मुहैया कराने में मदद किए जाने के सुषमा के कदम की पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा मानवीय बता कर बचाव किए जाने के दो दिन बाद आज जेटली उनके बचाव में उतरे । ललित मोदी पांच साल से अधिक समय से लंदन में शरण लिए हुए हैं । उन पर प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मनी लांडरिंग (काले धन को वैध बनाने) और 1700 करोड़ रूपयों के अन्य मामलों के आरोप लगाए गए हैं और इस संबंध में जांच के लिए वह उन्हें भारत लाना चाहता है ।

दिलचस्प पहलू यह है कि जम्मू कश्मीर के लिए बाढ़ राहत पैकेज की घोषणा करने के लिए बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन से पहले जेटली, राजनाथ सिंह और सुषमा के बीच नार्थ ब्लाक स्थित सिहं के चैंबर में लगभग एक घंटे तक चर्चा हुई । सुषमा द्वारा ललित मोदी की मदद करने के विवाद के रविवार को सुर्खियों में आने के बाद जेटली की चुप्पी को लेकर अटकलों का बाजार गर्म था । यह पूछे जाने पर कि सुषमा ने क्या मोदी की मदद की कार्रवाई करने का फैसला खुद किया, जेटली ने कहा कि विभिन्न विभागों के प्रभारी सभी मंत्री निर्णय करने में सक्षम हैं और सरकार द्वारा लिए जाने वाले सभी निर्णयों की सामूहिक जिम्मेदारी होती है ।

पार्टी के कुछ लोगों की ओर से ऐसे संकेत किए जा रहे थे कि सुषमा जिस झमेले में उलझी हैं उसमें संभवत: जेटली का हाथ हो सकता है । पार्टी सांसद कीर्ति आजाद ने इसमें किसी अंदरूनी व्यक्ति का हाथ होने का इशारा करते हुए अपने ट्वीट में ‘आस्तीन के सांप’ की बात कही थी। जेटली ने हालांकि इन सवालों को टाल दिया कि आस्तीन का सांप कौन है । इस बारे में पूछे गए प्रश्न पर उन्होंने कहा- अगला प्रश्न ।

कांग्रेस ने एसआईटी से जांच कराने की मांग की


'मोदीगेट’ पर अपने रूख को और सख्त बनाते हुए कांग्रेस ने आज इस मामले की उच्चतम न्यायालय की निगरानी वाली एसआईटी से जांच कराने की मांग की । कांग्रेस ने घोटाले के दागी ललित मोदी को ब्रिटेन में यात्रा दस्तावेज हासिल करने में मदद पहुंचाने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के इस्तीफे और उनके खिलाफ मामला दर्ज किये जाने की पहले से ही मांग की है । पार्टी ने आरोप लगाया कि चूंकि सरकार में वरिष्ठ नेतृत्व की पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी के साथ मिलीभगत है इसलिए एक स्वतंत्र जांच जरूरी है ।

कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा, सरकार के वरिष्ठ नेतृत्व की सांठगांठ है (पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी के साथ) जिसकी कि क्रिकेट के प्रबंधन और कुप्रबंधन में मिलीभगत रही है । उच्चतम न्यायालय की निगरानी वाली एसआईटी द्वारा एक स्वतंत्र जांच जरूरी है । उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस मामले में एक विस्तृत जांच जरूरी है क्योंकि यह मुद्दा सिर्फ यात्रा दस्तावेज तक ही सीमित नहीं है । शर्मा ने आरोप लगाया कि ललित मोदी की भाजपा में शीर्ष स्तर पर व्यक्तिगत पहचान है और साथ ही याद दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़े हुए थे जब वे राज्य के मुख्यमंत्री थे । कांग्रेस नेता ने कहा, सत्तारूढ पार्टी शामिल है,सरकार में जो हैं उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता । इसे (जांच) उच्चतम न्यायालय की निगरानी वाली विशेष जांच दल द्वारा किया जाना चाहिए ।

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